{"_id":"6946f96ea2e62e82670eca5d","slug":"they-are-trading-on-the-needs-of-the-farmers-charging-double-the-price-maharajganj-news-c-206-1-sgkp1021-167207-2025-12-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Maharajganj News: किसानों की जरूरत का कर रहे सौदा....वसूल रहे दोगुनी कीमत","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Maharajganj News: किसानों की जरूरत का कर रहे सौदा....वसूल रहे दोगुनी कीमत
विज्ञापन
विज्ञापन
महराजगंज। निजी खाद दुकानदारों की मनमानी के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। यूरिया की कमी का हवाला देकर निजी दुकानदार 266 रुपये की जगह 500 से 600 रुपये में बेच रहे हैं। इससे किसानों की जेब ढीली हो रही है, जो किसान मनमाना रेट नहीं दे रहे उन्हें यूरिया के लिए भटकना पड़ रहा है।
फसल की अच्छी पैदावार के लिए इस समय यूरिया की काफी मांग रहती है। किसानों की जरूरत को निजी दुकानदारों ने अपने लाभ का जरिया बना लिया है। वे यूरिया का मनमाना दाम वसूल रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकारी केंद्रों पर खाद की उपलब्धता सीमित है।
कहीं स्टॉक खत्म होने की बात कही जा रही है तो कहीं लंबी कतारों और कागजी प्रक्रियाओं के चलते किसानों को निराश लौटना पड़ रहा है। मजबूरी में किसान निजी दुकानों का रुख कर रहे हैं, जहां उनसे निर्धारित मूल्य से दोगुना से भी अधिक कीमत वसूली जा रही है। बताया जा रहा है कि सदर, फरेंदा, नौतनवा और निचलौल में यूरिया की ओवररेटिंग से किसान परेशान हैं। मुजुरी के किसान इंद्रासन ने बताया कि यूरिया लेने मुजुरी कस्बे में स्थित एक निजी खाद की दुकान पर गया था। दुकानदार ने एक बोरी यूरिया के लिए 500 रुपये मांगे। जब उससे सरकारी दर का हवाला दिया तो दुकानदार ने साफ कह दिया कि इसी रेट पर मिलेगा। मजबूरी में 500 रुपये देकर यूरिया खरीदना पड़ा। इसी तरह फरेंदा तहसील के बृजमनगंज कस्बे के किसान मुनीब ने बताया कि गेहूं की फसल में सिंचाई करने के बाद खेत में यूरिया डालना जरूरी था। वह मुजुरी बाजार की सोनार गली में स्थित एक कृषि दुकान पर गया, जहां दुकानदार ने एक बोरी यूरिया के लिए 500 रुपये लिया।
नौतनवा तहसील क्षेत्र में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। किसान सुनील ने बताया कि समरधीरा चौराहे पर स्थित एक कृषि दुकान पर यूरिया लेने गया। वहां पहले उसे टालमटोल किया गया। काफी देर इंतजार और बहस के बाद दुकानदार ने एक बोरी यूरिया दी, लेकिन 600 रुपये वसूल लिया। सुनील का कहना है कि कई दुकानदार खाद छिपाकर रखते हैं और जरूरतमंद किसानों से ज्यादा पैसा वसूलते हैं। संवाद
Trending Videos
फसल की अच्छी पैदावार के लिए इस समय यूरिया की काफी मांग रहती है। किसानों की जरूरत को निजी दुकानदारों ने अपने लाभ का जरिया बना लिया है। वे यूरिया का मनमाना दाम वसूल रहे हैं। किसानों का कहना है कि सरकारी केंद्रों पर खाद की उपलब्धता सीमित है।
विज्ञापन
विज्ञापन
कहीं स्टॉक खत्म होने की बात कही जा रही है तो कहीं लंबी कतारों और कागजी प्रक्रियाओं के चलते किसानों को निराश लौटना पड़ रहा है। मजबूरी में किसान निजी दुकानों का रुख कर रहे हैं, जहां उनसे निर्धारित मूल्य से दोगुना से भी अधिक कीमत वसूली जा रही है। बताया जा रहा है कि सदर, फरेंदा, नौतनवा और निचलौल में यूरिया की ओवररेटिंग से किसान परेशान हैं। मुजुरी के किसान इंद्रासन ने बताया कि यूरिया लेने मुजुरी कस्बे में स्थित एक निजी खाद की दुकान पर गया था। दुकानदार ने एक बोरी यूरिया के लिए 500 रुपये मांगे। जब उससे सरकारी दर का हवाला दिया तो दुकानदार ने साफ कह दिया कि इसी रेट पर मिलेगा। मजबूरी में 500 रुपये देकर यूरिया खरीदना पड़ा। इसी तरह फरेंदा तहसील के बृजमनगंज कस्बे के किसान मुनीब ने बताया कि गेहूं की फसल में सिंचाई करने के बाद खेत में यूरिया डालना जरूरी था। वह मुजुरी बाजार की सोनार गली में स्थित एक कृषि दुकान पर गया, जहां दुकानदार ने एक बोरी यूरिया के लिए 500 रुपये लिया।
नौतनवा तहसील क्षेत्र में भी हालात कुछ अलग नहीं हैं। किसान सुनील ने बताया कि समरधीरा चौराहे पर स्थित एक कृषि दुकान पर यूरिया लेने गया। वहां पहले उसे टालमटोल किया गया। काफी देर इंतजार और बहस के बाद दुकानदार ने एक बोरी यूरिया दी, लेकिन 600 रुपये वसूल लिया। सुनील का कहना है कि कई दुकानदार खाद छिपाकर रखते हैं और जरूरतमंद किसानों से ज्यादा पैसा वसूलते हैं। संवाद
