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जलशक्ति मंत्री ने पीड़ितों को हर संभव मदद का दिया भरोसा
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लखीमपुर खीरी में बाढ़ क्षेत्र का हवाई सर्वे करते जलशक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह।
हवाई सर्वे के दौरान कहा, बाढ़ का पानी उतरते ही कराया जाएगा क्षति का आकलन
बोले, 90 सालों में पहली बार नदियों में सबसे ज्यादा छोड़ा गया पानी
लखीमपुर खीरी। जिले में चारों ओर बाढ़ से बेकाबू हुए हालात की जानकारी पर शुक्रवार को प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर नुकसान एवं राहत बचाव के कार्यों का जायजा लिया। साथ ही पीड़ितों को हर संभव मदद देेेने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जिले के 300 गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें रेस्क्यू अभियान के जरिए करीब 3000 लोगों को बचाया गया है।
शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे सरकारी हेलिकॉप्टर से जनपद की सीमा में दाखिल हुए जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने सबसे पहले बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसमें उन्होंने पलिया से लेकर धौरहरा तक हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति जानी। करीब 11 बजकर 15 मिनट पर शारदा बैराज पर बने हेलीपैड से सीधे वह सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के निरीक्षण भवन पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जमीनी हालात जाने।
डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने उन्हें राहत व बचाव कार्य की जानकारी दी। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने भेजा है और राहत बचाव में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
हर गांव के लिए नोडल अधिकारी नामित होंगे : जल शक्ति मंत्री
लखीमपुर खीरी। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी उतरते ही क्षति का आकलन कराया जाएगा और लोगों को आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में हुई भारी बारिश व बादल फटने से यह तबाही हुई है। पिछले 90 वर्षों में इस बार नदियों में पानी का डिस्चार्ज सबसे ज्यादा हुआ है। उन्होंने कहा कि राहत बचाव कार्य तेज करने के लिए हर गांव में नोडल अधिकारी नामित किए जाएंगे।
खीरी में 120 किलोमीटर में शारदा बहती है। शारदा व घाघरा में डिस्चार्ज बढ़ने से जिले के 300 गांव प्रभावित हुए हैं। तीन एनडीआरएफ, एक एसडीआरएफ और दो पीएसी फ्लड यूनिट ने बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब तीन हजार लोगों को बचाया गया है, जबकि 75 हजार लंच पैकेट बांटे गए हैं। ब्लॉक स्तर पर कम्यूनिटी किचेन का संचालन किया जा रहा है, जहां से भोजन वितरण के लिये पीएचसी को चिह्नित किया गया है। निगरानी समिति और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिये स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। कपड़े भी उपलब्ध कराए जाएंगे। मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि धनराशि की कोई कमी नहीं है। प्रशासन सभी गंभीर रोगियों को दवा उपलब्ध कराए। साथ ही पशुओं को चिह्नित कर उन्हें आहार व्यवस्था दी जाए। इस दौरान उन्होंने सीएमओ से चिकित्सा कैंप व सीवीओ से पशु चिकित्सा कैंपों की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए।
सिंचाई के अफसरों ने मंत्री के पूछने पर बताया कि शारदा व घाघरा के सभी बंधे सुरक्षित हैं। विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने शारदा को गोमती से जोड़ने की मांग की। इस पर मंत्री ने कहा कि शारदा को गोमती व गंगा को सई नदी से जोड़ने पर विचार चल रहा है। वहीं अन्य मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी उनके सुझाव लेकर उनका फीडबैक लिया।
जलशक्ति मंत्री के साथ राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद, प्रमुख अभियंता सिंचाई अशोक सिंह, आयुक्त रंजन कुमार, डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय ढुल, विधायक योगेश वर्मा, शशांक वर्मा, लोकेंद्र प्रताप सिंह, मंजू त्यागी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, मुख्य अभियंता शारदा सहायक (लखनऊ) एके सिंह, मुख्य अभियंता शारदा (बरेली) एसपी सिंह, अधीक्षण अभियंता 12वा मंडल लखनऊ एलके सिंह, अधीक्षण अभियंता (बाढ़ मंडल लखनऊ) डीके सिंह, सीएमओ डॉ शैलेंद्र भटनागर, एक्सईएन राजीव कुमार, रामबहादुर, जेपी सिंह मौजूद रहे।
