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Health: रोट्रो और नोरो वायरस...शुरुआती सर्दी में कोल्ड डायरिया के शिकार हो रहे बच्चे
अमर उजाला नेटवर्क, झांसी
Published by: दीपक महाजन
Updated Thu, 13 Nov 2025 02:45 PM IST
सार
कोल्ड डायरिया सबसे ज्यादा शुरुआती ठंड में फैलता है। लापरवाही बरतना घातक हो सकता है। इस संक्रमण से बच्चे को तेज बुखार, खांसी-जुकाम के साथ उल्टी, दस्त होते हैं।
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वायरल
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
ठंड में वायरस तेजी से फैलते हैं, इससे बच्चे ज्यादा प्रभावित होते हैं। उनमें सबसे ज्यादा कोल्ड डायरिया होता है। मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग की ओपीडी में बुधवार को 24 से ज्यादा बच्चे कोल्ड डायरिया के आए। छह बच्चों को चिंताजनक हालत में भर्ती किया गया।
बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ओमशंकर चौरसिया ने बताया कि रोट्रो व नोरो वायरस की चपेट में आने वाले बच्चे कोल्ड डायरिया के शिकार होते हैं। कोल्ड डायरिया सबसे ज्यादा शुरुआती ठंड में फैलता है। लापरवाही बरतना घातक हो सकता है। इस संक्रमण से बच्चे को तेज बुखार, खांसी-जुकाम के साथ उल्टी, दस्त होते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही बच्चे को दिन में तीन-चार बार दस्त हो, वैसे ही ओआरएस का घोल देना शुरू कर दें। इससे शरीर में पोषक तत्व की कमी नहीं होती है और जानलेवा खतरा भी पैदा नहीं होता।
यह होते हैं गंभीर लक्षण
एक दिन में तीन-चार बार से अधिक दस्त होने का मतलब है कि रोट्रो व नोरो वायरस का संक्रमण है। यदि बच्चा सुस्त हो जाए, पेशाब नहीं कर रहा है, तेजी से चिड़चिड़ाने लगे, तेज बुखार के साथ त्वचा में झुर्रियां दिखें, आंखें अंदर की तरफ दिखें तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।
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बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. ओमशंकर चौरसिया ने बताया कि रोट्रो व नोरो वायरस की चपेट में आने वाले बच्चे कोल्ड डायरिया के शिकार होते हैं। कोल्ड डायरिया सबसे ज्यादा शुरुआती ठंड में फैलता है। लापरवाही बरतना घातक हो सकता है। इस संक्रमण से बच्चे को तेज बुखार, खांसी-जुकाम के साथ उल्टी, दस्त होते हैं। उन्होंने कहा कि जैसे ही बच्चे को दिन में तीन-चार बार दस्त हो, वैसे ही ओआरएस का घोल देना शुरू कर दें। इससे शरीर में पोषक तत्व की कमी नहीं होती है और जानलेवा खतरा भी पैदा नहीं होता।
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यह होते हैं गंभीर लक्षण
एक दिन में तीन-चार बार से अधिक दस्त होने का मतलब है कि रोट्रो व नोरो वायरस का संक्रमण है। यदि बच्चा सुस्त हो जाए, पेशाब नहीं कर रहा है, तेजी से चिड़चिड़ाने लगे, तेज बुखार के साथ त्वचा में झुर्रियां दिखें, आंखें अंदर की तरफ दिखें तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं।