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झांसी की रानी का किला देखने उमड़े सैलानी
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विश्व धरोहर सप्ताह के शुभारंभ दिवस पर मंगलवार को पुरातत्व विभाग की ओर से कई आयोजन हुए। राजकीय संग्रहालय में पुरा धरोहरों के चित्र प्रदर्शित किए गए। रानी लक्ष्मीबाई के ग्रीष्म कालीन महल बरुआसागर किला में फ्र ांस के पर्यटकों और स्थानीय कालेजों के विद्यार्थियों ने भ्रमण किया। वहीं शहर के ऐतिहासिक किले व रानीमहल में भी सैलानी जमकर उमडे़। किले में उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई और उनके साथियों के संघर्ष स्थल को देखा।
विश्व धरोहर सप्ताह के शुभारंभ दिवस होने और महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती के अवसर पर मंगलवार को इन दोनों स्थलों पर प्रवेश नि:शुल्क था। सैलानियों ने पंचमहल, गुलाम गौस खां की कड़क बिजली तोप, शिव मंदिर, आमोद उद्यान आदि स्थलों को देखा।
वहीं राजकीय संग्रहालय में पुरा धरोहरों क ी लगी चित्र प्रदर्शनी में जालौन के किले, ग्राम भरसूडा में प्राप्त हरिति देवी, एरच के प्राचीन टीले, कालपी में यमुना के किनारे किए जा रहे उत्खनन के कार्य, देवगढ़ की बौद्ध गुफ ाओं, वाराही देवी के चित्र लोगों के लिए आकर्षण रहे। इधर राज्य पुरातत्व विभाग, राजकीय संग्रहालय और इंटैक के संयुक्त तत्वावधान में बरुआसागर के किला में फ्रांस के पर्यटकों ने भ्रमण किया। किला की प्राकृतिक सुंदरता को निहारा। क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. एसके दुबे ने सभी को किला का इतिहास बताया। इस अवसर पर प्रदीप कुमार, डा. रोहित भटनागर, अरविंद सिंह राठौर, विनीता राय, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, संतोष कुमार शर्मा व सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।
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वहीं राजकीय संग्रहालय में पुरा धरोहरों क ी लगी चित्र प्रदर्शनी में जालौन के किले, ग्राम भरसूडा में प्राप्त हरिति देवी, एरच के प्राचीन टीले, कालपी में यमुना के किनारे किए जा रहे उत्खनन के कार्य, देवगढ़ की बौद्ध गुफ ाओं, वाराही देवी के चित्र लोगों के लिए आकर्षण रहे। इधर राज्य पुरातत्व विभाग, राजकीय संग्रहालय और इंटैक के संयुक्त तत्वावधान में बरुआसागर के किला में फ्रांस के पर्यटकों ने भ्रमण किया। किला की प्राकृतिक सुंदरता को निहारा। क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डॉ. एसके दुबे ने सभी को किला का इतिहास बताया। इस अवसर पर प्रदीप कुमार, डा. रोहित भटनागर, अरविंद सिंह राठौर, विनीता राय, मुकेश कुमार, कमलेश कुमार, संतोष कुमार शर्मा व सुनील कुमार आदि मौजूद रहे।