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Kaushambi News: जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा में 53.34 फीसदी परीक्षार्थी उपस्थित
संवाद न्यूज एजेंसी, कौशांबी
Updated Sun, 14 Dec 2025 01:16 AM IST
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जीआईसी ओसा में परीक्षा देते विद्यार्थी। स्रोत- शिक्षक
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मंझनपुर। जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए आयोजित चयन परीक्षा शनिवार को जिले के 15 केंद्रों पर हुई। परीक्षा को लेकर केंद्रों पर सुबह से ही परीक्षार्थियों की भीड़ देखी गई। प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इसमें 53.34 फीसदी ही छात्र-छात्राएं उपस्थित हुए।
प्राचार्य विनोद त्रिपाठी ने बताया कि प्रवेश परीक्षा के लिए जिले में कुल 15 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें पंजीकृत 5601 विद्यार्थियों की परीक्षा होनी थी। इनमें से 2988 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि 2613 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस प्रकार कुल उपस्थिति 53.34 फीसदी रही। उप प्राचार्य सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर नकलविहीन और पारदर्शी परीक्षा कराने के लिए कड़ी निगरानी रखी गई। केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को सील कर जवाहर नवोदय विद्यालय में रखा गया है। इसके बाद यहां से मूल्यांकन के लिए निर्धारित केंद्र पर भेज दिया जाएगा।
प्रवेश पत्र की गलती से परीक्षा से वंचित रहे परीक्षार्थी
नेवादा। जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में लापरवाही सामने आई है। प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का नाम गलत दर्ज होने के कारण कई परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। गलत जानकारी के चलते बच्चे और उनके अभिभावक सुबह से ही इधर-उधर भटकते रहे और अंत में मायूस होकर लौटना पड़ा। जानकारी के अनुसार करारी स्थित जय प्रकाश नारायण इंटर कॉलेज करारी सेसा को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां नवोदय विद्यालय टेंवा द्वारा जारी प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का नाम गलत अंकित कर दिया गया। प्रवेश पत्र में जय प्रकाश नारायण इंटर कॉलेज, करारी, सेसा की जगह सिरसा लिखा गया। इसी भ्रम के कारण कई परीक्षार्थी सही केंद्र तक समय से नहीं पहुंच सके और परीक्षा से वंचित रह गए। आयुष सिंह पुत्र अभय राज निवासी दुर्गापुर, आजाद सिंह पुत्र इंद्रेश सिंह, सुनैना पुत्री राम करण, दीपक पुत्र विनोद निवासीगण चिरारी सहित करीब दस परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे सके। अभिभावकों ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए नाराजगी जताई है और मांग की है कि वंचित परीक्षार्थियों के लिए दोबारा परीक्षा की व्यवस्था की जाए।
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प्राचार्य विनोद त्रिपाठी ने बताया कि प्रवेश परीक्षा के लिए जिले में कुल 15 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इसमें पंजीकृत 5601 विद्यार्थियों की परीक्षा होनी थी। इनमें से 2988 परीक्षार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए, जबकि 2613 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इस प्रकार कुल उपस्थिति 53.34 फीसदी रही। उप प्राचार्य सतीश कुमार पांडेय ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर नकलविहीन और पारदर्शी परीक्षा कराने के लिए कड़ी निगरानी रखी गई। केंद्र व्यवस्थापकों और पर्यवेक्षकों की तैनाती की गई थी। परीक्षा समाप्त होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं को सील कर जवाहर नवोदय विद्यालय में रखा गया है। इसके बाद यहां से मूल्यांकन के लिए निर्धारित केंद्र पर भेज दिया जाएगा।
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प्रवेश पत्र की गलती से परीक्षा से वंचित रहे परीक्षार्थी
नेवादा। जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में लापरवाही सामने आई है। प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का नाम गलत दर्ज होने के कारण कई परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो सके। गलत जानकारी के चलते बच्चे और उनके अभिभावक सुबह से ही इधर-उधर भटकते रहे और अंत में मायूस होकर लौटना पड़ा। जानकारी के अनुसार करारी स्थित जय प्रकाश नारायण इंटर कॉलेज करारी सेसा को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। यहां नवोदय विद्यालय टेंवा द्वारा जारी प्रवेश पत्र में परीक्षा केंद्र का नाम गलत अंकित कर दिया गया। प्रवेश पत्र में जय प्रकाश नारायण इंटर कॉलेज, करारी, सेसा की जगह सिरसा लिखा गया। इसी भ्रम के कारण कई परीक्षार्थी सही केंद्र तक समय से नहीं पहुंच सके और परीक्षा से वंचित रह गए। आयुष सिंह पुत्र अभय राज निवासी दुर्गापुर, आजाद सिंह पुत्र इंद्रेश सिंह, सुनैना पुत्री राम करण, दीपक पुत्र विनोद निवासीगण चिरारी सहित करीब दस परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे सके। अभिभावकों ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए नाराजगी जताई है और मांग की है कि वंचित परीक्षार्थियों के लिए दोबारा परीक्षा की व्यवस्था की जाए।