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Jhansi News: अरविंद हत्याकांड का मुख्य हत्यारोपी पूर्व प्रधान बना गैंग लीडर
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अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। भोजला में हुए अरविंद यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपी एवं पूर्व ग्राम प्रधान रिंकू यादव समेत दस के खिलाफ सीपरी बाजार पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए उनके गैंग को डी-2 के नाम से दर्ज किया है। गैंग में शामिल दसों गुर्गे पहले से जेल में बंद हैं। गैंगस्टर के तहत कार्रवाई के बाद अब राजस्व टीम के साथ मिलकर पुलिस उनकी चल एवं अचल संपत्ति भी तलाश रही है।
थाना सीपरी बाजार के भोजला गांव में 8 सितंबर को डेयरी संचालक अरविंद यादव की पत्नी सुनीता के सामने सड़क पर गोलियों से भूनकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। सुनीता की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान रिंकू यादव, अनिल, मिथुन, अजीत, कुल्लू, राहुल, कैलाश, अमित, संजय और सुरेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। चार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद जेल गए जबकि रिंकू ने कोर्ट के सामने आत्म समर्पण कर दिया था।
इसके बाद से पुलिस रिंकू के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी थी। छानबीन में रिंकू का लंबा चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया। मालूम चला कि कई साल पहले सीपरी बाजार थाने में तैनात पुलिस कर्मियों पर भी रिंकू अपने परिजनों के साथ मिलकर जानलेवा हमला कर चुका है। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने रिंकू के गैंग को पंजीकृत कर लिया। गैंग मेंबर के तौर पर अनिल यादव, मिथुन यादव, अजीत यादव, कुल्लू उर्फ अशोक यादव, राहुल यादव, कैलाश यादव, नरेंद्र यादव, संजय यादव एवं सुरेश यादव को शामिल किया गया है। थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा के मुताबिक गैंग में शामिल सभी सदस्य जेल भेजे जा चुके। अब इनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
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झांसी। भोजला में हुए अरविंद यादव हत्याकांड के मुख्य आरोपी एवं पूर्व ग्राम प्रधान रिंकू यादव समेत दस के खिलाफ सीपरी बाजार पुलिस ने गैंगस्टर की कार्रवाई करते हुए उनके गैंग को डी-2 के नाम से दर्ज किया है। गैंग में शामिल दसों गुर्गे पहले से जेल में बंद हैं। गैंगस्टर के तहत कार्रवाई के बाद अब राजस्व टीम के साथ मिलकर पुलिस उनकी चल एवं अचल संपत्ति भी तलाश रही है।
थाना सीपरी बाजार के भोजला गांव में 8 सितंबर को डेयरी संचालक अरविंद यादव की पत्नी सुनीता के सामने सड़क पर गोलियों से भूनकर नृशंस हत्या कर दी गई थी। सुनीता की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान रिंकू यादव, अनिल, मिथुन, अजीत, कुल्लू, राहुल, कैलाश, अमित, संजय और सुरेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। चार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद जेल गए जबकि रिंकू ने कोर्ट के सामने आत्म समर्पण कर दिया था।
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इसके बाद से पुलिस रिंकू के आपराधिक रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी थी। छानबीन में रिंकू का लंबा चौड़ा आपराधिक रिकॉर्ड सामने आया। मालूम चला कि कई साल पहले सीपरी बाजार थाने में तैनात पुलिस कर्मियों पर भी रिंकू अपने परिजनों के साथ मिलकर जानलेवा हमला कर चुका है। उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में कई थानों में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने रिंकू के गैंग को पंजीकृत कर लिया। गैंग मेंबर के तौर पर अनिल यादव, मिथुन यादव, अजीत यादव, कुल्लू उर्फ अशोक यादव, राहुल यादव, कैलाश यादव, नरेंद्र यादव, संजय यादव एवं सुरेश यादव को शामिल किया गया है। थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा के मुताबिक गैंग में शामिल सभी सदस्य जेल भेजे जा चुके। अब इनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।