Kanpur: ठंड से दिल और दिमाग पर संकट; 24 घंटे में 60 को हार्ट अटैक…15 को ब्रेन स्ट्रोक, लावारिस शवों संख्या बढ़ी
Kanpur News: कानपुर में गलन के कारण कार्डियोलॉजी में 60 हार्ट पेशेंट और हैलट में 15 ब्रेन स्ट्रोक के मरीज भर्ती हुए है। वहीं, लावारिस शवों की संख्या बढ़कर 55 पहुंच गई है।
विस्तार
कानपुर में गलन भरी ठंड से दिल और दिमाग दोनों खतरे में पड़ रहे हैं। खासतौर पर ब्लड प्रेशर की दवा खाने में लापरवाही और रोग के लक्षणों को नजर अंदाज करना भारी पड़ रहा है। रोगी अस्पताल पहुंचने के पहले ही दम तोड़ दे रहे हैं। सोमवार को कार्डियोलॉजी में हार्ट अटैक के लक्षण वाले 60 रोगी भर्ती हुए। हैलट इमरजेंसी में ब्रेन स्ट्रोक के 15 रोगी भर्ती हुए जिनमें 13 के मस्तिष्क की नसें फट गई थीं।
वहीं आठ रोगी मृत अवस्था में अस्पताल लाए गए। एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रोफेसर राकेश कुमार वर्मा ने बताया कि सोमवार को ओपीडी में 1133 रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। 60 रोगी भर्ती हुए और छह मृतावस्था में पहुंचे। वहीं हैलट की मेडिसिन इमरजेंसी में 38 रोगी भर्ती हुए। इनमें 13 ब्रेन हेमरेज और दो थक्का जमने से स्ट्रोक के थे। ब्रेन हेमरेज का एक रोगी मृतावस्था में हैलट लाया गया।
पुराने रोगियों की हालत बिगड़ जा रही
मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. जेएस कुशवाहा ने बताया कि ओपीडी में 212 रोगी आए। नर्सिंगहोम से अति गंभीर अवस्था में रेफर होकर आए एक सीओपीडी रोगी की मौत हो गई। अस्पताल आने वाले रोगियों में सबसे अधिक संख्या ब्रेन हेमरेज वालों की है। इसके अलावा गुर्दा और लिवर फेल होने के रोगी भी अस्पताल आ रहे हैं। ब्लड प्रेशर बढ़ने से गुर्दे के पुराने रोगियों की हालत बिगड़ जा रही है।
सर्दी में लावारिस शवों की संख्या पहुंची 55
सर्दी में कमिश्नरी के अलग-अलग थानाक्षेत्रों में लावारिस शवों की संख्या तेजी से बढ़ गई है। 29 दिसंबर तक 55 से ज्यादा लावारिस शव पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। इनमें से करीब 35 का अंतिम संस्कार किया जा चुका है। वहीं, वर्ष 2024 में दिसंबर माह में लावारिस शवों की संख्या 42 थी। सामाजिक संगठनों का आरोप है कि ठंड के मौसम में रैन बसेरों, अलाव और कंबल वितरण की व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही है।
समयानुसार किया जा रहा है उनका पोस्टमॉर्टम
कई लोग मजबूरी में खुले आसमान के नीचे रात गुजारते हैं। अब तक शहर के कोहना, रेलवे स्टेशन, हरबंश मोहाल, चमनगंज, कलक्टरगंज, चकेरी, रावतपुर, नवाबगंज, काकादेव, कोतवाली क्षेत्र में लावारिस शव मिले हैं। पोस्टमॉर्टम प्रभारी डॉ. नवनीत चौधरी का कहना है कि सर्दी में लावारिस शवों की संख्या बढ़ रही है। समयानुसार उनका पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है।
