बाढ़ में बहे दो और लोगों के शव मिले, एक का सुराग नहीं
धौरहरा में अब तक कुल चार लोगों की मौत, सात लापता
लखीमपुर खीरी। धौरहरा तहसील क्षेत्र के रमियाबेहड़ इलाके में बीते बुधवार को नाव पलटने से लापता हुई मां-बेटी के शव रविवार को बरामद होने के बाद सोमवार को उनका पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। यहां बता दें कि इस नाव हादसे में अब भी छह लोग लापता हैं, जिसमें एक ही परिवार के तीन लोग शामिल हैं। उधर, बाढ़ में बहे दो अन्य लोगों के शव भी बरामद किए गए हैं, जबकि एक का सुराग नहीं लगा है।
नाव पलटने से घाघरा नदी में बहे लापता आठ लोगों में रविवार शाम जालिमनगर पुल के पास से दो लोगों के शव बरामद किए गए थे, जिनकी शिनाख्त देवमनिया के बतिया और प्रेमा के रूप में हुई थी। दोनों का सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बीते बुधवार को नाव पलटने से हुए इस हादसे में कुल 17 लोग लापता हो गए थे, जिनमें नौ लोगों को बचाया गया था, जबकि आठ लापता थे, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोग शामिल थे। रविवार की शाम एनडीआरएफ की टीम ने जालिमनगर पुल के पास से मनोज की बहन प्रेमा देवी (18) और मां बतिया (48) के शव को बरामद कर लिया, जबकि मनोज का बेटा, भतीजा और पत्नी अभी लापता हैं। सोमवार को पोस्टमॉर्टम के बाद शव गांव पहुंचने पर दोनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
उधर, इस मामले में तहसीलदार संतोष शुक्ला ने बताया कि इसके अलावा दो शव और मिले हैं। दुलही के देवलपुरवा निवासी उमेश कुमार पुत्र बहादुर की शिनाख्त हुई है, जबकि एक शव नौवापुर गांव सदर तहसील का है। उन्होंने बताया कि जनार्दनपुरवा में खेत देखने गए व्यक्ति के डूबने के बाद उसका पता नहीं चला है।
जिन लोगों के शव मिले उनके परिजन को आपदा राहत के तहत चार-चार लाख रुपये का चेक शासन की तरफ से मुहैया कराया जाएगा, जबकि जो लापता हैं उनके लिए सर्च ऑपरेशन एनडीआरएफ की ओर से चलाया जा रहा है। - रेनू, एसडीएम धौरहरा