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Firozabad News: 6 को सजा के बाद अब मुख्य आरोपी मैनेजर पर शिकंजा कसने की तैयारी
संवाद न्यूज एजेंसी, फिरोजाबाद
Updated Sat, 20 Dec 2025 11:51 PM IST
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गबन के आरोपी। फाइल फोटो
- फोटो : गबन के आरोपी। फाइल फोटो
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जसराना। इंडियन बैंक की जसराना शाखा में हुए 2.41 करोड़ रुपये के बहुचर्चित गबन मामले में पुलिस ने अब तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित शेष चार आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। इस मामले में कोर्ट पहले ही कैशियर समेत छह दोषियों को सजा सुना चुका है, जिसके बाद अब पुलिस मुख्य आरोपी पर आरोप पत्र (चार्जशीट) दाखिल करने की तैयारी में है।
मार्च 2025 में सामने आए इस घोटाले में 116 खाताधारकों के पैसों का गबन किया गया था। आरोप है कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सिंह ने कैशियर जयप्रकाश और अन्य साथियों के साथ मिलकर इस राशि को अपने ठेकेदार और व्यापारी मित्रों को ब्याज पर दे दिया था। हालांकि, गबन की गई राशि सभी पीड़ितों को वापस मिल चुकी है।
थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सहित चार लोगों के खिलाफ जांच अंतिम चरण में है। जल्द ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर उन्हें सजा दिलाई जाएगी। वर्तमान में जिलाधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक ही मामले में जहां छह लोगों को सजा हो गई, वहीं मुख्य आरोपी राघवेंद्र सिंह के खिलाफ अब तक आरोप पत्र दाखिल नहीं हो सका है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने में भी विफल रही, जिसके बाद उसने उच्च न्यायालय से जमानत ले ली। एक अन्य आरोपी सोमिल भी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
116 लोगों से दो करोड़ 41 लाख रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया था। जांच के बाद सभी लोगों को बैंक द्वारा धनराशि वापिस कर दी गई है। बैंक द्वारा उन लोगों को भी पैसे वापस किए थे जिनके पास गबन होने के साक्ष्य नहीं थे। उसके लिए सीसीटीवी फुटेज का आधार बनाया गया था। तत्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ जांच चल रही है।
- ज्ञानिश पोरवाल, शाखा प्रबंधक इंडियन बैंक जसराना
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मार्च 2025 में सामने आए इस घोटाले में 116 खाताधारकों के पैसों का गबन किया गया था। आरोप है कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सिंह ने कैशियर जयप्रकाश और अन्य साथियों के साथ मिलकर इस राशि को अपने ठेकेदार और व्यापारी मित्रों को ब्याज पर दे दिया था। हालांकि, गबन की गई राशि सभी पीड़ितों को वापस मिल चुकी है।
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थाना प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि तत्कालीन शाखा प्रबंधक राघवेंद्र सहित चार लोगों के खिलाफ जांच अंतिम चरण में है। जल्द ही न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर उन्हें सजा दिलाई जाएगी। वर्तमान में जिलाधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक ही मामले में जहां छह लोगों को सजा हो गई, वहीं मुख्य आरोपी राघवेंद्र सिंह के खिलाफ अब तक आरोप पत्र दाखिल नहीं हो सका है। पुलिस उसे गिरफ्तार करने में भी विफल रही, जिसके बाद उसने उच्च न्यायालय से जमानत ले ली। एक अन्य आरोपी सोमिल भी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है।
116 लोगों से दो करोड़ 41 लाख रुपये के गबन का मामला प्रकाश में आया था। जांच के बाद सभी लोगों को बैंक द्वारा धनराशि वापिस कर दी गई है। बैंक द्वारा उन लोगों को भी पैसे वापस किए थे जिनके पास गबन होने के साक्ष्य नहीं थे। उसके लिए सीसीटीवी फुटेज का आधार बनाया गया था। तत्कालीन शाखा प्रबंधक के खिलाफ जांच चल रही है।
- ज्ञानिश पोरवाल, शाखा प्रबंधक इंडियन बैंक जसराना
