Moradabad: पति ने गर्भवती पत्नी को मारा चाकू, पहले शिशु और अब महिला ने तोड़ा दम, पुलिस हिरासत में आरोपी
ठाकुरद्वारा में दहेज के लिए पति ने गर्भवती पत्नी पर चाकू से हमला किया था। 21 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद महिला ने दम तोड़ दिया। इससे पहले उसके गर्भ में पल रहे शिशु की पहले ही मौत हो चुकी थी। मृतका के पिता की तहरीर पर पति यशपाल सिंह, ससुर और जेठ के खिलाफ केस दर्ज है। पुलिस ने आरोपी पति को हिरासत में ले लिया है।

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ठाकुरद्वारा थानाक्षेत्र के गांव में आरोपी पति द्वारा चाकू से किए गए हमले में घायल महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई। महिला करीब 21 दिनों से अस्पताल में भर्ती थी। जबकि उसके गर्भ में पल रहे शिशु की पहले मौत हो गई थी। बिजनौर जिले के रेहड़ थानाक्षेत्र के हरकिशनपुर गांव निवासी रामकुमार सिंह ने सात अक्तूबर को ठाकुरद्वारा थाने में केस दर्ज कराया था।

इसमें बताया कि उसकी बेटी ममता का विवाह 12 फरवरी 2022 को ठाकुरद्वारा के अब्दुल्लापुर लेदा निवासी यशपाल सिंह के साथ हुआ था। शादी में दिए गए दहेज से ससुराल वाले नाखुश थे। उन्होंने ममता पर दबाव बनाया है कि वह अपने मायके से दो लाख रुपये ले कर आए।
आरोप है कि छह अक्तूबर की सुबह ममता के पेट में उसके पति यशपाल सिंह ने चाकू मार दिया जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। ममता पांच माह की गर्भवती थी। निजी अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान ममता के गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने पति यशपाल सिंह, ससुर अंतराम सिंह और जेठ शिवराज सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। बुधवार की सुबह करीब तीन बजे ममता ने भी दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार देरशाम ममता का शव गांव अब्दुल्लापुर लेदा पहुंचा। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह ने बताया कि पति यशपाल सिंह को हिरासत में ले लिया गया है।
मासूम बच्चों की देखभाल के लिए ससुराल पक्ष से समझौते का प्रयास
गांव अब्दुल्लापुर लेदा निवासी ममता की मौत के बाद उसके दो मासूम बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया है। ममता के बेटी काव्या (2) और बेटा गोरांश (10 माह) का है। ममता के पिता रामकुमार सिंह ने बताया कि देखभाल और परवरिश के लिए यशपाल और उनके पिता ने बच्चों के नाम पांच लाख की एफडी कराने का आश्वासन दिया है।
इसे लेकर पोस्टमार्टम हाऊस पर दोनों पक्षों की पंचायत भी हुई है। एफडी में नॉमिनी बच्चों के नाना-नानी रहेंगे। यह भी यह भी बताया गया कि पत्नी को चाकू मारने वाले पति यशपाल सिंह को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने ममता का जीवन बचाने के लिए अपनी जमीन भी बेच दी। उसके इलाज पर नौ लाख रुपये खर्च हो गए लेकिन उसका जीवन नहीं बच सका।