चंदौली: टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफाई करने वाले शिवपाल ने दो साल पहले पिता से किया था वादा, गोल्ड जीतकर ही गांव में रखूंगा कदम
चंदौली जिले के धानापुर ब्लॉक के हिंगुतरगढ़ गांव के रहने वाले शिवपाल ने टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन थ्रोवर के लिए क्वालीफाई किया है। उन्होंने पिता से वादा किया था कि वह स्वर्ण पदक जीतने के बाद ही गांव आएंगे।

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चंदौली के लाल शिवपाल सिंह ने दो साल पहले अपने पिता से यह वादा किया था कि अब वह स्वर्ण जीतकर ही अपने गांव आएंगे। टोक्यो ओलंपिक के लिए चयनित शिवपाल पिछले दो सालों से पटियाला में पूरी लगन से अभ्यास और मेहनत कर रहे हैं।

चंदौली जिले के धानापुर ब्लॉक के हिंगुतरगढ़ गांव निवासी जैवलिन थ्रोवर शिवपाल टोक्यो ओलंपिक क्वालीफाई करने के बाद एक साल पहले वाराणसी के कार्यक्रम में आए थे। उनके पिता रामाश्रय सिंह ने उनसे गांव आने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वे अब स्वर्ण जीतकर ही गांव आएंगे।
उन्होंने कहा कि काशी में महादेव का आशीर्वाद ले लिया है अब पदक के साथ ही गांव में आऊंगा। यह कहकर वे वाराणसी से ही पटियाला चले गए। शिवपाल के पिता रामाश्रय सिंह ने बताया कि मेरे बेटे ने मुझसे जिस तरीके से वादा किया है, उससे मुझे पूरा भरोसा है कि वह पदक लेकर जरूर आएगा।
शिवपाल के पिता और ग्रामीणों ने सुना पीएम का संवाद
टोक्यो ओलंपिक में चयनित जिले के लाल शिवपाल सिंह के पिता और गांव के लोगों ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का खिलाड़ियों के साथ संवाद को बड़े स्क्रीन पर सुना। इस दौरान गांव के लोग काफी उत्साहित दिखे। उनका कहना था कि शिवपाल जरूर मेडल लेकर आएगा। हांथों में तिरंगा लिए ग्रामीणों नें भी परिजनों के साथ खुशी का इजहार किया।
शिवपाल सिंह के पिता रामाश्रय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम की सराहना की। साथ ही पुत्र शिवपाल पर भरोसा जताते हुए कहा कि शिवपाल गोल्ड मेडल जीतकर जरूर लाएगा और राष्ट्र की शान व मान को बढ़ाएगा। क्योंकि वह जिस कार्य को ठान लेता है, उसे पूरा करके ही दम लेता है।