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Pilibhit News: गर्मी बढ़ने से बच्चों में डायरिया की बढ़ी समस्या
संवाद न्यूज एजेंसी, पीलीभीत
Updated Fri, 09 May 2025 01:06 AM IST
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पीलीभीत। बढ़ता तापमान बच्चों को परेशान कर रहा है। बच्चों में उल्टी बुखार व दस्त की समस्या बढ़ी है। नवजात भी बीमारियों की चपेट में आ रहे है। इसके चलते रोजाना जिला महिला अस्पताल में 200 से अधिक बच्चों की ओपीडी हो रही है। इनमें से 80 फीसदी बच्चों में डायरिया की समस्या मिल रही है। बृहस्पतिवार को भी ओपीडी में दिनभर भीड़ उमड़ी रही।
जिले में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। तापमान में भी उतार-चढ़ाव होने से इसका सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों में आए दिन डायरिया, टायफाइड, लीवर फंक्शन, इंफेक्शन, वायरल फीवर व पेट से जुड़ी सर्वाधिक समस्याएं बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित जिला महिला अस्पताल में सुबह से अभिभावक विभिन्न समस्याओं से परेशान बच्चों को लेकर पहुंचने लगे।
दोपहर दो बजे तक जिला महिला अस्पताल में 200 से अधिक बच्चों की ओपीडी रही। इसमें दस्त, पेट इंफेक्शन व डायरिया के 80 प्रतिशत सर्वाधिक मरीज शामिल रहे। बाल रोग विभागाध्यक्ष चिकित्सक डॉ. सुमित सचान ने बताया कि गर्मी में बच्चों में पानी की कमी हो जाती है। इससे डायरिया, दस्त व पाचन तंत्र की समस्या बन जाती है। ऐसे में अभिभावकों को ओआरएस घोल बनाकर नियमित पिलाने के साथ संक्रमित वायरस से बचाने के लिए नियमित रूप से नहलाकर साफ कपड़े पहनाना पर जोर देना चाहिए। खाने में दही, मट्ठा व ज्यादातर तरल पदार्थ देने की सलाह दी जा रही है।
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वार्ड में भर्ती 10 बच्चे, चल रहा उपचार
- चिकित्सक के अनुसार बच्चों को देखने के बाद जरूरी परामर्श देने के साथ दवाएं लिखी जा रही हैं। जरूरत पड़ने पर खून की जांचे भी कराई जा रही है। सामान्य स्थिति से बाहर लक्षण मिलने पर बच्चों को वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में अस्पताल के बच्चा वार्ड में करीब दस बच्चे भर्ती हैं।
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जिले में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। तापमान में भी उतार-चढ़ाव होने से इसका सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। इससे बच्चे भी प्रभावित हो रहे हैं। बच्चों में आए दिन डायरिया, टायफाइड, लीवर फंक्शन, इंफेक्शन, वायरल फीवर व पेट से जुड़ी सर्वाधिक समस्याएं बढ़ रही है। बृहस्पतिवार को मेडिकल कॉलेज के अधीन संचालित जिला महिला अस्पताल में सुबह से अभिभावक विभिन्न समस्याओं से परेशान बच्चों को लेकर पहुंचने लगे।
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दोपहर दो बजे तक जिला महिला अस्पताल में 200 से अधिक बच्चों की ओपीडी रही। इसमें दस्त, पेट इंफेक्शन व डायरिया के 80 प्रतिशत सर्वाधिक मरीज शामिल रहे। बाल रोग विभागाध्यक्ष चिकित्सक डॉ. सुमित सचान ने बताया कि गर्मी में बच्चों में पानी की कमी हो जाती है। इससे डायरिया, दस्त व पाचन तंत्र की समस्या बन जाती है। ऐसे में अभिभावकों को ओआरएस घोल बनाकर नियमित पिलाने के साथ संक्रमित वायरस से बचाने के लिए नियमित रूप से नहलाकर साफ कपड़े पहनाना पर जोर देना चाहिए। खाने में दही, मट्ठा व ज्यादातर तरल पदार्थ देने की सलाह दी जा रही है।
वार्ड में भर्ती 10 बच्चे, चल रहा उपचार
- चिकित्सक के अनुसार बच्चों को देखने के बाद जरूरी परामर्श देने के साथ दवाएं लिखी जा रही हैं। जरूरत पड़ने पर खून की जांचे भी कराई जा रही है। सामान्य स्थिति से बाहर लक्षण मिलने पर बच्चों को वार्ड में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में अस्पताल के बच्चा वार्ड में करीब दस बच्चे भर्ती हैं।