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Jalaun News: झांसी-कानपुर हाईवे पर ऊंचे किए जाने लगे डिवाइडर
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फोटो - 04 डिवाइडरों को ऊंचा करते कर्मचारी। संवाद
फोटो - 05 अमर उजाला में 06 दिसंबर को प्रकाशित खबर का पीडीएफ।
- उरई से एट करीब 20 किलोमीटर तक डिवाइडर के बराबर हो गई थी सड़क
- अवरोध न होने से वाहन चालक मनमाने तरीके से दूसरी लेन पर चले जाते थे
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। उरई से एट करीब 20 किलोमीटर तक जगह-जगह डिवाइडर और हाईवे की सड़क मिल जाने के कारण हादसों की आशंका बढ़ गई थी। वाहन चालक कहीं से भी वाहनों को एक ओर से दूसरी तरफ कर लेते थे। हादसे की आशंका को देखते हुए अमर उजाला ने मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इसका संज्ञान लेकर एनएचआई ने डिवाइडरों को दोबारा बनवाना शुरू करा दिया है। लोगों का कहना है कि डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ जाने से अब हादसे का खतरा कम होगा।
झांसी-कानपुर हाईवे पर उरई से एट तक करीब बीस किलोमीटर के इस मार्ग पर कई जगह वर्षों से सड़क का निर्माण होता रहा। निर्माण कार्य के दौरान हाईवे पर डिवाइडर की ऊंचाई का ध्यान नहीं रखा गया। इससे सड़क और डिवाइडर बराबर पर हो गई। अवरोध खत्म हो जाने से चालक कहीं से भी अपना वाहन आसानी से निकाल लेते थे। हादसों को देखते हुए अमर उजाला ने खबर को छह दिसंबर के अंक में प्रकाशित किया था। लोगों का कहना है कि अगर इनको सही नहीं करवाया जाता, तो कोहरे के समय हादसे हो सकते थे।
वाहनों पर संकेतक, रिफ्लेक्टर व रेडियम स्ट्रिप लगवाए
फोटो - 06 हाईवे पर वाहनों में रिफ्लेक्टर लगवाते डीएम व एसपी। संवाद
एनएच-27 पर डीएम-एसपी ने चलाया जागरूकता अभियान, कोहरे में सावधानी बरतने की अपील
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। घने कोहरे और शीतलहर के चलते सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-27 का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वाहन चालकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। इस दौरान कई वाहनों पर संकेतक, रिफ्लेक्टर व रेडियम स्ट्रिप्स लगवाए।
वाहन चालकों से कहा कि कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं, फॉग लाइट का प्रयोग करें, सामने वाले वाहन से दूरी बनाए रखें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कम दृश्यता की स्थिति में सतर्कता ही दुर्घटनाओं से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। जिलाधिकारी और एसपी ने संबंधित विभागों को चेतावनी बोर्ड, संकेतक और प्रकाश व्यवस्था सुदृढ़ कराने के भी निर्देश दिए। इस दौरान एआरटीओ सुरेश कुमार, यातायात पुलिस, एनएचएआई के अधिकारी मौजूद रहे।
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फोटो - 05 अमर उजाला में 06 दिसंबर को प्रकाशित खबर का पीडीएफ।
- उरई से एट करीब 20 किलोमीटर तक डिवाइडर के बराबर हो गई थी सड़क
- अवरोध न होने से वाहन चालक मनमाने तरीके से दूसरी लेन पर चले जाते थे
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। उरई से एट करीब 20 किलोमीटर तक जगह-जगह डिवाइडर और हाईवे की सड़क मिल जाने के कारण हादसों की आशंका बढ़ गई थी। वाहन चालक कहीं से भी वाहनों को एक ओर से दूसरी तरफ कर लेते थे। हादसे की आशंका को देखते हुए अमर उजाला ने मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इसका संज्ञान लेकर एनएचआई ने डिवाइडरों को दोबारा बनवाना शुरू करा दिया है। लोगों का कहना है कि डिवाइडर की ऊंचाई बढ़ जाने से अब हादसे का खतरा कम होगा।
झांसी-कानपुर हाईवे पर उरई से एट तक करीब बीस किलोमीटर के इस मार्ग पर कई जगह वर्षों से सड़क का निर्माण होता रहा। निर्माण कार्य के दौरान हाईवे पर डिवाइडर की ऊंचाई का ध्यान नहीं रखा गया। इससे सड़क और डिवाइडर बराबर पर हो गई। अवरोध खत्म हो जाने से चालक कहीं से भी अपना वाहन आसानी से निकाल लेते थे। हादसों को देखते हुए अमर उजाला ने खबर को छह दिसंबर के अंक में प्रकाशित किया था। लोगों का कहना है कि अगर इनको सही नहीं करवाया जाता, तो कोहरे के समय हादसे हो सकते थे।
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वाहनों पर संकेतक, रिफ्लेक्टर व रेडियम स्ट्रिप लगवाए
फोटो - 06 हाईवे पर वाहनों में रिफ्लेक्टर लगवाते डीएम व एसपी। संवाद
एनएच-27 पर डीएम-एसपी ने चलाया जागरूकता अभियान, कोहरे में सावधानी बरतने की अपील
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। घने कोहरे और शीतलहर के चलते सड़क हादसों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय और पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार ने शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-27 का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने वाहन चालकों को सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। इस दौरान कई वाहनों पर संकेतक, रिफ्लेक्टर व रेडियम स्ट्रिप्स लगवाए।
वाहन चालकों से कहा कि कोहरे में वाहन धीमी गति से चलाएं, फॉग लाइट का प्रयोग करें, सामने वाले वाहन से दूरी बनाए रखें और यातायात नियमों का पालन करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कम दृश्यता की स्थिति में सतर्कता ही दुर्घटनाओं से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। जिलाधिकारी और एसपी ने संबंधित विभागों को चेतावनी बोर्ड, संकेतक और प्रकाश व्यवस्था सुदृढ़ कराने के भी निर्देश दिए। इस दौरान एआरटीओ सुरेश कुमार, यातायात पुलिस, एनएचएआई के अधिकारी मौजूद रहे।
