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Farrukhabad: बाढ़ से घिरे युवक को अस्पताल ले जाने के लिए नहीं मिली नाव, थम गईं सांसें
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, फर्रुखाबाद
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sat, 23 Aug 2025 10:27 PM IST
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सार
Farrukhabad News: शमसाबाद में बाढ़ से घिरे युवक को अस्पताल ले जाने के लिए नाव नहीं मिली और उसकी मौत हो गई। इससे पूर्व दो की मौत हो चुकी है।

कटी सड़क से गुजरता छात्र व सड़क पर पन्नी तानकर रह रहे बाढ़ पीड़ित
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सरकारी दावों के बाद भी राहत के सभी इंतजाम नाकाफी साबित हो रहे हैं। शनिवार को बाढ़ का पानी भरा होने के चलते बीमार युवक को इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई। इससे पूर्व 16 अगस्त को बाढ़ की वजह से प्रसूता व नवजात की समय से अस्पताल न पहुंचने से मौत हो गई थी।
थाना क्षेत्र के गांव बांसखेड़ा निवासी रामबाबू (50) के पेट में शुक्रवार रात तेज दर्द उठा। परिजन रामबाबू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे। ढाई घाट मार्ग गांव चौराहार के पास रात में पानी अधिक होने के कारण वे आगे नहीं जा सके। नाव की व्यवस्था भी नहीं हो सकी। मजबूरी में परिजन रामबाबू को वापस गांव ले आए। देर रात रामबाबू की मौत हो गई।
परिजनों ने रामबाबू का शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक की पत्नी माहिया और दो पुत्र संतोष और सेठ हैं। संतोष का कहना था कि रात में रास्ते में पानी भरा होने के चलते पिता को अस्पताल नहीं ले जा सके। प्रधान जुबेर खां ने बताया रात में मृतक के परिजनों को चौराहार गांव के पास नाव नहीं मिली, जिसके कारण रामबाबू की मौत हो गई। उधर, गंगा के मुहाने पर बसे गांव पंखियन की मड़ैया में कटान तेज हो गई है। दो दिन में ग्राम प्रधान समेत 10 लोगों के मकान पानी में समा चुके हैं। शनिवार को दो पक्के घर और दो झोपड़ी डूब गईं। जिस स्थान पर पक्की सड़क थी, वहां बाढ़ का बह रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत है।
तेज धार में नाव पलटी, चार ग्रामीण बाल-बाल बचे
गंगा के तेज बहाव के चलते अलीगढ़-इमादपुर सोमवंशी की सड़क नासा नाला की पुलिया के पास कट गई है। ग्रामीणों के आने जाने लिए प्रशासन की ओर से नाव चलाई जा रही है। शनिवार को तहसील क्षेत्र के गांव भुड़िया भेड़ा निवासी कौशल अग्निहोत्री, भूरे सोमवंशी, जयवीर कश्यप व संजीव कश्यप सुबह करीब आठ बजे नाव से राजेपुर जा रहे थे। चारों लोग जब नाव से कटी सड़क को पार कर रहे थे तभी पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पलट गई। जिससे लोग बहने लगे। सड़क पर मौजूद ग्रामीणों ने सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया।

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थाना क्षेत्र के गांव बांसखेड़ा निवासी रामबाबू (50) के पेट में शुक्रवार रात तेज दर्द उठा। परिजन रामबाबू को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जा रहे थे। ढाई घाट मार्ग गांव चौराहार के पास रात में पानी अधिक होने के कारण वे आगे नहीं जा सके। नाव की व्यवस्था भी नहीं हो सकी। मजबूरी में परिजन रामबाबू को वापस गांव ले आए। देर रात रामबाबू की मौत हो गई।
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परिजनों ने रामबाबू का शनिवार को अंतिम संस्कार कर दिया। मृतक की पत्नी माहिया और दो पुत्र संतोष और सेठ हैं। संतोष का कहना था कि रात में रास्ते में पानी भरा होने के चलते पिता को अस्पताल नहीं ले जा सके। प्रधान जुबेर खां ने बताया रात में मृतक के परिजनों को चौराहार गांव के पास नाव नहीं मिली, जिसके कारण रामबाबू की मौत हो गई। उधर, गंगा के मुहाने पर बसे गांव पंखियन की मड़ैया में कटान तेज हो गई है। दो दिन में ग्राम प्रधान समेत 10 लोगों के मकान पानी में समा चुके हैं। शनिवार को दो पक्के घर और दो झोपड़ी डूब गईं। जिस स्थान पर पक्की सड़क थी, वहां बाढ़ का बह रहा है। इससे ग्रामीणों में दहशत है।
तेज धार में नाव पलटी, चार ग्रामीण बाल-बाल बचे
गंगा के तेज बहाव के चलते अलीगढ़-इमादपुर सोमवंशी की सड़क नासा नाला की पुलिया के पास कट गई है। ग्रामीणों के आने जाने लिए प्रशासन की ओर से नाव चलाई जा रही है। शनिवार को तहसील क्षेत्र के गांव भुड़िया भेड़ा निवासी कौशल अग्निहोत्री, भूरे सोमवंशी, जयवीर कश्यप व संजीव कश्यप सुबह करीब आठ बजे नाव से राजेपुर जा रहे थे। चारों लोग जब नाव से कटी सड़क को पार कर रहे थे तभी पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पलट गई। जिससे लोग बहने लगे। सड़क पर मौजूद ग्रामीणों ने सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया।