UP Politics: 'सीएम झूठ बोल रहे हैं...', कांग्रेस नेता ने किया तंज; बोले- बलिया में जुलाई में दर्ज हुए 525 केस
Ballia News: यूपी के बलिया जिले में बीते जुलाई महीने में दर्ज मुकदमों को लेकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने सीएम योगी पर तंज किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में अपराध बढ़ रहे हैं।

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प्रदेश में विगत आठ वर्षों से भाजपा सरकार सत्ता में हैं तब से अपराध रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि प्रदेश के मुखिया कहते हैं कि प्रदेश में अपराध जीरो टॉलरेंस पर चल रहा है। कहा कि जैसे प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं, उसी प्रकार प्रदेश का मुख्यमंत्री भी झूठ बोल रहे हैं।

उक्त बातें कांग्रेस पार्टी के कार्यालय पर शुक्रवार को आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान जिलाध्यक्ष उमाशंकर पाठक ने कही। कांग्रेस नेता ने कहा कि जनपद का हालत यह है कि केवल जुलाई महीने में जनपद में 525 मुकदमे कायम हुए हैं। जिसमें अधिकतर छेड़खानी, दलितों पर अत्याचार, आपसी जमीन विवाद जैसे अपराध से संबंधित हैं।
इस तरह से देखा जाए तो जनपद में औसतन रोज 17 मुकदमे लिखे जा रहे हैं। जनपद में कायम मुकदमों की स्थिति यह है कि उभांव थाना में 32, कोतवाली बलिया में 38, खेजरी में 13, गडवार में 28, दुबहड़ में 8, चितबड़ागांव में 13, दोकटी में 18, नगरा में 25, नरही में 28, पकड़ी में 12, फेफना में 22, बांसडीह में 24, बांसडीह रोड में 21, बैरिया में 35, भीमपुर में 30, मनियर 16, महिला थाना में दो, रसड़ा में 41, रेवती में 35, सहतवार में 11, साइबर क्राइम थाना में एक, सिकंदरपुर में 33, सुखपुरा में 26 और हल्दी थाना में 13 मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
साधा सियासी निशाना
इससे यह स्पष्ट होता है की वर्तमान भाजपा की योगी सरकार में अपराधों की संख्या बढ़ी है। यह केवल बलिया जिले की स्थिति है, तो पूरे प्रदेश की क्या स्थिति होगी? इसी आंकड़े से अंदाजा लगा सकते हैं। योगी सरकार केवल जुमले पर चलने का काम कर रही है, जहां अधिकारी बेलगाम हो गए हैं। हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर है। जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था ठप है, विकास कार्य ठप है और भाजपा नेताओं की स्थिति यह है कि एक पुल के उद्घाटन के लिए आपस में झगड़ रहे है।
जिलाध्यक्ष उमाशंकर पाठक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपराध और विकास के नाम पर प्रदेश की जनता गुमराह करने पर इस्तीफे की मांग करती है। इस मौके पर संतोष चौबे, सत्य प्रकाश उपाध्याय, बलवंत चौहान, रुपेश चौबे, बिजेंदर पांडे, अरुण श्रीवास्तव, अबुल फैज, राकेश उपाध्याय, राम सहाय मिश्रा, राजेंद्र राम आदि थे।