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Saharanpur News: चयन न होने पर क्रिकेट छोड़ना चाहते थे प्रशांत, आज रचा इतिहास
संवाद न्यूज एजेंसी, सहारनपुर
Updated Wed, 17 Dec 2025 12:44 AM IST
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युवा ऑलराउंडर प्रशांत वीर
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सहारनपुर। एक समय वह था, जब अंडर-16 में चयन न होने पर प्रशांतवीर इतने निराश हुए थे कि क्रिकेट छोड़ना चाहते थे, लेकिन उनके कोच राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने उनका हौसला बढ़ाया और कड़ी मेहनत के लिए प्रेरित किया। नतीजा, आज प्रशांतवीर को चेन्नई सुपर किंग्स ने 14.20 करोड़ रुपये में खरीदा है। उनके चयन से सहारनपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन पदाधिकारियों और एकेडमी के खिलाड़ियों में खुशी की लहर है।
प्रशांतवीर के कोच राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने बताया कि प्रशांतवीर मूलरूप से अमेठी के रहने वाले हैं, जो 2018 से पहले मैनपुरी हॉस्टल में रहकर क्रिकेट की बारीकियां सीख रहे थे। वहां अच्छा प्रशिक्षण नहीं मिलने से वह परेशान थे। एक दिन सहारनपुर के रक्षित गर्ग की मुलाकात मैनपुरी में उनसे हुई तो रक्षित गर्ग ने उन्हें बताया कि सहारनपुर में अच्छी तैयारी होती है। इसके बाद प्रशांतवीर ने सहारनपुर ही आने का मन बनाया और यहां वह उनसे (राजीव गोयल) मिले। कोच ने बताया कि पहली बार प्रशांतवीर ने जब अंडर-16 का ट्रायल दिया था तो उनका चयन नहीं हो सका था और वह बहुत निराश थे। घर से दूर रहने और सफलता न मिलने के कारण वह क्रिकेट छोड़कर जाना चाहते थे, उन्होंने हौसला बढ़ाया।
इसके बाद प्रशांतवीर ने अपनी तैयारी में दिन-रात एक किया। वह सभी खिलाड़ियों के मैदान से चले जाने के बाद अंधेरा होने तक बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करता था। नतीजा, अंडर-19 में चयन के साथ ही वह यूपी का सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी प्रशांतवीर ने बल्ले के साथ ही गेंदबाजी में भी कमाल किया और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वर्तमान में वह यूपी रणजी टीम के खिलाड़ी हैं। प्रशांतवीर ने अपनी सफलता का श्रेय सहारनपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन मोहम्मद अकरम और कोच राजीव गोयल को दिया है। उन्होंने बताया कि क्रिकेट की बारीकियां राजीव गोयल ने सिखाई और मोहम्मद अकरम ने सहारनपुर से बाहर हर कदम पर उनका साथ दिया।
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लंबे शॉट के लिए जाने जाते हैं प्रशांतवीर, डेविड मिलर से होती है तुलना
प्रशांतवीर बाएं हाथ के बल्लेबाज और स्पिन गेंदबाज हैं। वह अपनी एकेडमी ही नहीं, बल्कि पूरे सहारनपुर के क्रिकेट में लंबे शॉट मारने के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ खिलाड़ी और खुद कोच राजीव गोयल उनकी तुलना दक्षिणी अफ्रीकी खिलाड़ी डेविड मिलर से करते हैं। कई खिलाड़ी उन्हें डेविड मिलर के नाम से भी पुकारते हैं। हालांकि डेविड मिलर को दिल्ली कैपिटल्स ने दो करोड़ रुपये में खरीदा है।
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एकेडमी खिलाड़ियों में खुशी की लहर
प्रशांतवीर के चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बनने के बाद यहां एसबीबीए क्रिकेट एकेडमी में खुशी की लहर है। यहां प्रशिक्षण के लिए आने वाले खिलाड़ियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। कोच राजीव गोयल ने मिठाई बंटवाई। इसके बाद खिलाड़ी शाम 6:30 बजे तक एकेडमी में जमे रहे और अपने सीनियर साथी के चयन पर खुशी का इजहार किया।
