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Pilibhit News: भगवान श्रीकृष्ण की माखन चोरी लीला देख श्रद्धालु हुए भाव-विभोर
संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत
Updated Thu, 18 Dec 2025 11:35 PM IST
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अग्रवाल सभा भवन में रासलीला का मंचन करते वृंदावन के कलाकार। स्रोत: आयोजक
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पीलीभीत। श्री राधा माधव संकीर्तन मंडल की ओर से आयोजित रासलीला महोत्सव में बृहस्पतिवार को बाल रूप श्रीकृष्ण के माखन चोरी लीला का मंचन किया गया। वृंदावन से आए कलाकारों ने माखन चोरी प्रसंग का मंचन किया। इसे देखकर श्रद्धालु भाव-विभोर हो गए।
मंच पर गोकुल का दृश्य दिखाया गया। बताया गया कि माखन चोरी लीला ठाकुर जी को बहुत प्रिय है। रासलीला में दिखाया गया कि ठाकुर जी सोए हुए हैं। माता यशोदा उनको जगा रही हैं। माता अपने वात्सल्य भाव में अपना सौभाग्य मान रही हैं।
उन्हें याद आया ठाकुर जी के लिए माखन तो अभी चलाया ही नहीं है। इस पर यशोदा माखन चलाने जाती हैं। इसी बीच कान्हा जागते हैं। वह देखते हैं कि मैया यशोदा वहां नहीं हैं। इस पर कान्हा अकेले ही भंडार घर में जाते हैं और माखन चोरी लीला करते हैं। उस दृश्य को गोपियां देखती हैं। उनके मन में भी ऐसा भाव आता है कि कन्हैया उनके यहां भी माखन चुराएं। गोपियों की सदैव एक ही भावना रहती है कि कान्हा सदैव उनकी आंखों के आगे रहें। उनकी मनोकामना पूर्ण करने कान्हा कभी अकेले तो कभी ग्वाल वालों के साथ गोपियों के घर जाते और माखन चुराते। कभी गोपियां कान्हा को पकड़कर माता यशोदा के पास भी ले जातीं। रासलीला प्रस्तुति का निर्देशन स्वामी जयप्रिया शरण महाराज और भागवत मर्मज्ञ गोकुल ठाकुर महाराज ने किया।
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मंच पर गोकुल का दृश्य दिखाया गया। बताया गया कि माखन चोरी लीला ठाकुर जी को बहुत प्रिय है। रासलीला में दिखाया गया कि ठाकुर जी सोए हुए हैं। माता यशोदा उनको जगा रही हैं। माता अपने वात्सल्य भाव में अपना सौभाग्य मान रही हैं।
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उन्हें याद आया ठाकुर जी के लिए माखन तो अभी चलाया ही नहीं है। इस पर यशोदा माखन चलाने जाती हैं। इसी बीच कान्हा जागते हैं। वह देखते हैं कि मैया यशोदा वहां नहीं हैं। इस पर कान्हा अकेले ही भंडार घर में जाते हैं और माखन चोरी लीला करते हैं। उस दृश्य को गोपियां देखती हैं। उनके मन में भी ऐसा भाव आता है कि कन्हैया उनके यहां भी माखन चुराएं। गोपियों की सदैव एक ही भावना रहती है कि कान्हा सदैव उनकी आंखों के आगे रहें। उनकी मनोकामना पूर्ण करने कान्हा कभी अकेले तो कभी ग्वाल वालों के साथ गोपियों के घर जाते और माखन चुराते। कभी गोपियां कान्हा को पकड़कर माता यशोदा के पास भी ले जातीं। रासलीला प्रस्तुति का निर्देशन स्वामी जयप्रिया शरण महाराज और भागवत मर्मज्ञ गोकुल ठाकुर महाराज ने किया।
