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Lakhimpur Kheri News: प्रधान से नाराज जनता, शौचालय से लेकर आवास का शिकवा
संवाद न्यूज एजेंसी, लखीमपुर खीरी
Updated Sun, 14 Dec 2025 11:28 PM IST
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लखीमपुर खीरी। प्रधानों की अनदेखी से कहीं लोग शौचालय से वंचित हैं, तो कहीं आवास से। इनका शिकवा लेकर अधिकांश मतदाता प्रधानों से संतुष्ट नहीं हैं। अब वे प्रधान से दूरी बनाते हुए खुद ही आवास और शौचालय की मांग के लिए जिला मुख्यालय में डीएम, सीडीओ, डीपीआरओ व पीडी के दफ्तरों में प्रार्थनापत्र देने पहुंच रहे हैं।
जनपद के 15 ब्लॉकों में 1165 ग्राम पंचायतें है। वैसे तो ग्राम पंचायतों में काफी काम हुए। सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट, पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालयों बनाए गए। काफी लोगों को व्यक्तिगत शौचालय व आवास आदि के लाभ भी दिए गए। फिर भी कई लोग पात्र होने के बाद भी इन सुविधाओं से वंचित हैं।
ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान ने उनको न तो शौचालय दिया और न ही आवास। पात्र होने के बाद भी उनको यह सुविधाएं नहीं मिल सकीं। आरोप लगाए कि अपात्रों को लाभ दिए गए हैं।
कुछ लोगों ने यह भी बताया कि प्रधान के सुनने पर उन्होंने सीधे विकास भवन में प्रार्थनापत्र दिए, तब उनको शौचालय का लाभ मिला और आवास के लिए सर्वे भी हुआ। धौरहरा ब्लॉक के कफारा निवासी सूरज व सागर कहार, लखीमपुर देहात की पूनम, गोला के सरताज, औरंगाबाद की लक्ष्मी देवी, सलेमपुर कोन के अरविंद समेत आदि हजारों लोग प्रधानों की अनदेखी से नाराज हैं।
डीपीआरओ विशाल सिंह ने बताया कि शौचालयों के लिए ग्राम स्तर पर सर्वे कराकर पात्रों को लाभ दिए गए। एक सप्ताह पहले ही शौचालय के 11,203 लाभार्थियों के बैंक खातों में 6.68 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। डीआरडीए के पीडी सोभनाथ चौरसिया ने बताया कि आवास का सर्वे हो चुका है।
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जनपद के 15 ब्लॉकों में 1165 ग्राम पंचायतें है। वैसे तो ग्राम पंचायतों में काफी काम हुए। सड़क, नाली, स्ट्रीट लाइट, पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालयों बनाए गए। काफी लोगों को व्यक्तिगत शौचालय व आवास आदि के लाभ भी दिए गए। फिर भी कई लोग पात्र होने के बाद भी इन सुविधाओं से वंचित हैं।
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ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान ने उनको न तो शौचालय दिया और न ही आवास। पात्र होने के बाद भी उनको यह सुविधाएं नहीं मिल सकीं। आरोप लगाए कि अपात्रों को लाभ दिए गए हैं।
कुछ लोगों ने यह भी बताया कि प्रधान के सुनने पर उन्होंने सीधे विकास भवन में प्रार्थनापत्र दिए, तब उनको शौचालय का लाभ मिला और आवास के लिए सर्वे भी हुआ। धौरहरा ब्लॉक के कफारा निवासी सूरज व सागर कहार, लखीमपुर देहात की पूनम, गोला के सरताज, औरंगाबाद की लक्ष्मी देवी, सलेमपुर कोन के अरविंद समेत आदि हजारों लोग प्रधानों की अनदेखी से नाराज हैं।
डीपीआरओ विशाल सिंह ने बताया कि शौचालयों के लिए ग्राम स्तर पर सर्वे कराकर पात्रों को लाभ दिए गए। एक सप्ताह पहले ही शौचालय के 11,203 लाभार्थियों के बैंक खातों में 6.68 करोड़ रुपये भेजे गए हैं। डीआरडीए के पीडी सोभनाथ चौरसिया ने बताया कि आवास का सर्वे हो चुका है।