मुजफ्फरनगर। वेतन रोके जाने के विरोध में स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन के आह्वान पर पालिका कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। संगठन महामंत्री सुनील वर्मा ने चेतावनी दी कि यदि पालिका प्रशासन का यही रवैया रहा तो हड़ताल अनिश्चतकालीन हो जाएगी और धरना दे रहे कर्मचारी भूख हड़ताल शुरू कर देंगे।
विशेष जांच के लिए आई ऑडिट टीम को सहयोग नहीं करने, पत्रावलियां और दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराने और पत्रावलियों को गायब करने के मामले में ऑडिट टीम के प्रभारी की ओर से शिकायत की गई थी। ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने दो अधिकारियों और कुछ लिपिकों का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोक दिया था। विरोध में स्वायत्त शासन कर्मचारी संगठन की ओर से मंगलवार से हड़ताल शुरू हुई। बुधवार को भी कर्मचारियों की हड़ताल जारी रही हालांकि कुछ कार्यालय खुले दिखे। लिपिक गोपीचंद वर्मा, कैलाश नारायण, राजीव वर्मा, फिरोज खान, नदीम खान, मनोज बालियान, मनोज पाल, नितिन कुमार, मैनपाल सिंह, शोभित सिंघल, गगन महेन्द्रा मौजूद रहे।
काम करते नजर आए पालिका के आउटसोर्स कर्मचारी : ईओ ने दो लिपिकों सहित लेखाकार को भी नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया था। इसके साथ ही पालिका में आउटसोर्स पर काम कर रहे 13 कर्मचारियों के हड़ताल में शामिल रहने पर आपूर्ति एजेंसी अजय ट्रेडर्स को भी नोटिस जारी किया गया। जिसमें कंपनी पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई। जिसके चलते कंप्यूटर ऑपरेटर का काम कर रहे कंपनी के सभी 13 कर्मचारी पालिका के विभिन्न विभागों में कार्य पर लौट आए। मुख्य कार्यालय सहित अन्य सभी कार्यालयों के ताले खुले और ईओ के साथ लेखाकार प्रीति रानी, टीएस पारूल यादव और राजस्व निरीक्षक अपना काम निपटाते रहे।

हड़ताल के दौरान धरने पर बैठे संगठन पदाधिकारियों से नाराजगी जाताती चतुर्थ श्रेणीकर्मी। संवाद।