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Basti News: सीडब्लूसी में तलब किए गए एसओ छावनी और विवेचक
संवाद न्यूज एजेंसी, बस्ती
Updated Fri, 09 May 2025 01:26 AM IST
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बस्ती। बाल अधिनियम का उल्लंघन और न्याय पीठ बाल कल्याण समिति के पारित आदेश की अवहेलना के मामले में सीडब्लूसी के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा ने एसओ छावनी और केस के विवेचक को 9 मई को तलब किया है। स्पष्टीकरण संतोष जनक नहीं होने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
छावनी थाना क्षेत्र के एक की पीड़ित बालिका को बरामद करने के केस में विवेचक ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा के आवास पर 30 अप्रैल की रात में बालिका को माता पिता के साथ प्रस्तुत किया था। बालिका को उचित संरक्षण में देने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। बालिका ने वार्ता के दौरान अपने माता-पिता के साथ घर जाने से मना कर दिया था। अध्यक्ष ने बालिका को चाइल्ड लाइन में आवासित कराने तथा एक मई को न्याय पीठ के समक्ष पुनः प्रस्तुत करने का आदेश दिया था।
दूसरे दिन विवेचक ने बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत तो किया पर इस बात का उल्लेख नहीं किया कि बालिका उस रात कहां थी। पूछने पर विवेचक के स्पष्ट जवाब न देने पर चाइल्ड लाइन से पता कराया गया तो बताया गया कि कोई बालिका चाइल्ड लाइन में आवासित नहीं कराई गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए न्याय पीठ के अध्यक्ष, सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ. संतोष श्रीवास्तव, मंजू त्रिपाठी ने थानाध्यक्ष और विवेचक को तलब कर स्पष्टीकरण मांगा है।
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छावनी थाना क्षेत्र के एक की पीड़ित बालिका को बरामद करने के केस में विवेचक ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा के आवास पर 30 अप्रैल की रात में बालिका को माता पिता के साथ प्रस्तुत किया था। बालिका को उचित संरक्षण में देने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। बालिका ने वार्ता के दौरान अपने माता-पिता के साथ घर जाने से मना कर दिया था। अध्यक्ष ने बालिका को चाइल्ड लाइन में आवासित कराने तथा एक मई को न्याय पीठ के समक्ष पुनः प्रस्तुत करने का आदेश दिया था।
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दूसरे दिन विवेचक ने बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत तो किया पर इस बात का उल्लेख नहीं किया कि बालिका उस रात कहां थी। पूछने पर विवेचक के स्पष्ट जवाब न देने पर चाइल्ड लाइन से पता कराया गया तो बताया गया कि कोई बालिका चाइल्ड लाइन में आवासित नहीं कराई गई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए न्याय पीठ के अध्यक्ष, सदस्य अजय कुमार श्रीवास्तव, डॉ. संतोष श्रीवास्तव, मंजू त्रिपाठी ने थानाध्यक्ष और विवेचक को तलब कर स्पष्टीकरण मांगा है।