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आतंकियों की गोलीबारी से बिखरा था खून
अमर उजाला/ ब्यूरोरामपुर
Updated Thu, 21 Jul 2016 12:36 AM IST
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रामपुर कोर्ट में आतंकियों की पेशी के दौरान तैनात पुलिस।
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आतंकवादियों की गोलीबारी से सीआरपीएफ गेट और उसके आसपास खून बिखरा हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस अफसरों के साथ मौके पर पहुंचा तो मुकाबला भी किया गया, लेकिन सभी आतंकी मौके का फायदा उठाकर भाग खड़े हुए थे। इस तरह का बयान इस हमले के बाद मौके पर पहुंचे सिविल लाइंस थाने में तैनात रहे सिपाही जितेंद्र कुमार ने कोर्ट के समक्ष दिए।
31 दिसंबर 2007 की रात में हुए आतंकी हमले के मामले में सात जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक रिक्शा चालक की मौत हो गई थी। इस घटना के चालीस दिन बाद पुलिस व एटीएस की टीम ने दो पाक आतंकियों समेत आठ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले की सुनवाई इन दिनों कोर्ट में विचाराधीन है।
बुधवार को इस मामले की सुनवाई हुई। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस मामले के सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में पेशी के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से सिविल लाइंस थाने में तैनात रहे सिपाही जितेंद्र कुमार को पेश किया, जहां पर बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने बहस की। इस दौरान सिपाही ने अपने पूर्व में दिए गए बयानों की पुष्टि की। उसने कहा कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद वह भी मौके पर पहुंचा था। जहां फायरिंग चल रही थी। आतंकियों की गोली से हर तरफ खून बिखरा हुआ था। इस बयान के साथ ही उसकी गवाही पूरी हो गई। अब इस मामले की सुनवाई दो अगस्त को होगी। पेशी के दौरान कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए।
31 दिसंबर 2007 की रात में हुए आतंकी हमले के मामले में सात जवान शहीद हो गए थे, जबकि एक रिक्शा चालक की मौत हो गई थी। इस घटना के चालीस दिन बाद पुलिस व एटीएस की टीम ने दो पाक आतंकियों समेत आठ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इस मामले की सुनवाई इन दिनों कोर्ट में विचाराधीन है।
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बुधवार को इस मामले की सुनवाई हुई। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस मामले के सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट में पेशी के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से सिविल लाइंस थाने में तैनात रहे सिपाही जितेंद्र कुमार को पेश किया, जहां पर बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने बहस की। इस दौरान सिपाही ने अपने पूर्व में दिए गए बयानों की पुष्टि की। उसने कहा कि घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद वह भी मौके पर पहुंचा था। जहां फायरिंग चल रही थी। आतंकियों की गोली से हर तरफ खून बिखरा हुआ था। इस बयान के साथ ही उसकी गवाही पूरी हो गई। अब इस मामले की सुनवाई दो अगस्त को होगी। पेशी के दौरान कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए।