बिजली चोरी: बरेली मंडल में एक साल में कुल 2,718 एफआईआर, इस जिले में सबसे अधिक मामले
मंडल में सबसे अधिक बिजली चोरी के मामले बरेली में सामने आए हैं। जिले में एक साल में 1,416 मामले दर्ज हुए। जबकि मंडल में कुल 2,718 मामले सामने आए।

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बिजली चोरी के मामले में मंडल में बरेली नंबर एक पर है। एक जनवरी से 25 दिसंबर तक मंडल में बिजली चोरी के मामले में 2,718 एफआईआर दर्ज की गईं। बरेली में सर्वाधिक 1,416 मामले पकड़े गए हैं। पांच किलोवाट से ऊपर कॉमर्शियल बिजली चोरी के मामले में शाहजहांपुर पहले और बदायूं दूसरे नंबर पर है।

आंकड़ों के मुताबिक, बरेली शहरी क्षेत्र में 816, ग्रामीण क्षेत्र में 600, शाहजहांपुर में 565, बदायूं में 448 और पीलीभीत में 253 लोगों को विजिलेंस टीम ने बिजली चोरी करते पकड़ा। इन सभी के खिलाफ बिजली थानों में रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई।
बरेली शहरी क्षेत्र में 52 और ग्रामीण क्षेत्र में 56 स्थानों पर पांच किलोवाट से ऊपर कॉमर्शियल बिजली चोरी पकड़ी गई। शाहजहांपुर में यह आंकड़ा 122, बदायूं में 43 और पीलीभीत में 10 है।
दो किलोवाट तक के कनेक्शनों पर ज्यादा चोरी
दो किलोवाट तक के कनेक्शनों पर ज्यादा चोरी पकड़ी गई। बरेली शहरी क्षेत्र में 541, ग्रामीण क्षेत्र में 447, शाहजहांपुर में 164, पीलीभीत में 173 और बदायूं में 199 ऐसे उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी पकड़ी गई जिनके बिजली के कनेक्शन दो किलाेवाट तक के हैं।
अनियमितताओं के मामले में बदायूं आगे
बिजली मीटरों में गड़बड़ी समेत अन्य अनियमितताओं के मामले में बदायूं सबसे आगे रहा। यहां ऐसे 282 मामले पकड़े गए। बरेली शहरी क्षेत्र में इनकी संख्या 13, ग्रामीण क्षेत्र में 60, शाहजहांपुर में 97 और पीलीभीत में 189 रही। इन मामलों में बिजली निगम की ओर से कार्रवाई की जा रही है।
सीओ विजिलेंस मीनाक्षी शर्मा ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए मंडल में विजिलेंस की छह टीमें काम कर रही हैं। इस वर्ष 25 दिसंबर तक मंडल में बिजली चोरी के मामलों में 2,718 एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।
बिजली कनेक्शन काटने पहुंचे कर्मचारियों को पीटा
बकाया भुगतान न करने पर बिजली कनेक्शन काटने पहुंची बिजली निगम की टीम को ठिरिया निजावत खां में कुछ लोगों ने घेरकर पीट दिया। निगम के तकनीकी कर्मचारी (टीजी टू) की ओर से कैंट थाने में दो लोगों को नामजद करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। ठिरिया निजावत खां बिजली उपकेंद्र के टीजी टू वीरेंद्र कुमार, संविदा कर्मी धनपाल, मोहसिन, रवि, कासिम, रमेश, नत्थू और मीटर रीडर नफीस रविवार सुबह 11 बजे वार्ड नंबर 14 में एकमुश्त समाधान योजना के प्रचार-प्रसार और बकाया वसूली के लिए पहुंचे थे।
बकाया अदा न करने वालों के कनेक्शन काट रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान मोहम्मद मियां और साबिर खां हमलावर हो गए। इन लोगों ने उनको पीटा और सरकारी काम में बाधा डाली। वीरेंद्र, धनपाल और रवि को गुम चोटें आईं।