{"_id":"67-53562","slug":"Gorakhpur-53562-67","type":"story","status":"publish","title_hn":"तीन वार्डों का सफाई ठेका निरस्त ","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
तीन वार्डों का सफाई ठेका निरस्त
Gorakhpur
Updated Fri, 23 Nov 2012 12:00 PM IST
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गोरखपुर। नगर निगम प्रशासन सफाई व्यवस्था को लेकर थोड़ा सख्त हो गया है। सफाई व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण निगम प्रशासन ने निजी हाथों में दी गई तीन वार्डों सफाई व्यवस्था के ठेके को निरस्त कर दिया है। नरसिंह पुर, मियां बाजार और दीवान बाजार में अब इन वार्डों में नगर निगम के सफाई कर्मचारी ही सफाई का जिम्मा उठाएंगे। हालांकि विभिन्न इलाकों के पार्षद ठेके पर ही सफाई व्यवस्था कराने की मांग कर रहे हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार 10 हजार की जनसंख्या के लिए 28 सफाई कर्मचारियों का होना अनिवार्य है। लेकिन शहर के कई वार्ड ऐसे हैं जिनमें मानक से बहुत कम सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। ऐसे में कई वार्डों में सफाई व्यवस्था का जिम्मा ठेके पर दे दिया गया है। अभी हाल में ही दो वार्डों में सफाई की व्यवस्था ठेके पर कर दी गई। इसके साथ ही ठेके पर दी गई वार्डों की कुल संख्या 46 हो गई थी। लेकिन वार्ड संख्या 28 नरसिंहपुर, वार्ड संख्या 61 मियां बाजार और वार्ड संख्या 63 दीवान बाजार में ठेके पर दी गई सफाई व्यवस्था के टेंडर को निरस्त कर दिया गया है।
नरसिंह पुर वार्ड की पार्षद नजमा बेगम ने कहा कि ठेके के सफाई कर्मचारी सही ढंग से सफाई नहीं करते थे। यहां के लोग उन्हें जिम्मेदार ठहराते थे। इसलिए उन्होंने इस ठेके को निरस्त करने की मांग की थी।
मियां बाजार के पार्षद मनीष सिंह ने कहा कि ठेके पर रखे गए सफाई कर्मचारी सही ढंग से सफाई नहीं कर रहे थे। नगर आयुक्त को शिकायत की गई। इसके बाद उनके वार्ड में सफाई की पुरानी व्यवस्था लागू कर दी गई है।
दीवान बाजार की पार्षद शबीहा खातून ने कहा कि ठेके पर रखे हुए कर्मचारी सही ढंग से काम नहीं कर रहे थे। इस वजह से उन्होंने नगर आयुक्त से इस संबंध में शिकायत की गई थी। इसके बाद ठेका निरस्त कर दिया गया है।
सफाई निरीक्षक अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि इन तीनों वार्डों में निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था काफी खराब मिली। इसके बाद इन तीनों वार्डों में साफ सफाई का ठेका निरस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इन वार्डों में सफाई व्यवस्था निगम के सफाई कर्मचारी ही संभालेंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार 10 हजार की जनसंख्या के लिए 28 सफाई कर्मचारियों का होना अनिवार्य है। लेकिन शहर के कई वार्ड ऐसे हैं जिनमें मानक से बहुत कम सफाई कर्मचारी कार्यरत हैं। ऐसे में कई वार्डों में सफाई व्यवस्था का जिम्मा ठेके पर दे दिया गया है। अभी हाल में ही दो वार्डों में सफाई की व्यवस्था ठेके पर कर दी गई। इसके साथ ही ठेके पर दी गई वार्डों की कुल संख्या 46 हो गई थी। लेकिन वार्ड संख्या 28 नरसिंहपुर, वार्ड संख्या 61 मियां बाजार और वार्ड संख्या 63 दीवान बाजार में ठेके पर दी गई सफाई व्यवस्था के टेंडर को निरस्त कर दिया गया है।
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नरसिंह पुर वार्ड की पार्षद नजमा बेगम ने कहा कि ठेके के सफाई कर्मचारी सही ढंग से सफाई नहीं करते थे। यहां के लोग उन्हें जिम्मेदार ठहराते थे। इसलिए उन्होंने इस ठेके को निरस्त करने की मांग की थी।
मियां बाजार के पार्षद मनीष सिंह ने कहा कि ठेके पर रखे गए सफाई कर्मचारी सही ढंग से सफाई नहीं कर रहे थे। नगर आयुक्त को शिकायत की गई। इसके बाद उनके वार्ड में सफाई की पुरानी व्यवस्था लागू कर दी गई है।
दीवान बाजार की पार्षद शबीहा खातून ने कहा कि ठेके पर रखे हुए कर्मचारी सही ढंग से काम नहीं कर रहे थे। इस वजह से उन्होंने नगर आयुक्त से इस संबंध में शिकायत की गई थी। इसके बाद ठेका निरस्त कर दिया गया है।
सफाई निरीक्षक अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि इन तीनों वार्डों में निरीक्षण के दौरान सफाई व्यवस्था काफी खराब मिली। इसके बाद इन तीनों वार्डों में साफ सफाई का ठेका निरस्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इन वार्डों में सफाई व्यवस्था निगम के सफाई कर्मचारी ही संभालेंगे।