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नहीं हो पाया हनुमान मंदिर पर भंडारा, नजरबंद रहे उदयप्रताप
अमर उजाला ब्यूरो प्रतापगढ़
Updated Sat, 22 Sep 2018 12:07 AM IST
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pratapgarh
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अनुमति न लेने के कारण प्रशासन ने तमाम बंदिशें लगाते हुए तीसरे वर्ष भी मुहर्रम के दिन शेखपुर गांव के हनुमान मंदिर पर भंडारा नहीं होने दिया। मंदिर पर शुक्रवार को पूरे दिन पहरा बैठा दिया गया। पूर्व मंत्री और कुंडा के विधायक राजाभैया के पिता उदय प्रताप सिंह को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया था। दैनिक पूजापाठ पर भी प्रशासन ने प्रतिबंध लगा दिया। हालांकि इस दौरान एक युवक ने पहुंचकर पूजा की। हाउस अरेस्ट होने के बाद भी उदय प्रताप सिंह के बाहर निकले की आशंका पर जगह-जगह फोर्स लगाई गई थी। दोपहर बाद तीन बजे गांव से ताजिया उठाया गया और मंदिर के पास से आवाज धीमी करके निकाला गया।
कुंडा कोतवाली के शेखपुर आशिक स्थित हनुमान मंदिर पर मोहर्रम के दिन भंडारे को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी थी। 2016 में हाईकोर्ट से भंडारे के लिए अनुमति मांगी गई थी। जिला मजिस्ट्रेट के पक्ष में रिपोर्ट न देने के कारण कोर्ट से अनुमति नहीं मिल सकी। इसके चलते 2016 और फिर 2017 में भी भंडारे को प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस बार उदय प्रताप सिंंह ने कई दिन पूर्व से पूजापाठ शुरू कराया था।
हालांकि इस बार वह भंडारे की बात न करते हुए पूजा पाठ और प्रसाद वितरण ही कहते रहे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें गुरुवार की देर रात 10 बजे से शुक्रवार की शाम सात बजे तक के लिए हाउस अरेस्ट कर लिया। इतना होने के बाद भी प्रशासन को भंडारा न होने का विश्वास नहीं हुआ और उनके गेट के सामने भारी संख्या में पुलिस बल एडीएम मनोज सिंह व एएसपी कुंभ ओपी सिंह को तैनात किया गया था। इसके साथ ही शेखपुर स्थित हनुमान मंदिर पर भी भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। करीब तीन बजे ताजिया उठाया गया और कर्बला ले जाया गया। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सुबह से तीन बजे तक मंदिर परिसर में ही मौजूद रहे। इसी दौरान आईजी मोहित कुमार भी पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
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कुंडा कोतवाली के शेखपुर आशिक स्थित हनुमान मंदिर पर मोहर्रम के दिन भंडारे को रोकने के लिए प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी थी। 2016 में हाईकोर्ट से भंडारे के लिए अनुमति मांगी गई थी। जिला मजिस्ट्रेट के पक्ष में रिपोर्ट न देने के कारण कोर्ट से अनुमति नहीं मिल सकी। इसके चलते 2016 और फिर 2017 में भी भंडारे को प्रतिबंधित कर दिया गया था। इस बार उदय प्रताप सिंंह ने कई दिन पूर्व से पूजापाठ शुरू कराया था।
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हालांकि इस बार वह भंडारे की बात न करते हुए पूजा पाठ और प्रसाद वितरण ही कहते रहे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें गुरुवार की देर रात 10 बजे से शुक्रवार की शाम सात बजे तक के लिए हाउस अरेस्ट कर लिया। इतना होने के बाद भी प्रशासन को भंडारा न होने का विश्वास नहीं हुआ और उनके गेट के सामने भारी संख्या में पुलिस बल एडीएम मनोज सिंह व एएसपी कुंभ ओपी सिंह को तैनात किया गया था। इसके साथ ही शेखपुर स्थित हनुमान मंदिर पर भी भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई। करीब तीन बजे ताजिया उठाया गया और कर्बला ले जाया गया। जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सुबह से तीन बजे तक मंदिर परिसर में ही मौजूद रहे। इसी दौरान आईजी मोहित कुमार भी पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।