{"_id":"6149d7228ebc3ec91c3f4c9d","slug":"etawah-news-two-more-cows-died-in-bahadurpur-lohia-gaushala-etawah-news-knp6534498192","type":"story","status":"publish","title_hn":"बहादुरपुर लोहिया की गोशाला में दो और गोवंशों की मौत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
बहादुरपुर लोहिया की गोशाला में दो और गोवंशों की मौत
विज्ञापन

गोशाला में मृत गोवंश
- फोटो : ETAWAH

इटावा। बसरेहर ब्लाक की ग्राम पंचायत बहादुरपुर लोहिया में बनी गोशाला में गोवंशों की मौत का सिलसिला थमा नहीं नहीं है। सोमवार को गोशाला में दो गोवंशोें की मौत हुई थी। मंगलवार को दो और गोवंशों की मौत हो गई।
जबकि, तीन गोवंशों की हालत नाजुक है। वह गोशाला परिसर में ही मरणासन्न हालत में पड़े हैं। बीडीओ ने गोशाला में मंगलवार को गोवंशों की मौत की जानकारी होने से इनकार किया है।
बहादुरपुर लोहिया में बनी छोटी गोशाला में करीब डेढ़ सौ गोवंश हैं। इनमें से दो गोवंशों की मंगलवार सुबह मौत हो गई। सुबह दोनों गोवंशों के शव परिसर में पड़े देखे गए।
बताया गया कि गोशाला में तीन गोवंश अभी भी बीमार हैं। गोशाला में दो दिन में चार गोवंशों की मौत के बाद भी प्रशासन हरकत में नहीं आया है। वहीं, बीडीओ जयकेस त्रिपाठी का कहना है कि गोशाला में मंगलवार को एक भी गोवंश की मौत नहीं हुई है।
सुबह ही उन्होंने गोशाला में गोवंशों की रिपोर्ट देखी थी। ग्रामीणों का कहना है कि गोशाला में क्षमता से अधिकांश गोवंश रखे गए हैं। गोवंशों को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा नहीं मिल पाता है।
इससे वह बीमार होकर दम तोड़ रहे हैं। गोशाला में गोवंशों की देखभाल के लिए चार कर्मचारियों व मनरेगा के तहत आठ लोगों को रखा गया है। डॉक्टरों की टीम भी गोशाला जाकर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण करती है।
इसके बाद भी गोवंशों की मौत का सिलसिला थमा नहीं रहा है। गोशाला में कार्यरत कर्मचारियों की अनदेखी के चलते गोवंशों के शवों को कई बार पशु व पक्षी क्षतिग्रस्त कर देते हैं।
इसके बाद भी कर्मचारी इधर-उधर हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहते हैं। मंगलवार को ग्राम पंचायत बहादुरपुर लोहिया में हुई गोवंशों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इनकार कर दिया।
विज्ञापन
Trending Videos
जबकि, तीन गोवंशों की हालत नाजुक है। वह गोशाला परिसर में ही मरणासन्न हालत में पड़े हैं। बीडीओ ने गोशाला में मंगलवार को गोवंशों की मौत की जानकारी होने से इनकार किया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
बहादुरपुर लोहिया में बनी छोटी गोशाला में करीब डेढ़ सौ गोवंश हैं। इनमें से दो गोवंशों की मंगलवार सुबह मौत हो गई। सुबह दोनों गोवंशों के शव परिसर में पड़े देखे गए।
बताया गया कि गोशाला में तीन गोवंश अभी भी बीमार हैं। गोशाला में दो दिन में चार गोवंशों की मौत के बाद भी प्रशासन हरकत में नहीं आया है। वहीं, बीडीओ जयकेस त्रिपाठी का कहना है कि गोशाला में मंगलवार को एक भी गोवंश की मौत नहीं हुई है।
सुबह ही उन्होंने गोशाला में गोवंशों की रिपोर्ट देखी थी। ग्रामीणों का कहना है कि गोशाला में क्षमता से अधिकांश गोवंश रखे गए हैं। गोवंशों को पर्याप्त मात्रा में हरा चारा नहीं मिल पाता है।
इससे वह बीमार होकर दम तोड़ रहे हैं। गोशाला में गोवंशों की देखभाल के लिए चार कर्मचारियों व मनरेगा के तहत आठ लोगों को रखा गया है। डॉक्टरों की टीम भी गोशाला जाकर गोवंशों का स्वास्थ्य परीक्षण करती है।
इसके बाद भी गोवंशों की मौत का सिलसिला थमा नहीं रहा है। गोशाला में कार्यरत कर्मचारियों की अनदेखी के चलते गोवंशों के शवों को कई बार पशु व पक्षी क्षतिग्रस्त कर देते हैं।
इसके बाद भी कर्मचारी इधर-उधर हाथ पर हाथ रखकर बैठे रहते हैं। मंगलवार को ग्राम पंचायत बहादुरपुर लोहिया में हुई गोवंशों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इनकार कर दिया।