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Pilibhit News: तालाब के किनारे मिला घायल तेंदुआ, उपचार से पहले मौत; वन विभाग ने कराया पोस्टमॉर्टम

संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत Published by: मुकेश कुमार Updated Tue, 18 Nov 2025 05:57 PM IST
सार

पीलीभीत के बरखेड़ा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक तेंदुआ घायल अवस्था में पड़ा मिला।  ग्रामीणों के मुताबिक सूचना के दो घंटे बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, तब तक तेंदुए की मौत हो गई। 

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Leopard found dead near village postmortem to be conducted in Pilibhit
सड़क किनारे पड़ा तेंदुआ - फोटो : संवाद
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पीलीभीत के बरखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव पिपरा खास के एक तालाब के पास मंगलवार सुबह तेंदुआ घायल अवस्था में पड़ा मिला। जानकारी पर ग्रामीणों एकत्र हो गए। सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। तेंदुए की गर्दन पर गहरा जख्म मिला और उसमें कीड़े पड़े पाए गए थे। वन विभाग की टीम शव को जिला मुख्यालय लाई। चिकित्सकों की टीम ने उसका पोस्टमॉर्टम किया।

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पिपरा खास गांव के ग्रामीणों के अनुसार मंगलवार सुबह करीब पांच बजे तालाब के पास खड़ंजे पर तेंदुआ देखा। ग्रामीणों एकत्र होने लगे। शोर होने पर तेंदुआ तालाब के किनारे की ओर कूदा और बेसुध होकर गिर गया। दहशत के बीच ग्रामीण करीब पहुंचे तो देखने पर पता चला कि उसकी गर्दन पर गहरा जख्म पाया गया। इसमें कीड़े भी पड़ गए थे। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू करने की योजना बनाई। 
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टीम के पास जाने पर पता चला कि उसकी मौत हो चुकी है। इसके बाद शव को सामाजिक वानिकी मुख्यालय लाया गया। दोपहर बाद तेंदुए का पोस्टमार्टम शुरू किया। प्रभारी डीएफओ रमेश चौहान का कहना है कि तेंदुए की गर्दन पर गहरा जख्म पाया गया है। देखकर ऐसा लग रहा है कि वह खेतों में लगे कटीले तार की चपेट में आ गया। हालांकि मौत का सही कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।

तड़पता रहा तेंदुआ, दो घंटे देरी से पहुंची वन विभाग की टीम
ग्रामीणों का आरोप है कि तेंदुआ देखे जाने के कुछ ही देर बाद सूचना वन विभाग को दी गई लेकिन करीब दो घंटे बाद टीम मौके पर पहुंची। तब तक तेंदुआ तड़पता रहा और उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सूचना पर विभागीय अफसर गंभीर होते तो शायद तेंदुए की जान बच सकती थी।

20 दिन से देखी जा रही थी तेंदुए की मौजूदगी
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि तेंदुए की करीब 20 दिन से आसपास के इलाकों में मौजूदगी देखी जा रही थी। ग्रामीणों का दावा है कि दो अलग-अलग तेंदुए क्षेत्र में सक्रिय थे। इस बात की जानकारी विभाग को दी गई लेकिन विभाग के कर्मचारी संजीदा नहीं हुए। यही वजह रही कि मंगलवार को घायल अवस्था में दिखे तेंदुए की पिपरा खास गांव में मौत हो गई।

तीन चिकित्सकों की टीम ने किया पोस्टमार्टम
तेंदुए के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया। यहां विभागीय पशु चिकित्सक डॉ. दक्ष गंगवार के नेतृत्व में दो अन्य चिकित्सकों की टीम ने तेंदुए का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम की कार्रवाई शाम तक चली। अफसरों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

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