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Lalitpur News: पुलिस की निगरानी में हुआ महिला का अंतिम संस्कार, बड़े पुत्र ने दी मुखाग्नि
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संवाद न्यूज एजेंसी
ललितपुर। हत्या के मुकदमे में दोषी ठहराए जाने के बाद शनिवार को कोर्ट परिसर में बुजुर्ग महिला गेंदाबाई (65) ने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया गया था। गंभीर स्थिति में झांसी ले जाते समय उनकी रास्ते में मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम के बाद रविवार को उनका ग्राम चकलालौन में पुलिस की निगरानी में अंतिम संस्कार किया गया। मृतका के बड़े पुत्र ने मुखाग्नि दी।
थाना जखौरा के ग्राम चकलालौन हाल निवासी शहर के मोहल्ला नेहरू नगर गेंदाबाई ने कोर्ट परिसर में शनिवार की दोपहर को विषाक्त का सेवन तब कर लिया था, जब कोर्ट ने उनको बेटा-बेटा और दो अन्य के सात हत्या के मुकदमे में दोषी ठहराया था। विषाक्त खाने से महिला की हालत बिगड़ गई थी और झांसी मेडिकल काॅलेज ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी। रविवार को महिला के शव का पोस्टमार्टम किया झांसी में हुआ। इसके बाद देर शाम को उसके शव गांव पहुंचा। यहां गांव के लोग, नाते रिश्तेदार सहित अन्य लोग गेंदाबाई के घर पहुंच गए थे। महिलाएं रो रही थीं। वहीं शव पहुंचने के साथ ही थाना जखौरा और तालबेहट की पुलिस भी चकलालौन पहुंच गई थी। इसके बाद रात को पुलिस की निगरानी में गेंदाबाई का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार गेंदाबाई के गांव में रहने वाले बड़े पुत्र राजाराम ने किया।
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जमानत मिलने के छह माह बाद ही गेंदाबाई के पति की हो गई थी मौत
नेहरू नगर में वर्ष 2023 में मारपीट से युवक की मौत होने पर दर्ज हुए हत्या के केस में छह आरोपियों गेंदाबाई, उनके पति नंदलाल, पुत्र बब्लू और पुत्री अप्पी उर्फ असरफी भी शामिल थीं। जेल में करीब एक साल बिताने के बाद सभी जमानत पर बाहर आए गए थे। जमानत पर आने के करीब छह माह बाद गेंदाबाई के पति नंदलाल की बीमारी के चलते मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद गेंदाबाई बिल्कुल से टूट गई थीं।
पुत्र-पुत्री को नहीं मिली मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति
अधिवक्ता बृजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि गेंदाबाई के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उनके पुत्र बब्लू और पुत्री अप्पी उर्फ असरफी अनुमति मांगी थी। अनुमति नहीं मिलने की वजह से दोनों मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए
