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Lakhimpur Kheri News: जन आरोग्य मेले में स्वास्थ्य सुविधाएं बीमार, जांच के बिना इलाज की खानापूरी
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Mon, 15 Sep 2025 12:50 AM IST
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संपूर्णानगर में आरोग्य मेले में मरीज देखते डॉक्टर। संवाद
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लखीमपुर खीरी। मुख्यमंत्री जन आरोग्य स्वास्थ्य मेले की पड़ताल में रविवार को स्वास्थ्य सुविधाएं बीमार मिलीं। अधिकतर पीएचसी में बगैर जांच के ही इलाज की खानापूरी की जा रही थी। सामान्य मरीजों को भी जिला अस्पताल रेफर किया जाता रहा।
मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव से बड़ी संख्या में लोग संक्रामक बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इसके बावजूद लोगों को घर के नजदीक बीमारी का बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है। शहर के नौरंगाबाद में बने नगरीय स्वास्थ्य केंद्र में मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले में रविवार को 52 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। यहां मौजूद डॉ. अजय कुमार ने दवा दी। यहां जांच की सुविधा न होने की वजह से मरीजों को 15 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया या फिर उन्हें प्राइवेट लैब में जाकर अपनी जेब ढीली करनी पड़ी। यही हाल गौटेय्याबाग स्वास्थ्य केंद्र का रहा। यहां भी जन आरोग्य मेला में तकरीबन 45 मरीज इलाज के लिए पहुंचे। जांच सुविधा उपलब्ध न होने से कई मरीजों को मायूस होकर लौटना पड़ा।
पीएचसी पर सिर्फ दवा, जांच के लिए जाओ सीएचसी
मोहम्मदी/गोला। मोहम्मदी की पीएचसी राजापुर बैनी में जांच की सुविधा न होने से मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। चिकित्सक को दिखाने के बाद मरीज जांच के लिए सीएचसी भेजे गए। वहीं, गोला की पीएचसी पर बीपी, डायबिटीज और हीमोग्लोबिन की जांच हुई। अन्य जांचों के लिए मरीजों को गोला सीएचसी की लैब पर भेजा गया। पीएचसी पर जांच के अभाव में मरीजों को जेब ढीली करने के साथ ही अनावश्यक सफर तय करना पड़ रहा है। संवाद
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सर्वर डाउन, नहीं बन सके आयुष्मान कार्ड
संपूर्णानगर। कस्बा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 70 वर्ष से अधिक उम्र के आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पहुुंचे लोगों को सर्वर डाउन होने की वजह से परेशानियां हुईं। आयुष्मान कार्ड न बनने से वृद्धजनों को बैरंग ही लौटना पड़ा। बताया गया कि एक से 14 सितंबर तक पीएचसी के तहत 25 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। संवाद
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ट्राॅमा सेंटर से कराई जा रही जांच
ओयल। कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों को जांच की सुविधा मुहैय्या नहीं हो सकी। मरीजों को देखने के बाद चिकित्सकों ने मरीजों को जांच के लिए ट्राॅमा सेंटर भेज दिया। एलटी के न होने की वजह से यहां जांचें प्रभावित हो रही हैं। चिकित्सकों ने चार को मलेरिया जांच, तीन गर्भवती महिलाओं, तीन बलगम व दो यूरिन जांच के लिए मरीजों को ट्राॅमा सेंटर भेजा। पीएचसी पर मितौली के डहर गांव से आई आरती ने बताया कि वह अपने पुत्र 12 वर्षीय बेटे रुद्रप्रताप को बुखार आने पर लेकर आई थी। डॉक्टर ने जांच के लिए लिखा है। जांच करने के लिए पास के ट्राॅमा सेंटर जाना पड़ा। वहीं, ओयल की मुस्कान ने बताया कि जांच न होने की वजह से ट्राॅमा सेंटर भेजा गया है। संवाद
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निर्मलनगर पीएचसी को छोड़कर कहीं भी लैब टेक्नीशियन नहीं हैं। पद होने के बाद भर्ती नहीं निकल रही हैं। एनएचएम से यह भर्तियां होती हैं। जिला अस्पताल में जांच की व्यवस्था है। -डॉ. अमितेश द्विवेदी, नोडल, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला

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पीएचसी पर सिर्फ दवा, जांच के लिए जाओ सीएचसी
मोहम्मदी/गोला। मोहम्मदी की पीएचसी राजापुर बैनी में जांच की सुविधा न होने से मरीजों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। चिकित्सक को दिखाने के बाद मरीज जांच के लिए सीएचसी भेजे गए। वहीं, गोला की पीएचसी पर बीपी, डायबिटीज और हीमोग्लोबिन की जांच हुई। अन्य जांचों के लिए मरीजों को गोला सीएचसी की लैब पर भेजा गया। पीएचसी पर जांच के अभाव में मरीजों को जेब ढीली करने के साथ ही अनावश्यक सफर तय करना पड़ रहा है। संवाद
सर्वर डाउन, नहीं बन सके आयुष्मान कार्ड
संपूर्णानगर। कस्बा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 70 वर्ष से अधिक उम्र के आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए पहुुंचे लोगों को सर्वर डाउन होने की वजह से परेशानियां हुईं। आयुष्मान कार्ड न बनने से वृद्धजनों को बैरंग ही लौटना पड़ा। बताया गया कि एक से 14 सितंबर तक पीएचसी के तहत 25 आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। संवाद
ट्राॅमा सेंटर से कराई जा रही जांच
ओयल। कस्बा स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले मरीजों को जांच की सुविधा मुहैय्या नहीं हो सकी। मरीजों को देखने के बाद चिकित्सकों ने मरीजों को जांच के लिए ट्राॅमा सेंटर भेज दिया। एलटी के न होने की वजह से यहां जांचें प्रभावित हो रही हैं। चिकित्सकों ने चार को मलेरिया जांच, तीन गर्भवती महिलाओं, तीन बलगम व दो यूरिन जांच के लिए मरीजों को ट्राॅमा सेंटर भेजा। पीएचसी पर मितौली के डहर गांव से आई आरती ने बताया कि वह अपने पुत्र 12 वर्षीय बेटे रुद्रप्रताप को बुखार आने पर लेकर आई थी। डॉक्टर ने जांच के लिए लिखा है। जांच करने के लिए पास के ट्राॅमा सेंटर जाना पड़ा। वहीं, ओयल की मुस्कान ने बताया कि जांच न होने की वजह से ट्राॅमा सेंटर भेजा गया है। संवाद
निर्मलनगर पीएचसी को छोड़कर कहीं भी लैब टेक्नीशियन नहीं हैं। पद होने के बाद भर्ती नहीं निकल रही हैं। एनएचएम से यह भर्तियां होती हैं। जिला अस्पताल में जांच की व्यवस्था है। -डॉ. अमितेश द्विवेदी, नोडल, मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला