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ऐसे तो हर बिना फिटनेस के सड़काें पर दौड़ रहे 2198 वाहन
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गोंडा के अम्बेडकर चौराहे पर बाइक से निकलता धुआं।
- फोटो : GONDA
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गोंडा। गुलाबी ठंड के इस मौसम में वातावरण की सेहत क्यों न बिगड़े जब बिना फिटनेस के धुआं उगलते वाहन सड़कों पर फर्राटा भर रहे हैं। जिले में अब तक 2198 वाहन चिह्नित किये गए हैं। जिन्होंने फिटनेस नहीं कराया है। इनमें 1509 कॉमर्शियल वाहन शामिल हैं। इसके अलावा 15 साल पुराने 689 निजी व कॉमर्शियल वाहन हैं। अब ये वाहन फिटनेस के अभाव में जहर उगल रहे हैं। परिवहन विभाग ने गंभीरता को भांपते हुए इन वाहन मालिकों को नोटिस जारी किया है। नोटिस मिलने के बाद फिटनेस न कराना वाहन मालिकों को मंहगा पड़ेगा। ऐसे वाहनों के पंजीयन के निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
संभागीय परिवहन विभाग में पजीकृत कामर्शियल व पंद्रह साल पुराने वाहनों का फिटनेस न होने से ऐसे वाहन सड़कों पर अभी भी दौड़ रहे हैं। परिवहन विभाग ने ऐसे वाहन मालिकों को कई बार फिटनेस कराने के लिए पत्र भेजकर सूचित किया। मगर वाहन मालिकों को परिवहन विभाग का डर नहीं रह गया। कारण भी साफ है कि परिवहन अधिकारियों ने ऐसे वाहन मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे विभाग को राजस्व का चूना लग ही रहा है। ऐसे वाहन बिना फिटनेस के सड़कों पर धुआं उगलते दौड़ रहे हैँ।
जिससे लोगों की सेहत भी बिगड़ रही है। बिना फिटनेस वाले वाहनों से निकलने वाला धुआं लोगों में दमा जैसी बीमारी बांट रहा है। अब संभागीय परिवहन विभाग ने 2198 कॉमार्शियल वाहनों के मालिकों को वाहनों का फिटनेस कराने के लिए नोटिस जारी किया है। इनमे 1509 कॉमर्शियल वाहनों के साथ ही 15 साल पुराने 689 प्राईवेट व आठ साल वाले कॉमर्शियल वाहनों को शामिल किया गया है। सभी वाहन मालिकों को रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजा गया है। जिसमें फिटनेस न कराने पर पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ये है फिटनेस का फार्मूला
-पुराने वाहनों को हर साल होगा फिटनेस
-नए वाहनों को दो साल में होगा फिटनेस
-8 साल पुराने वाहनों का भी 2 साल में कराना होगा फिटनेस
इन वाहनों की फिटनेस शुल्क 800 रुपये
-बस, ट्रक, मिली ट्रक, मिनी बस, डीसीएम
इन वाहनों का फिटनेस शुक्ल 600 रुपये
-कार, बोलेरो, जीप, टैम्पो, ऑटो, ई-रिक्शा व छोटे लोडिंग वाहन
ये निकलता है वाहनों से धुआं के साथ
-कार्बन मोनोक्साइड जहरीली गैस
-लेड शीशे के सूक्ष्म कण
-कार्बन डाई ऑक्साइड जरूरत से अधिक मात्रा में
इन वाहनों का है पंजीयन
ट्रक-1190
बस-465
जीप-839
कार-8400
टैम्पो-410
ऑटो-150
बाइक, स्कूटी-400000
संभागीय परिवहन कार्यालय में होता है फिटनेस
हल्के व भारी वाहनों का फिटनेस संभागीय परिवहन कार्यालय में ही किया जाता है। यहां महकमे की ओर से जनपद में फ्रेंचाइजी की व्यवस्था नहीं है। हल्के व भारी वाहनों के फिटनेस का अलग-अलग शुल्क निर्धारित है। जिसे वाहन मालिकों को ऑनलाइन जमा करना पड़ता है। इसके बाद उनके वाहनों का फिटनेस किया जाता है।
-संजय कुमार, संभागीय निरीक्षक
अनफिट वाहन मालिकों को जारी किया नोटिस
