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Basti News: हनुमान मंदिर प्रकरण में डीएम से मिला तीसरा पक्ष, कार्रवाई का मिला भरोसा
संवाद न्यूज एजेंसी, बस्ती
Updated Tue, 16 Sep 2025 12:04 AM IST
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हनुमान मंदिर प्रकरण में डीएम दिव्या मित्तल से वार्ता करते गांधी कुंड समिति के पक्षकार
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संवाद न्यूज एजेंसी
देवरिया। हनुमान मंदिर जमीन प्रकरण में तीसरे पक्ष ने सोमवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इसमें मंदिर की स्थापना से लेकर व्यवस्था तक पर अपना पक्ष रखा। जिलाधिकारी ने तीसरे पक्ष की बात सुनी और समुचित विचार का भरोसा दिया।
देवरिया खास का सीसी रोड पर स्थित मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर तब चर्चा में आया जब 19 अगस्त को राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी ने अपनी बाउंड्री में मंदिर की तरफ गेट लगवाया। इसके विरोध में मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राजेश नारायण धरने पर बैठ गए।
इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश हुई। इस दौरान इस विवाद में तीसरा पक्ष मुकुंद भाष्कर मणि समेत कई लोग सामने आए। इन्होंने मंदिर अपने पुरखों की जमीन पर बना होने का दावा किया। एक समिति गांधीकुंड समिति के गठन की बात कहते हुए मंदिर पर जबरन महंत परमात्मा दास का नाम चढ़ा होने की बात कही।
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। अब सोमवार को गांधी कुंड समिति के सचिव और सेवानिवृत्त जिला जज रामेंद्र नाथ राय ने मंदिर की जमीन पर दावा करते हुए डीएम से भेंट किया।
रामेंद्र नाथ राय ने बताया कि हनुमान मंदिर परिसर की संपूर्ण जमीन गांधी कुंड समिति की है। गांधी कुंड समिति वैधानिक समिति है।
बताया कि परिसर की तीन एकड़ जमीन दानदाताओं द्वारा गांधी कुंड समिति को दान दी गयी थी। ्दान दाताओं ने जमीन के संबंध में न तो कोई दानपत्र लिखा और न तो समिति के नाम से बैनामा ही किया।
उनके दान की यह शर्त थी कि जमीन पर उनका नाम चलता रहेगा । समिति ने डीएम को बताया कि मंदिर की स्थापना उसमें नियुक्त पुजारियों से लेकर भवानीदीन के महंत बनने की बात बताई और कहाकि परमात्मा दास ने छल कपट करके जमीन पर अपना नाम चढ़वा लिया है, जो दानदाताओं के साथ विश्वासघात है। ो

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देवरिया। हनुमान मंदिर जमीन प्रकरण में तीसरे पक्ष ने सोमवार को जिलाधिकारी दिव्या मित्तल से मुलाकात कर अपनी बात रखी। इसमें मंदिर की स्थापना से लेकर व्यवस्था तक पर अपना पक्ष रखा। जिलाधिकारी ने तीसरे पक्ष की बात सुनी और समुचित विचार का भरोसा दिया।
देवरिया खास का सीसी रोड पर स्थित मनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर तब चर्चा में आया जब 19 अगस्त को राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी ने अपनी बाउंड्री में मंदिर की तरफ गेट लगवाया। इसके विरोध में मंदिर के उत्तराधिकारी महंत राजेश नारायण धरने पर बैठ गए।
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इसके बाद प्रशासन हरकत में आया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश हुई। इस दौरान इस विवाद में तीसरा पक्ष मुकुंद भाष्कर मणि समेत कई लोग सामने आए। इन्होंने मंदिर अपने पुरखों की जमीन पर बना होने का दावा किया। एक समिति गांधीकुंड समिति के गठन की बात कहते हुए मंदिर पर जबरन महंत परमात्मा दास का नाम चढ़ा होने की बात कही।
इसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया। अब सोमवार को गांधी कुंड समिति के सचिव और सेवानिवृत्त जिला जज रामेंद्र नाथ राय ने मंदिर की जमीन पर दावा करते हुए डीएम से भेंट किया।
रामेंद्र नाथ राय ने बताया कि हनुमान मंदिर परिसर की संपूर्ण जमीन गांधी कुंड समिति की है। गांधी कुंड समिति वैधानिक समिति है।
बताया कि परिसर की तीन एकड़ जमीन दानदाताओं द्वारा गांधी कुंड समिति को दान दी गयी थी। ्दान दाताओं ने जमीन के संबंध में न तो कोई दानपत्र लिखा और न तो समिति के नाम से बैनामा ही किया।
उनके दान की यह शर्त थी कि जमीन पर उनका नाम चलता रहेगा । समिति ने डीएम को बताया कि मंदिर की स्थापना उसमें नियुक्त पुजारियों से लेकर भवानीदीन के महंत बनने की बात बताई और कहाकि परमात्मा दास ने छल कपट करके जमीन पर अपना नाम चढ़वा लिया है, जो दानदाताओं के साथ विश्वासघात है। ो