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स्टेडियम में नजर नहीं आएगी धूल
अमर उजाला ब्यूरो
Updated Tue, 06 Sep 2016 01:29 AM IST
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झांसी। आने वाले दिनों में ध्यानचंद स्टेडियम में धूल का नामोनिशान भी नजर नहीं आएगा। यहां हॉकी खेलने के लिए बने एस्ट्रोटर्फ की धूल से सुरक्षा और खिलाड़ियों की सुविधा के लिए स्टेडियम की एक हेक्टेयर भूमि में सेलेक्शन नंबर वन घास बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। यह काम बीस दिन में पूरा हो जाएगा।
उल्लेखनीय है कि तत्कालीन जिलाधिकारी अनुराग यादव ने स्टेडियम के एक बडे़ हिस्से में घास लगाने की योजना बनाई थी, जिसके लिए झांसी विकास प्राधिकरण ने लगभग साढे़ सात लाख रुपये अवस्थापना निधि से मंजूर किया। लेकिन टेंडर प्रक्रिया के बाद घास लगने की योजना को पानी का संकट लगातार झटका देता रहा। अब राजकीय उद्यान नारायण बाग के प्रभारी जालिम सिंह नकी देखरेख में सेलेक्शन नंबर वन घास लग रही है। उनके मुताबिक घास को तैयार होने में लगभग 15 से 20 दिन लग जाएंगे। अभी तक दो से तीन बार जुताई हो चुकी है और जंगली घास की जड़े हटाने का काम चल रहा है।
बीस वर्ष तक रहती है सेलेक्शन नंबर वन घास
सेलेक्शन नंबर वन घास एक बार लगने के बाद 20 वर्षों तक लगी रहती है। नारायण बाग उद्यान निरीक्षक जालिम सिंह के मुताबिक डार्क हरे रंग की यह घास काफी हार्ड होती है, जो खेलने से खराब नहीं होती है। बुंदेलखंड की जलवायु में यह बेहतर घास मानी जाती है और इस पर टर्फिंग भी आसानी से बन जाती है।
तीन ट्रेनिंग कैंप हीरोज में स्थानांतरित
ध्यानचंद स्टेडियम के मैदान में जुताई होने से खेल विभाग द्वारा संचालित एथलेटिक्स, क्रिकेट व हॉकी के ट्रेनिंग कैंप हीरोज ग्राउंड में सितंबर माह तक के लिए स्थानांतरित कर दिए गए है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी राज प्रकाश सिंह के अनुसार बैडमिंटन, जिमनास्ट, बाक्सिंग जैसे इंडोर खेल ही स्टेडियम में होंगे।
जूडो-कराटे कोच की तैनाती
खेल विभाग में अधिकारियों की अदला-बदली खेल निदेशालय ने की है। जिमनास्ट कोच व क्रीड़ा अधिकारी रानी प्रकाश फिरोजाबाद के लिए स्थानांतरित हो गई हैं, तो वहीं झांसी में जूडो-कराटे कोच एवं उप क्रीड़ा अधिकारी मंजू शर्मा की तैनाती कर दी गई है।

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उल्लेखनीय है कि तत्कालीन जिलाधिकारी अनुराग यादव ने स्टेडियम के एक बडे़ हिस्से में घास लगाने की योजना बनाई थी, जिसके लिए झांसी विकास प्राधिकरण ने लगभग साढे़ सात लाख रुपये अवस्थापना निधि से मंजूर किया। लेकिन टेंडर प्रक्रिया के बाद घास लगने की योजना को पानी का संकट लगातार झटका देता रहा। अब राजकीय उद्यान नारायण बाग के प्रभारी जालिम सिंह नकी देखरेख में सेलेक्शन नंबर वन घास लग रही है। उनके मुताबिक घास को तैयार होने में लगभग 15 से 20 दिन लग जाएंगे। अभी तक दो से तीन बार जुताई हो चुकी है और जंगली घास की जड़े हटाने का काम चल रहा है।
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बीस वर्ष तक रहती है सेलेक्शन नंबर वन घास
सेलेक्शन नंबर वन घास एक बार लगने के बाद 20 वर्षों तक लगी रहती है। नारायण बाग उद्यान निरीक्षक जालिम सिंह के मुताबिक डार्क हरे रंग की यह घास काफी हार्ड होती है, जो खेलने से खराब नहीं होती है। बुंदेलखंड की जलवायु में यह बेहतर घास मानी जाती है और इस पर टर्फिंग भी आसानी से बन जाती है।
तीन ट्रेनिंग कैंप हीरोज में स्थानांतरित
ध्यानचंद स्टेडियम के मैदान में जुताई होने से खेल विभाग द्वारा संचालित एथलेटिक्स, क्रिकेट व हॉकी के ट्रेनिंग कैंप हीरोज ग्राउंड में सितंबर माह तक के लिए स्थानांतरित कर दिए गए है। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी राज प्रकाश सिंह के अनुसार बैडमिंटन, जिमनास्ट, बाक्सिंग जैसे इंडोर खेल ही स्टेडियम में होंगे।
जूडो-कराटे कोच की तैनाती
खेल विभाग में अधिकारियों की अदला-बदली खेल निदेशालय ने की है। जिमनास्ट कोच व क्रीड़ा अधिकारी रानी प्रकाश फिरोजाबाद के लिए स्थानांतरित हो गई हैं, तो वहीं झांसी में जूडो-कराटे कोच एवं उप क्रीड़ा अधिकारी मंजू शर्मा की तैनाती कर दी गई है।