गंगा एक्सप्रेसवे: मेरठ समेत कुल 91 फीसदी निर्माण पूरा, बदायूं तक जुलाई में सेक्शन पूरा करने का लक्ष्य
मेरठ में गंगा एक्सप्रेसवे का मेरठ में 22 किमी. का सौ फीसदी काम पूरा हो गया है और बिजौली में तैयार इंटरचेंज अब लाइटों से जगमगाने भी लगा है। मेरठ से प्रयागराज जाने वालों के लिए इस एक्सप्रेसवे से काफी राहत मिलेगी।
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गंगा एक्सप्रेसवे का मेरठ सेक्शन बनकर तैयार हो गया है। हापुड़ रोड पर बिजौली से शुरू हो रहे मेरठ से प्रयागराज तक जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे का मेरठ में 22 किमी. का दायरा है। इस पर सौ फीसदी काम पूरा हो गया है और बिजौली में तैयार इंटरचेंज अब लाइटों से जगमगाने भी लगा है। बारह चरणों में बन रहे एक्सप्रेसवे का कुल 91 फीसदी काम पूरा हो गया है। बदायूं तक का सेक्शन जुलाई में तैयार होने का लक्ष्य है।
प्रदेश सरकार ने फरवरी में बजट के दौरान गंगा एक्सप्रेसवे को हरिद्वार से जोड़ने की घोषणा करते हुए 50 करोड़ का बजट भी इसके लिए आवंटित किया गया। हरिद्वार से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे के जुड़ने से पूरब से पश्चिम तक सभ्यता और संस्कृति एक सूत्र में बंध जाएंगे।
अभी इसका अलाइनमेंट तय होना है। वहीं, 27 अप्रैल को गढ़मुक्तेश्वर में एक्सप्रेसवे पर बने हैलीपेड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण किया था और काम को गुणवत्तापरक करने के निर्देश दिए थे। इसी के साथ काम लगातार तेजी के साथ किया जा रहा था।
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गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण 12 चरणों में ही किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट पर 36,400 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। अभी यह छह लेन का एक्सप्रेसवे है लेकिन बाद में इसे आठ लेन तक चौड़ा किया जा सकेगा। 594 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे 12 जिलों के 518 गांवों से होकर गुजरेगा।
मेरठ में इसकी लंबाई 15 किमी. है, जिसमें 43 स्ट्रक्चर तैयार करने का दावा है। मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर बिजौली गांव से शुरू होकर गंगा एक्सप्रेसवे प्रयागराज में एनएच 19 पर जुदापुर दादू गांव के पास तक होगा। गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ के बाद ये हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ से होता हुआ प्रयागराज पर खत्म होगा।
आईआरबी के परियोजना निदेशक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि मेरठ में गंगा एक्सप्रेस-वे का 22 किमी. का हिस्सा आता है, जिस पर काम पूरा हो गया है। पूरे प्रोजेक्ट पर 91 फीसदी के करीब काम पूरा हो गया है।
उन्होंने बताया कि यह बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है, ऐसे में किसी भी चीज को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मानकों का पूरा ध्यान रखते हुए गुणवत्तापरक काम किया जा रहा है। बदायूं तक के सेक्शन को जुलाई तक पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि हरिद्वार के लिए अभी अलाइनमेंट तय होना है, इसके बाद इस पर काम शुरू होगा।
एक्सप्रेसवे पर फाइटर प्लेन भी उतर चुके
गंगा एक्सप्रेसवे को इस तरह से बनाया गया है कि इस पर न केवल गाडियां दौडेंगी, बल्कि आपात स्थिति में बड़े फाइटर प्लेन और हेलीकॉप्टर भी उतर सकें। हाल ही में फाइटर प्लेन भी इस पर उतर चुके हैं। शाहजहांपुर में 3.50 किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी बनाई जा रही है।
इसके अलावा गंगा और रामगंगा नदियों पर दो बड़े पुलों का निर्माण भी अंतिम चरण में है। गंगा एक्सप्रेसवे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बलिया लिंक एक्सप्रेसवे के जरिए राज्य के अन्य एक्सप्रेसवे को भी जोड़ेगा।
देश का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे लंबाई के मामले में भारत का तीसरा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनने वाला है। अभी जो सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन रहा है वो दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे है, जो 1,350 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा है। दूसरा सबसे लंबा मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे है जो 700 किलोमीटर से थोड़ा ज्यादा लंबा है।
निर्माणदायी संस्था आईआरबी के मुख्य महाप्रबंधक अनूप कुमार सिंह ने बताया कि खरखौदा क्षेत्र के गांव खड़खड़ी के जंगल में 16 लेन के टोल प्लाजा का निर्माण पूरा हो गया है। इस ग्रीनफील्ड परियोजना को समय रहते ही पूरा कर लिया जाएगा। मेरठ सेक्शन पर सौ फीसदी और हापुड़ में 90 फीसदी तक काम पूरा हो गया है।