संभागीय परिवहन विभाग में पंजीकृत 1509 कॉमर्शियल वाहनों के मालिकों के साथ ही 15 साल पुराने 689 वाहनों के मालिकों ने अपने वाहनों का फिटनेस नहीं कराया है। 2198 वाहनों के मालिकों को फिटनेस कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के बाद भी फिटनेस न कराने वाले वाहनों के पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। -संजीव कुमार सिंह, एआटीओ प्रशासन

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संभागीय परिवहन विभाग में पजीकृत कामर्शियल व पंद्रह साल पुराने वाहनों का फिटनेस न होने से ऐसे वाहन सड़कों पर अभी भी दौड़ रहे हैं। परिवहन विभाग ने ऐसे वाहन मालिकों को कई बार फिटनेस कराने के लिए पत्र भेजकर सूचित किया। मगर वाहन मालिकों को परिवहन विभाग का डर नहीं रह गया। कारण भी साफ है कि परिवहन अधिकारियों ने ऐसे वाहन मालिकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जिससे विभाग को राजस्व का चूना लग ही रहा है। ऐसे वाहन बिना फिटनेस के सड़कों पर धुआं उगलते दौड़ रहे हैँ।
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जिससे लोगों की सेहत भी बिगड़ रही है। बिना फिटनेस वाले वाहनों से निकलने वाला धुआं लोगों में दमा जैसी बीमारी बांट रहा है। अब संभागीय परिवहन विभाग ने 2198 कॉमार्शियल वाहनों के मालिकों को वाहनों का फिटनेस कराने के लिए नोटिस जारी किया है। इनमे 1509 कॉमर्शियल वाहनों के साथ ही 15 साल पुराने 689 प्राईवेट व आठ साल वाले कॉमर्शियल वाहनों को शामिल किया गया है। सभी वाहन मालिकों को रजिस्टर्ड डाक से नोटिस भेजा गया है। जिसमें फिटनेस न कराने पर पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
ये है फिटनेस का फार्मूला
-पुराने वाहनों को हर साल होगा फिटनेस
-नए वाहनों को दो साल में होगा फिटनेस
-8 साल पुराने वाहनों का भी 2 साल में कराना होगा फिटनेस
इन वाहनों की फिटनेस शुल्क 800 रुपये
-बस, ट्रक, मिली ट्रक, मिनी बस, डीसीएम
इन वाहनों का फिटनेस शुक्ल 600 रुपये
-कार, बोलेरो, जीप, टैम्पो, ऑटो, ई-रिक्शा व छोटे लोडिंग वाहन
ये निकलता है वाहनों से धुआं के साथ
-कार्बन मोनोक्साइड जहरीली गैस
-लेड शीशे के सूक्ष्म कण
-कार्बन डाई ऑक्साइड जरूरत से अधिक मात्रा में
इन वाहनों का है पंजीयन
ट्रक-1190
बस-465
जीप-839
कार-8400
टैम्पो-410
ऑटो-150
बाइक, स्कूटी-400000
संभागीय परिवहन कार्यालय में होता है फिटनेस
हल्के व भारी वाहनों का फिटनेस संभागीय परिवहन कार्यालय में ही किया जाता है। यहां महकमे की ओर से जनपद में फ्रेंचाइजी की व्यवस्था नहीं है। हल्के व भारी वाहनों के फिटनेस का अलग-अलग शुल्क निर्धारित है। जिसे वाहन मालिकों को ऑनलाइन जमा करना पड़ता है। इसके बाद उनके वाहनों का फिटनेस किया जाता है।
-संजय कुमार, संभागीय निरीक्षक
अनफिट वाहन मालिकों को जारी किया नोटिस
संभागीय परिवहन विभाग में पंजीकृत 1509 कॉमर्शियल वाहनों के मालिकों के साथ ही 15 साल पुराने 689 वाहनों के मालिकों ने अपने वाहनों का फिटनेस नहीं कराया है। 2198 वाहनों के मालिकों को फिटनेस कराने के लिए नोटिस जारी किया गया है। नोटिस के बाद भी फिटनेस न कराने वाले वाहनों के पंजीयन निरस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। -संजीव कुमार सिंह, एआटीओ प्रशासन