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बोले, 90 सालों में पहली बार नदियों में सबसे ज्यादा छोड़ा गया पानी
लखीमपुर खीरी। जिले में चारों ओर बाढ़ से बेकाबू हुए हालात की जानकारी पर शुक्रवार को प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर नुकसान एवं राहत बचाव के कार्यों का जायजा लिया। साथ ही पीड़ितों को हर संभव मदद देेेने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जिले के 300 गांव प्रभावित हुए हैं, जिसमें रेस्क्यू अभियान के जरिए करीब 3000 लोगों को बचाया गया है।
शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे सरकारी हेलिकॉप्टर से जनपद की सीमा में दाखिल हुए जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने सबसे पहले बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया, जिसमें उन्होंने पलिया से लेकर धौरहरा तक हेलिकॉप्टर से बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति जानी। करीब 11 बजकर 15 मिनट पर शारदा बैराज पर बने हेलीपैड से सीधे वह सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के निरीक्षण भवन पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर जमीनी हालात जाने।
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डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया ने उन्हें राहत व बचाव कार्य की जानकारी दी। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ ने भेजा है और राहत बचाव में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
हर गांव के लिए नोडल अधिकारी नामित होंगे : जल शक्ति मंत्री
लखीमपुर खीरी। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बाढ़ का पानी उतरते ही क्षति का आकलन कराया जाएगा और लोगों को आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में हुई भारी बारिश व बादल फटने से यह तबाही हुई है। पिछले 90 वर्षों में इस बार नदियों में पानी का डिस्चार्ज सबसे ज्यादा हुआ है। उन्होंने कहा कि राहत बचाव कार्य तेज करने के लिए हर गांव में नोडल अधिकारी नामित किए जाएंगे।
खीरी में 120 किलोमीटर में शारदा बहती है। शारदा व घाघरा में डिस्चार्ज बढ़ने से जिले के 300 गांव प्रभावित हुए हैं। तीन एनडीआरएफ, एक एसडीआरएफ और दो पीएसी फ्लड यूनिट ने बड़े पैमाने पर रेस्क्यू अभियान चलाकर करीब तीन हजार लोगों को बचाया गया है, जबकि 75 हजार लंच पैकेट बांटे गए हैं। ब्लॉक स्तर पर कम्यूनिटी किचेन का संचालन किया जा रहा है, जहां से भोजन वितरण के लिये पीएचसी को चिह्नित किया गया है। निगरानी समिति और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के जरिये स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं। कपड़े भी उपलब्ध कराए जाएंगे। मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि धनराशि की कोई कमी नहीं है। प्रशासन सभी गंभीर रोगियों को दवा उपलब्ध कराए। साथ ही पशुओं को चिह्नित कर उन्हें आहार व्यवस्था दी जाए। इस दौरान उन्होंने सीएमओ से चिकित्सा कैंप व सीवीओ से पशु चिकित्सा कैंपों की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए।
सिंचाई के अफसरों ने मंत्री के पूछने पर बताया कि शारदा व घाघरा के सभी बंधे सुरक्षित हैं। विधायक लोकेंद्र प्रताप सिंह ने शारदा को गोमती से जोड़ने की मांग की। इस पर मंत्री ने कहा कि शारदा को गोमती व गंगा को सई नदी से जोड़ने पर विचार चल रहा है। वहीं अन्य मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी उनके सुझाव लेकर उनका फीडबैक लिया।
जलशक्ति मंत्री के साथ राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद, प्रमुख अभियंता सिंचाई अशोक सिंह, आयुक्त रंजन कुमार, डीएम डॉ. अरविंद कुमार चौरसिया, एसपी विजय ढुल, विधायक योगेश वर्मा, शशांक वर्मा, लोकेंद्र प्रताप सिंह, मंजू त्यागी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, मुख्य अभियंता शारदा सहायक (लखनऊ) एके सिंह, मुख्य अभियंता शारदा (बरेली) एसपी सिंह, अधीक्षण अभियंता 12वा मंडल लखनऊ एलके सिंह, अधीक्षण अभियंता (बाढ़ मंडल लखनऊ) डीके सिंह, सीएमओ डॉ शैलेंद्र भटनागर, एक्सईएन राजीव कुमार, रामबहादुर, जेपी सिंह मौजूद रहे।