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ग्राम पंचायत परिक्रमा: गुरसराय विकासखंड के इस गांंव में पाइप लाइन डाली लेकिन पानी नहीं पहुंचा, सड़कें भी खराब
संवाद न्यूज एजेंसी, झांसी
Published by: दीपक महाजन
Updated Wed, 19 Nov 2025 02:52 PM IST
सार
विकासखंड गुरसराय की ग्राम पंचायत भसनेह क्षेत्र की विकसित ग्राम पंचायतों में से एक मानी जाती है। लेकिन, जल जीवन मिशन का काम यहां भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। पाइपलाइन डाले जाने के बाद भी यहां अब तक लोगों को पानी नहीं मिल पाया है।
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विकासखंड गुरसराय की ग्राम पंचायत भसनेह
- फोटो : संवाद
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विस्तार
विकासखंड गुरसराय की ग्राम पंचायत भसनेह क्षेत्र की विकसित ग्राम पंचायतों में से एक मानी जाती है। लेकिन, जल जीवन मिशन का काम यहां भी लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। पाइपलाइन डाले जाने के बाद भी यहां अब तक लोगों को नलों से पानी नहीं मिल पाया है। जबकि, मरम्मत न होने की वजह से सड़कों की दशा भी खराब है। इसके अलावा ग्रामीणों को अन्य सुविधाओं की भी दरकार है।
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ग्राम पंचायत भसनेह की बढ़वार झील
- फोटो : संवाद
पर्यटन को बढ़ावा देने वाली बढ़वार झील का रास्ता खराब
गुरसराय-मऊरानीपुर मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत भसनेह की बढ़वार झील अपने आप में कुदरत की सुंदरता समेटे हुए है, जिसे देखने के लिए यहां बारिश और सर्दी के सीजन में लोगों का लगातार आवागमन बना रहता है। लेकिन, पहाड़ों के नीचे बसे इस गांव की सड़कों की दशा खराब होने की वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन डालने के लिए यहां सड़कों की खुदाई की गई थी, लेकिन यह काम पूरा होने के बाद सड़कों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। ग्राम पंचायत की बिजली आपूर्ति के लिए छह ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, लेकिन फिलहाल इनमें से दो खराब हैं।
आठवीं के बाद शिक्षा के लिए जाना पड़ता है दूर
इसके अलावा ग्राम पंचायत में कक्षा आठवीं के बाद सरकारी शिक्षा का प्रबंध नहीं है। ऐसे में गांव के बच्चों को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के लिए 12 किलोमीटर दूर गुरसराय तक जाना पड़ता है। यह दूरी खासतौर पर बालिकाओं को खासी खलती है।
खेल मैदान की मांग
ग्रामीणों की ओर से गांव में खेल मैदान की लंबे समय से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। ग्रामीणों को सामुदायिक बरात घर की भी दरकार है।
पंचायत एक नजर में
ग्राम पंचायत का नाम- भसनेह
ग्राम पंचायत में शामिल गांव- भसनेह और माधोपुरा
ग्राम पंचायत की आबादी- 6000
ग्राम पंचायत में मतदाताओं की संख्या- 3380
गुरसराय-मऊरानीपुर मार्ग पर स्थित ग्राम पंचायत भसनेह की बढ़वार झील अपने आप में कुदरत की सुंदरता समेटे हुए है, जिसे देखने के लिए यहां बारिश और सर्दी के सीजन में लोगों का लगातार आवागमन बना रहता है। लेकिन, पहाड़ों के नीचे बसे इस गांव की सड़कों की दशा खराब होने की वजह से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइन डालने के लिए यहां सड़कों की खुदाई की गई थी, लेकिन यह काम पूरा होने के बाद सड़कों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। ग्राम पंचायत की बिजली आपूर्ति के लिए छह ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं, लेकिन फिलहाल इनमें से दो खराब हैं।
आठवीं के बाद शिक्षा के लिए जाना पड़ता है दूर
इसके अलावा ग्राम पंचायत में कक्षा आठवीं के बाद सरकारी शिक्षा का प्रबंध नहीं है। ऐसे में गांव के बच्चों को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के लिए 12 किलोमीटर दूर गुरसराय तक जाना पड़ता है। यह दूरी खासतौर पर बालिकाओं को खासी खलती है।
खेल मैदान की मांग
ग्रामीणों की ओर से गांव में खेल मैदान की लंबे समय से मांग की जा रही है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो पाई है। ग्रामीणों को सामुदायिक बरात घर की भी दरकार है।
पंचायत एक नजर में
ग्राम पंचायत का नाम- भसनेह
ग्राम पंचायत में शामिल गांव- भसनेह और माधोपुरा
ग्राम पंचायत की आबादी- 6000
ग्राम पंचायत में मतदाताओं की संख्या- 3380
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गांव की क्षतिग्रस्त सड़क
- फोटो : संवाद
यह हैं समस्याएं
सड़कें क्षतिग्रस्त होने की वजह से आवागमन बना रहता है मुश्किल।
सामुदायिक बरात घर न होने से आयोजनों में होती है दिक्कत।
नलों में पानी न आने से ग्रामीणों को करना पड़ता है पेयजल संकट का सामना।
गांव के बच्चों और युवाओं को खलती है खेल मैदान की कमी।
बीते चार साल की उपलब्धियां
ग्राम पंचायत में 25 सीसी सड़क और 100 आवासों का हुआ निर्माण।
ग्राम पंचायत में स्थित वृद्धाश्रम का हुआ सौंदर्यीकरण।
अमृत सरोवर का हुआ निर्माण।
माधोपुरा प्राथमिक विद्यालय का सौंदर्यीकरण किया गया।
इनका यह है कहना
ग्राम प्रधान रेखा देवी का कहना है कि गांव में विकास कार्य लगातार किए जा रहे हैं। कुछ कार्य शेष भी हैं, जिन पर जल्द काम शुरू किया जाएगा। गांव के ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभ से लाभान्वित तकराया जा रह है।
सत्येंद्र सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत डाली गई पाइपलाइन की वजह से गांव की सड़कों की दशा खराब हो गई है। इसके अलावा अब तक घरों तक पानी भी नहीं पहुंच पाया है। यह व्यवस्थाएं दुरुस्त की जानी चाहिए।
नवाब खान ने बताया कि मुख्य सड़क से सटा गांव होने की वजह से यहां दिन भर तेज रफ्तार से वाहनों का आवागमन लगा रहता है। ऐसे में सड़क पर स्पीड ब्रेकर की नितांत आवश्यकता है। इस कमी को दूर किया जाना चाहिए।
कृष्णप्रताप सिंह बुंदेला ने कहा कि बड़ी आबादी वाले इस गांव में एक इंटर कालेज होना चाहिए ,जिससे छात्र-छात्रा को गांव में ही शिक्षा मिल सके। अभी यहां के बच्चों को 10वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए 12 किमी दूर गुरसराय जाना पड़ता है।
खंड विकास अधिकारी सौरभ कुमार का कहना है कि ग्राम पंचायत भसनेह में विकास कार्यों का क्रम लगातार बना हुआ है। ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाया जा रहा है। कई कार्य और होना अभी बाकी हैं।
सड़कें क्षतिग्रस्त होने की वजह से आवागमन बना रहता है मुश्किल।
सामुदायिक बरात घर न होने से आयोजनों में होती है दिक्कत।
नलों में पानी न आने से ग्रामीणों को करना पड़ता है पेयजल संकट का सामना।
गांव के बच्चों और युवाओं को खलती है खेल मैदान की कमी।
बीते चार साल की उपलब्धियां
ग्राम पंचायत में 25 सीसी सड़क और 100 आवासों का हुआ निर्माण।
ग्राम पंचायत में स्थित वृद्धाश्रम का हुआ सौंदर्यीकरण।
अमृत सरोवर का हुआ निर्माण।
माधोपुरा प्राथमिक विद्यालय का सौंदर्यीकरण किया गया।
इनका यह है कहना
ग्राम प्रधान रेखा देवी का कहना है कि गांव में विकास कार्य लगातार किए जा रहे हैं। कुछ कार्य शेष भी हैं, जिन पर जल्द काम शुरू किया जाएगा। गांव के ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं के लाभ से लाभान्वित तकराया जा रह है।
सत्येंद्र सिंह ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत डाली गई पाइपलाइन की वजह से गांव की सड़कों की दशा खराब हो गई है। इसके अलावा अब तक घरों तक पानी भी नहीं पहुंच पाया है। यह व्यवस्थाएं दुरुस्त की जानी चाहिए।
नवाब खान ने बताया कि मुख्य सड़क से सटा गांव होने की वजह से यहां दिन भर तेज रफ्तार से वाहनों का आवागमन लगा रहता है। ऐसे में सड़क पर स्पीड ब्रेकर की नितांत आवश्यकता है। इस कमी को दूर किया जाना चाहिए।
कृष्णप्रताप सिंह बुंदेला ने कहा कि बड़ी आबादी वाले इस गांव में एक इंटर कालेज होना चाहिए ,जिससे छात्र-छात्रा को गांव में ही शिक्षा मिल सके। अभी यहां के बच्चों को 10वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए 12 किमी दूर गुरसराय जाना पड़ता है।
खंड विकास अधिकारी सौरभ कुमार का कहना है कि ग्राम पंचायत भसनेह में विकास कार्यों का क्रम लगातार बना हुआ है। ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ भी दिलाया जा रहा है। कई कार्य और होना अभी बाकी हैं।