Video: एक दिन बाद ही हाथ से उखड़ गई गांव में बनी सड़क, ग्रामीणों का विरोध; अधिकारी बोला- तू शहंशाह हो रहा है..
मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे ग्रामीण नवनिर्मित मार्ग पर एकत्र हुए और आसानी से किनारे से सड़क उखाड़कर निर्माण सामग्री की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए। ग्रामीण लल्लू प्रधान, रविंद्र प्रधान, हरबीर, ऋषिपाल, सुनील, सुंदर और यशवीर आदि ने बताया कि मिट्टी, रेत और डस्ट के ऊपर ही सड़क बनाई जा रही है। इस कारण यह कुछ दिन में ही उखड़ जाएगी।
विस्तार
लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी यूपी के हापुड़ स्थित गांव ददायरा, श्यामपुर, मलकपुर, कनिया, कल्याणपुर मार्ग के चौड़ीकरण व सुंदरीकरण में खराब गुणवत्ता की सामग्री लगाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को ग्रामीणों में जमकर हंगामा किया। एक दिन पहले बनी सड़क को ग्रामीणों ने अपने हाथों से उखाड़कर दिखाया और नाराजगी जाहिर करते हुए निर्माण कार्य को रुकवा दिया।
अधिकारी बोला- शराब मांग रहे ग्रामीण
वहीं, विभाग के एक अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीण पर शराब मांगने का आरोप लगाया तो माहौल और गरमा गया। इस पर भी ग्रामीणों ने जांच की मांग की और खूब हंगामा किया। ग्रामीणों ने मामले में कार्यवाही की मांग की है।
18 करोड़ में हो रहा सड़क निर्माण
विभाग द्वारा करीब 18 करोड़ रुपये से इस 11.300 किलोमीटर लंबे मार्ग का चौड़ीकरण व सुंदरीकरण कराया जा रहा है, इसमें करीब 10 करोड़ रुपये से लोक निर्माण विभाग और शेष आठ करोड़ से ऊर्जा निगम व वन विभाग को कार्य कराना है, जबकि मार्ग को 5.50 मीटर तक चौड़ा किया जा रहा है। वर्तमान में गांव ददायरा, श्यामपुर के निकट सड़क के चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है।
सड़क उखाड़ ग्रामीणों ने बंद कराया निर्माण
मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे ग्रामीण नवनिर्मित मार्ग पर एकत्र हुए और आसानी से किनारे से सड़क उखाड़कर निर्माण सामग्री की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाए। ग्रामीण लल्लू प्रधान, रविंद्र प्रधान, हरबीर, ऋषिपाल, सुनील, सुंदर और यशवीर आदि ने बताया कि मिट्टी, रेत और डस्ट के ऊपर ही सड़क बनाई जा रही है। इस कारण यह कुछ दिन में ही उखड़ जाएगी। अभी ही मार्ग के हालात ऐसे हैं। यहां तक कि जिस सड़क का निर्माण कराया गया है। उसकी मोटाई भी नियमानुसार नहीं है। बड़ी बात यह रही कि ग्रामीणों द्वारा हल्के हाथों से ही सड़क को उखाड़ते हुए निर्माण को रुकवा दिया।
'नहीं हो सकती गड़बड़ी'
हंगामे की सूचना पर विभाग के सहायक अभियंता मुकुल नागपाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों को समझाया कि यह नई तकनीक से सड़क बन रही है। एटीए प्लांट से ही मिक्स पत्थर आदि बनकर आता है, इससे सीधे सड़क बनती है। ग्रामीणों को तकनीक समझनी चाहिए न कि हंगामा और सड़क को उखाड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ठेकेदार की 20 प्रतिशत सिक्योरिटी भी पांच साल के लिए विभाग के पास बंधक है। ऐसे में कोई गड़बड़ी नहीं हो सकती।
यह कहते हैं अधिकारी
सड़क की गुणवत्ता बहुत अच्छी है। विभाग के अधिकारी स्वयं अपनी निगरानी में सड़क का निर्माण करा रहे हैं। ग्रामीणों को इस प्रकार से सड़क नहीं उखाड़नी चाहिए। नई सड़क के बनने के बाद कुछ दिन इसे सेट होने में लग जाते हैं। यदि कोई शिकायत थी तो विभागीय अधिकारियों को बतानी चाहिए। उस समस्या का समाधान कराएंगे। ग्रामीण जहां चाहे, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता की जांच करा सकते हैं। सीधा प्लांट से सामग्री तैयार होकर आ रही है। विभागीय स्तर पर किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। - शैलेंद्र सिंह, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग
अधिकारी का वीडियो आया समाने
इस बीच एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें अधिकारी और ग्रामीणों के बीच बहस होती हुई नजर आ रही है। ग्रामीण कहते हैं कि हम ये खराब सामग्री से सड़क निर्माण का काम नहीं होने देंगे इस पर अधिकारी नाराज हो जाते हैं और कहते नजर आ रहे है, 'ऐसा है तू रोककर दिखा दियो... हां.. रोककर दिखा दियो.. तू शहंशाह लग रहा है...।'