{"_id":"6946fa528ed92c811305884c","slug":"christian-community-busy-preparing-for-christmas-church-decorations-underway-maharajganj-news-c-206-1-mhg1007-167187-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maharajganj News: क्रिसमस की तैयारी में जुटा मसीही समुदाय, चर्च की हो रही सजावट","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Maharajganj News: क्रिसमस की तैयारी में जुटा मसीही समुदाय, चर्च की हो रही सजावट
विज्ञापन
विज्ञापन
नौतनवा। प्रभु यीशु मसीह के जन्मोत्सव को उत्साह के साथ मनाने के लिए मसीही समुदाय ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। चर्च प्रांगण में कारीगर प्रभु के जन्म स्थान गोशाला की चरनी एवं चर्च परिसर की सजावट को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं। समुदाय के अनुयायी प्रभु के आगमन कार्यक्रम को यादगार बनाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
परंपरा के अनुसार क्रिसमस से पूर्व चर्च के पादरी फादर मैथ्यू के नेतृत्व में अनुयायी सेंटा क्लॉज के साथ मसीही समुदाय में आस्था रखने वालों के घर-घर जाकर कैरोल गीत के माध्यम से प्रभु के संदेश को साझा करेंगे। 22 दिसंबर को क्राइस्ट द किंग स्कूल के प्रांगण में सुबह 9 बजे से विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
चर्च के पादरी फादर मैथ्यू ने बताया कि 24 दिसंबर की शाम क्राइस्ट द किंग चर्च में मिस्सा बलिदान पूजा का आयोजन किया जाएगा।
वहीं 25 दिसंबर को प्रभु के जन्मोत्सव के अवसर पर समस्त अनुयायी चर्च में एकत्रित होकर पूजा और प्रार्थना कर पापों से मुक्ति और अमन-शांति की कामना करेंगे। फादर मैथ्यू ने बताया कि प्रभु यीशु मसीह ईश्वर होने के बावजूद एक साधारण से गौशाला की चरनी में जन्म लिए थे। इसलिए चर्चों में विभिन्न अद्भुत चरनी की झांकियां सजाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि मानव जाति की भलाई के लिए प्रभु ने प्रेम, दया, क्षमा और विश्वास का जो उपदेश दिया वह आज भी प्रासंगिक हैं।
Trending Videos
परंपरा के अनुसार क्रिसमस से पूर्व चर्च के पादरी फादर मैथ्यू के नेतृत्व में अनुयायी सेंटा क्लॉज के साथ मसीही समुदाय में आस्था रखने वालों के घर-घर जाकर कैरोल गीत के माध्यम से प्रभु के संदेश को साझा करेंगे। 22 दिसंबर को क्राइस्ट द किंग स्कूल के प्रांगण में सुबह 9 बजे से विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
चर्च के पादरी फादर मैथ्यू ने बताया कि 24 दिसंबर की शाम क्राइस्ट द किंग चर्च में मिस्सा बलिदान पूजा का आयोजन किया जाएगा।
वहीं 25 दिसंबर को प्रभु के जन्मोत्सव के अवसर पर समस्त अनुयायी चर्च में एकत्रित होकर पूजा और प्रार्थना कर पापों से मुक्ति और अमन-शांति की कामना करेंगे। फादर मैथ्यू ने बताया कि प्रभु यीशु मसीह ईश्वर होने के बावजूद एक साधारण से गौशाला की चरनी में जन्म लिए थे। इसलिए चर्चों में विभिन्न अद्भुत चरनी की झांकियां सजाई जाती हैं। उन्होंने कहा कि मानव जाति की भलाई के लिए प्रभु ने प्रेम, दया, क्षमा और विश्वास का जो उपदेश दिया वह आज भी प्रासंगिक हैं।
