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अंजान बुखार ले रहा जान: बुखार से चार मौतें, कुरसौली में 15वीं मौत
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कानपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Wed, 13 Oct 2021 01:21 PM IST
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सार
कानपुर के कुरसौली गांव में अंजान बुखार से मरने वालों की संख्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। अब तक यहां 15 लोगों की मौत हो चुकी है।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार
बुखार ने दो बच्चियों समेत चार मरीजों की जान ले ली। एक बच्ची कुरसौली गांव की है। इस गांव में यह 15वीं मौत है। इस बच्ची को भी खून की उल्टियां हुई हैं। दूसरी बच्ची कुरसौली के नजदीक के गांव मकसूदाबाद की रहने वाली थी।
इससे आशंका जाहिर की जा रही है कि कुरसौली में कुछ दिन के लिए शांत हुए अंजान बुखार के संक्रमण ने फिर तेजी पकड़ ली है। कुरसौली के आसपास के गांवों के लोग भी आशंकित हो गए हैं। कुरसौली के रहने वाले रमजानी की बेटी सबीना (14) को गुरुवार को बुखार आया।
इसके बाद उसे शुक्रवार को उर्सला में भर्ती कराया गया। रमजानी ने बताया कि डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स लाने के लिए कहा। वह व्यवस्था नहीं कर पाईं। शनिवार को सबीना को घर ले आए। घर आने के बाद उसे खून की उल्टियां होने लगीं।
गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह को जानकारी दी और हैलट के बालरोग अस्पताल में सोमवार रात डॉ. अमितेश के अंडर में भर्ती किया गया। सीएमएस डॉ. मनीष यादव ने तुरंत प्लेटलेट्स की व्यवस्था कराई लेकिन मंगलवार सुबह मौत हो गई।
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इससे आशंका जाहिर की जा रही है कि कुरसौली में कुछ दिन के लिए शांत हुए अंजान बुखार के संक्रमण ने फिर तेजी पकड़ ली है। कुरसौली के आसपास के गांवों के लोग भी आशंकित हो गए हैं। कुरसौली के रहने वाले रमजानी की बेटी सबीना (14) को गुरुवार को बुखार आया।
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इसके बाद उसे शुक्रवार को उर्सला में भर्ती कराया गया। रमजानी ने बताया कि डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स लाने के लिए कहा। वह व्यवस्था नहीं कर पाईं। शनिवार को सबीना को घर ले आए। घर आने के बाद उसे खून की उल्टियां होने लगीं।
गांव में कैंप कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सीएमओ डॉ. नैपाल सिंह को जानकारी दी और हैलट के बालरोग अस्पताल में सोमवार रात डॉ. अमितेश के अंडर में भर्ती किया गया। सीएमएस डॉ. मनीष यादव ने तुरंत प्लेटलेट्स की व्यवस्था कराई लेकिन मंगलवार सुबह मौत हो गई।
उसकी डेंगू जांच रिपोर्ट निगेटिव थी। उर्सला के फिजीशियन डॉ. सर्वजीत सिंह ने रिपोर्ट दी है कि सबीना रविवार को भर्ती हुई। उसके परिजन प्लेटलेट्स की व्यवस्था नहीं कर पाए और लेकर चले गए। मकसूदाबाद में बउवन दिवाकर की बेटी सलोनी को भी बुखार आ रहा था।
हालत बिगड़ने पर परिजन शुक्रवार को कल्याणपुर के नर्सिंगहोम ले गए। सोमवार देर रात उसकी मौत हो गई। कुरसौली के तार अली की बेटी खुशनुमा का भी गंभीर हालत में एक निजी नर्सिंगहोम में इलाज चल रहा है।
वहीं कल्याणपुर के अनिल वर्मा (55) की बुखार के बाद मौत हो गई। उन्हें सांस की भी तकलीफ थी। यशोदानगर के रामप्रसाद (40) की हैलट में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें 10 दिन से बुखार आ रहा था। निजी नर्सिंगहोम से हैलट रिफर किए गए थे।
हालत बिगड़ने पर परिजन शुक्रवार को कल्याणपुर के नर्सिंगहोम ले गए। सोमवार देर रात उसकी मौत हो गई। कुरसौली के तार अली की बेटी खुशनुमा का भी गंभीर हालत में एक निजी नर्सिंगहोम में इलाज चल रहा है।
वहीं कल्याणपुर के अनिल वर्मा (55) की बुखार के बाद मौत हो गई। उन्हें सांस की भी तकलीफ थी। यशोदानगर के रामप्रसाद (40) की हैलट में इलाज के दौरान मौत हो गई। उन्हें 10 दिन से बुखार आ रहा था। निजी नर्सिंगहोम से हैलट रिफर किए गए थे।