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प्रशांतवीर को मैं तब से बड़ा खिलाड़ी मानता हूं, जब उनका चयन अंडर-19 में भी नहीं हुआ था, क्योंकि मैंने उन्हें शुरू से खेलते देखा है। वह जबरदस्त बल्लेबाज हैं, जो लंबे शॉट खेलते हैं। चेन्नई सुपर किंग्स द्वारा प्रशांत को 14 करोड़ रुपये में खरीदे जाने से मुझे व्यक्तिगत खुशी हो रही है, क्योंकि वह केवल उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे सहारनपुर के लिए गौरव की बात है।
- मोहम्मद अकरम, चेयरमैन, एसडीसीए
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प्रशांतवीर के कोच राजीव गोयल उर्फ टप्पू ने बताया कि प्रशांतवीर मूलरूप से अमेठी के रहने वाले हैं, जो 2018 से पहले मैनपुरी हॉस्टल में रहकर क्रिकेट की बारीकियां सीख रहे थे। वहां अच्छा प्रशिक्षण नहीं मिलने से वह परेशान थे। एक दिन सहारनपुर के रक्षित गर्ग की मुलाकात मैनपुरी में उनसे हुई तो रक्षित गर्ग ने उन्हें बताया कि सहारनपुर में अच्छी तैयारी होती है। इसके बाद प्रशांतवीर ने सहारनपुर ही आने का मन बनाया और यहां वह उनसे (राजीव गोयल) मिले। कोच ने बताया कि पहली बार प्रशांतवीर ने जब अंडर-16 का ट्रायल दिया था तो उनका चयन नहीं हो सका था और वह बहुत निराश थे। घर से दूर रहने और सफलता न मिलने के कारण वह क्रिकेट छोड़कर जाना चाहते थे, उन्होंने हौसला बढ़ाया।
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इसके बाद प्रशांतवीर ने अपनी तैयारी में दिन-रात एक किया। वह सभी खिलाड़ियों के मैदान से चले जाने के बाद अंधेरा होने तक बल्लेबाजी की प्रैक्टिस करता था। नतीजा, अंडर-19 में चयन के साथ ही वह यूपी का सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी प्रशांतवीर ने बल्ले के साथ ही गेंदबाजी में भी कमाल किया और चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वर्तमान में वह यूपी रणजी टीम के खिलाड़ी हैं। प्रशांतवीर ने अपनी सफलता का श्रेय सहारनपुर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के चेयरमैन मोहम्मद अकरम और कोच राजीव गोयल को दिया है। उन्होंने बताया कि क्रिकेट की बारीकियां राजीव गोयल ने सिखाई और मोहम्मद अकरम ने सहारनपुर से बाहर हर कदम पर उनका साथ दिया।
लंबे शॉट के लिए जाने जाते हैं प्रशांतवीर, डेविड मिलर से होती है तुलना
प्रशांतवीर बाएं हाथ के बल्लेबाज और स्पिन गेंदबाज हैं। वह अपनी एकेडमी ही नहीं, बल्कि पूरे सहारनपुर के क्रिकेट में लंबे शॉट मारने के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ खिलाड़ी और खुद कोच राजीव गोयल उनकी तुलना दक्षिणी अफ्रीकी खिलाड़ी डेविड मिलर से करते हैं। कई खिलाड़ी उन्हें डेविड मिलर के नाम से भी पुकारते हैं। हालांकि डेविड मिलर को दिल्ली कैपिटल्स ने दो करोड़ रुपये में खरीदा है।
एकेडमी खिलाड़ियों में खुशी की लहर
प्रशांतवीर के चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा बनने के बाद यहां एसबीबीए क्रिकेट एकेडमी में खुशी की लहर है। यहां प्रशिक्षण के लिए आने वाले खिलाड़ियों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। कोच राजीव गोयल ने मिठाई बंटवाई। इसके बाद खिलाड़ी शाम 6:30 बजे तक एकेडमी में जमे रहे और अपने सीनियर साथी के चयन पर खुशी का इजहार किया।
प्रशांतवीर को मैं तब से बड़ा खिलाड़ी मानता हूं, जब उनका चयन अंडर-19 में भी नहीं हुआ था, क्योंकि मैंने उन्हें शुरू से खेलते देखा है। वह जबरदस्त बल्लेबाज हैं, जो लंबे शॉट खेलते हैं। चेन्नई सुपर किंग्स द्वारा प्रशांत को 14 करोड़ रुपये में खरीदे जाने से मुझे व्यक्तिगत खुशी हो रही है, क्योंकि वह केवल उनके लिए नहीं, बल्कि पूरे सहारनपुर के लिए गौरव की बात है।
- मोहम्मद अकरम, चेयरमैन, एसडीसीए
