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Mahoba News: रोजगार के अवसर कम होने से बुंदेलखंड के लोग कर रहे पलायन
संवाद न्यूज एजेंसी, महोबा
Updated Thu, 08 May 2025 11:44 PM IST
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महोबा। पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग लेकर बुंदेलखंड संयुक्त मोर्चा के नेतृत्व में विभिन्न संगठनों की ओर से बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष राजा बुंदेला के नेतृत्व में निकाली जा रही गांव-गांव पांव-पांव पदयात्रा बृहस्पतिवार को जिले के खन्ना कस्बे में पहुंचे। यहां पद यात्रा में शामिल लोगों का भव्य स्वागत किया गया।
यात्रा के दौरान राजा बुंदेला ने अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाया। कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है। कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से यहां के लोग पलायन कर रहे है। यह आर्थिक दृष्टि से भी गलत है कि यहां की 68 फीसदी आबादी सिर्फ रोजगार के लिए अपना घर छोड़कर जा रही है। अलग बुंदेलखंड राज्य बनने के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। सात नदियां होने के बाद भी बुंदेलखंड प्यासा है। कहा कि हम जहां भी जा रहे है वहां लोग मजबूती के साथ कहते है कि बुंदेलखंड अलग राज्य होना चाहिए। भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था। हमारी बुंदेलखंडी अलग भाषा है, हमारा भी अलग राज्य होना चाहिए। टूटी सड़कों पर तंज कसते हुए बुंदेला ने कहा कि मुख्य मार्ग तो बन गए है पर असली बुंदेलखंड गांवों में बसता है। एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़कें बदल स्थिति में है। उन्होंने ब्रम्हचारी इंटर कॉलेज खन्ना में छात्रों को भी संबोधित किया। इस दौरान प्रबंधक शिवशंकर सिंह, डाॅ. आश्रय सिंह, शिवम चौहान, प्रताप बुंदेला, दीपक पांडेय आदि मौजूद रहे।
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यात्रा के दौरान राजा बुंदेला ने अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग का महत्व समझाया। कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों के भविष्य की लड़ाई है। हम सभी को एक साथ मिलकर बुंदेलखंड की लड़ाई लड़नी है। कहा कि रोजगार के कम अवसर होने की वजह से यहां के लोग पलायन कर रहे है। यह आर्थिक दृष्टि से भी गलत है कि यहां की 68 फीसदी आबादी सिर्फ रोजगार के लिए अपना घर छोड़कर जा रही है। अलग बुंदेलखंड राज्य बनने के बाद ही ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर विकसित होंगे। सात नदियां होने के बाद भी बुंदेलखंड प्यासा है। कहा कि हम जहां भी जा रहे है वहां लोग मजबूती के साथ कहते है कि बुंदेलखंड अलग राज्य होना चाहिए। भाषाई आधार पर राज्यों का गठन किया गया था। हमारी बुंदेलखंडी अलग भाषा है, हमारा भी अलग राज्य होना चाहिए। टूटी सड़कों पर तंज कसते हुए बुंदेला ने कहा कि मुख्य मार्ग तो बन गए है पर असली बुंदेलखंड गांवों में बसता है। एक गांव से दूसरे गांव को जोड़ने वाली सड़कें बदल स्थिति में है। उन्होंने ब्रम्हचारी इंटर कॉलेज खन्ना में छात्रों को भी संबोधित किया। इस दौरान प्रबंधक शिवशंकर सिंह, डाॅ. आश्रय सिंह, शिवम चौहान, प्रताप बुंदेला, दीपक पांडेय आदि मौजूद रहे।
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