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Barabanki News: वेदम वर्ल्ड स्कूल में बही शिक्षा के साथ संस्कार और संस्कृति की गंगा
संवाद न्यूज एजेंसी, बाराबंकी
Updated Sun, 21 Dec 2025 01:10 AM IST
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मंच पर नन्हे मुन्नों बच्चों ने एक साथ मचाया धमाल तो अभिभावक मुग्ध हो गए।
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बाराबंकी। शहर के निकट लखनऊ-अयोध्या नेशनल हाईवे के किनारे स्थित वेदम वर्ल्ड स्कूल में शनिवार को आयोजित वार्षिकोत्सव देशभक्ति, संस्कृति, परंपरा व शिक्षा का जीवंत उत्सव बन गया। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और मंगल पांडे के बलिदान पर आधारित नृत्य-नाटिकाओं ने दर्शकों को भावुक कर दिया, जबकि बॉलीवुड गीतों पर बच्चों के सामूहिक नृत्यों ने माहौल को उत्साह से भर दिया। रंग-बिरंगे परिधानों और सधी हुई प्रस्तुतियों ने संदेश दिया कि वेदम वर्ल्ड स्कूल शिक्षा के साथ संस्कार और संस्कृति को भी पूरी मजबूती से संवार रहा है।
कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। तमसो मा ज्योतिर्गमय” और “सर्वे भवन्तु सुखिनः...जैसे मंत्रों ने वातावरण को आध्यात्मिक और प्रेरक बना दिया। मुख्य अतिथि एनबीआरआई के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शशनी ने कहा कि आज की शिक्षा में वैज्ञानिक दृष्टि, पर्यावरणीय चेतना और मानवीय मूल्यों का समावेश अनिवार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए वेदम वर्ल्ड स्कूल को भविष्य के जागरूक और संवेदनशील नागरिक गढ़ने वाला संस्थान बताया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुए। महहारानी रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित नृत्य-नाटिका, ‘मर्दानी एंथम’ और ‘छावा मेडले’ ने शौर्य और नारी शक्ति का प्रभावी चित्रण किया। जबकि बच्चों के रोबोटिक्स डांस ने वर्ष 2050 तक की वैज्ञानिक सोच और तकनीकी दृष्टि को मंच पर साकार किया।
समापन ‘आशाएं’, ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ और ‘जय हो’ के सामूहिक गायन से हुआ, जिसने एकता और समरसता का भाव प्रबल किया। विशिष्ट अतिथियों में आईआईएम लखनऊ के प्रो. विकास श्रीवास्तव आईआरटीएस अधिकारी सिद्धार्थ वर्मा रहे। विद्यालय के संस्थापकद्वय ईआईटियंस निखिल जैन व आदित्य गोयल ने संस्कृति के साथ आधुनिक शिक्षा के समावेश पर संबोधन दिया। डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रियम शुक्ला, अमर उजाला समूह से ऋषिका शर्मा व रुचि महेश्वरी, विशेष शिक्षा सलाहकार पद्मा श्रीनिवासन तथा प्रधानाचार्या उमा जोशी मौजूद रही। आयोजन को सफल बनाने में कोऑर्डिनेटर गीतिका सिंह मनिका कोचर ने भूमिका निभाई।
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कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। तमसो मा ज्योतिर्गमय” और “सर्वे भवन्तु सुखिनः...जैसे मंत्रों ने वातावरण को आध्यात्मिक और प्रेरक बना दिया। मुख्य अतिथि एनबीआरआई के निदेशक डॉ. अजीत कुमार शशनी ने कहा कि आज की शिक्षा में वैज्ञानिक दृष्टि, पर्यावरणीय चेतना और मानवीय मूल्यों का समावेश अनिवार्य है। उन्होंने विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों की सराहना करते हुए वेदम वर्ल्ड स्कूल को भविष्य के जागरूक और संवेदनशील नागरिक गढ़ने वाला संस्थान बताया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम शुरू हुए। महहारानी रानी लक्ष्मीबाई पर आधारित नृत्य-नाटिका, ‘मर्दानी एंथम’ और ‘छावा मेडले’ ने शौर्य और नारी शक्ति का प्रभावी चित्रण किया। जबकि बच्चों के रोबोटिक्स डांस ने वर्ष 2050 तक की वैज्ञानिक सोच और तकनीकी दृष्टि को मंच पर साकार किया।
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समापन ‘आशाएं’, ‘मिले सुर मेरा तुम्हारा’ और ‘जय हो’ के सामूहिक गायन से हुआ, जिसने एकता और समरसता का भाव प्रबल किया। विशिष्ट अतिथियों में आईआईएम लखनऊ के प्रो. विकास श्रीवास्तव आईआरटीएस अधिकारी सिद्धार्थ वर्मा रहे। विद्यालय के संस्थापकद्वय ईआईटियंस निखिल जैन व आदित्य गोयल ने संस्कृति के साथ आधुनिक शिक्षा के समावेश पर संबोधन दिया। डायरेक्टर प्रिंसिपल प्रियम शुक्ला, अमर उजाला समूह से ऋषिका शर्मा व रुचि महेश्वरी, विशेष शिक्षा सलाहकार पद्मा श्रीनिवासन तथा प्रधानाचार्या उमा जोशी मौजूद रही। आयोजन को सफल बनाने में कोऑर्डिनेटर गीतिका सिंह मनिका कोचर ने भूमिका निभाई।
