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Kannauj News: बाढ़ के बाद अब संक्रमण का खतरा मंडराया
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कन्नौज। गंगा का जलस्तर घटने के बाद गांवों में गंदगी व कीचड़ फैल गया है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओ से लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए दवा दी जा रही हैं। वहीं सफाईकर्मी गांवों में एकत्र गंदगी को साफ करने में जुटे हैं। ताकि ग्रामीणों को संक्रमण से बचाया जा सके। राजस्व टीमें बुधवार को नुकसान का आंकलन करती रहीं।
जलस्तर घटने के बाद भी कटरी क्षेत्र में कटान जारी है। गंगा का जलस्तर बुधवार को 100 सेंटीमीटर कम होकर 124.620 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि बैराज से 1,20,201 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर एक या दो दिन में दिखाई देगा। गंगा व काली नदी के किनारे स्थित काफी जमीन नदियों में समा चुकी है। पानी कम होने से कासिमपुर के बाशिंदे गांव लौटने लगे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने ग्रामीणों ने गांवों में न जाने की सलाह दी है। बाढ़ का प्रकोप कम होने के बाद गांवों में राहत एवं पुनर्वास कार्य तेज कर दिया गया है।
इन गांवों में साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए राजस्व, स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, पंचायत व पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें ग्रामीणों से संपर्क कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित गांव दुर्गापुर, सलेमपुर तारा बांगर, गुमटिया, मिश्रीपुर, सढि़यापुर बांगर, चिंतामणि आदि गांवों में राजस्व विभाग की फसल, मकान और संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रही है। ताकि पीड़ित परिवारों को मुआवजा और सहायता समय से उपलब्ध कराई जा सके। सदर तहसीलदार अभिनव वर्मा का कहना है कि राजस्व टीमें गठित कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। बचाव एवं राहत कार्य में लगी टीमें बाढ़ प्रभावितों की मदद में जुटी हैं। ग्रामीणों को कटान वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।

जलस्तर घटने के बाद भी कटरी क्षेत्र में कटान जारी है। गंगा का जलस्तर बुधवार को 100 सेंटीमीटर कम होकर 124.620 मीटर दर्ज किया गया। हालांकि बैराज से 1,20,201 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसका असर एक या दो दिन में दिखाई देगा। गंगा व काली नदी के किनारे स्थित काफी जमीन नदियों में समा चुकी है। पानी कम होने से कासिमपुर के बाशिंदे गांव लौटने लगे हैं। सुरक्षा के मद्देनजर प्रशासन ने ग्रामीणों ने गांवों में न जाने की सलाह दी है। बाढ़ का प्रकोप कम होने के बाद गांवों में राहत एवं पुनर्वास कार्य तेज कर दिया गया है।
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इन गांवों में साफ-सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए राजस्व, स्वास्थ्य, पशु चिकित्सा, पंचायत व पुलिस विभाग की संयुक्त टीमें ग्रामीणों से संपर्क कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित गांव दुर्गापुर, सलेमपुर तारा बांगर, गुमटिया, मिश्रीपुर, सढि़यापुर बांगर, चिंतामणि आदि गांवों में राजस्व विभाग की फसल, मकान और संपत्ति के नुकसान का आकलन कर रही है। ताकि पीड़ित परिवारों को मुआवजा और सहायता समय से उपलब्ध कराई जा सके। सदर तहसीलदार अभिनव वर्मा का कहना है कि राजस्व टीमें गठित कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। बचाव एवं राहत कार्य में लगी टीमें बाढ़ प्रभावितों की मदद में जुटी हैं। ग्रामीणों को कटान वाले क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी गई है।