{"_id":"68c71184e6fad1030e080bb8","slug":"strictness-on-unauthorized-vendors-qr-code-based-identity-cards-will-be-made-saharanpur-news-c-30-1-sah1001-158605-2025-09-15","type":"story","status":"publish","title_hn":"Saharanpur News: अनधिकृत वेंडरों पर सख्ती, बनेंगे क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Saharanpur News: अनधिकृत वेंडरों पर सख्ती, बनेंगे क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र
विज्ञापन

विज्ञापन
- रेलवे ने शुरू की तैयारी, स्कैन करने के बाद वेंडर की मिलेगी पूरी जानकारी
- अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर कैटरिंग ठेकेदारों से मांगी वेंडरों की सूची
संवाद न्यूज एजेंसी
सहारनपुर। ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर काम करने वाले वेंडरों के क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र बनेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे कि अनधिकृत वेंडरों पर रोक लगाई जा सके। पहचान पत्र बनाने के लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कैटरिंग ठेकेदारों से वेंडरों की सूची मांगी गई है।
रेलवे स्टेशन से अप-डाउन में 153 ट्रेनों का आवागमन होता है। इनमें 30 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में सात स्टॉल हैं। इनके अलावा नौ रेहड़ियां और तीन छाबे हैं। इन पर दो से तीन कर्मचारी अलग-अलग समय में शिफ्टों के अनुसार काम करते हैं। स्टेशन पर ट्रेन के आते ही वेंडर खाद्य पदार्थ बेचने के लिए पहुंच जाते हैं। रेलवे के पास कई बार अवैध वेंडरों की शिकायत पहुंचती रही है। इसके अलावा पानी बोतल, छोले-भटूरे, ब्रेड पकौड़ा को महंगे बेचने के मामले भी सामने आ चुके हैं। शिकायत पर आरपीएफ ने कई बार धरपकड़ भी की है। हर महीने आरपीएफ अनधिकृत वेंडरों को पकड़ती है।
इसके अलावा वाणिज्य विभाग के कर्मचारी भी सक्रिय रहते हैं। उसके बावजूद अनधिकृत वेंडरिंग नहीं रुक रही है। अब रेलवे ने अनधिकृत वेंडरिंग पर लगाने के लिए अधिकृत वेंडरों को क्यूआर कोड पहचान पत्र देने का निर्णय लिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अधिकृत वेंडरों के पास क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र मिलेंगे। इसमें वेंडरों का पूरा ब्योरा होगा। कोड स्कैन करते हुए ही उसकी सारी कुंडली निकल आएगी।
-- रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में अवैध वेंडरों को रोकने के लिए अधिकृत वेंडरों को क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र देने की तैयारी है। इसके लिए वेंडरों की सूची देने को कहा गया है।- नवीन कुमार, सीनियर डीसीएम, अंबाला मंडल

Trending Videos
- अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर कैटरिंग ठेकेदारों से मांगी वेंडरों की सूची
संवाद न्यूज एजेंसी
सहारनपुर। ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर काम करने वाले वेंडरों के क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र बनेंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, जिससे कि अनधिकृत वेंडरों पर रोक लगाई जा सके। पहचान पत्र बनाने के लिए रेलवे ने तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए कैटरिंग ठेकेदारों से वेंडरों की सूची मांगी गई है।
रेलवे स्टेशन से अप-डाउन में 153 ट्रेनों का आवागमन होता है। इनमें 30 हजार से अधिक यात्री सफर करते हैं। रेलवे स्टेशन पर वर्तमान में सात स्टॉल हैं। इनके अलावा नौ रेहड़ियां और तीन छाबे हैं। इन पर दो से तीन कर्मचारी अलग-अलग समय में शिफ्टों के अनुसार काम करते हैं। स्टेशन पर ट्रेन के आते ही वेंडर खाद्य पदार्थ बेचने के लिए पहुंच जाते हैं। रेलवे के पास कई बार अवैध वेंडरों की शिकायत पहुंचती रही है। इसके अलावा पानी बोतल, छोले-भटूरे, ब्रेड पकौड़ा को महंगे बेचने के मामले भी सामने आ चुके हैं। शिकायत पर आरपीएफ ने कई बार धरपकड़ भी की है। हर महीने आरपीएफ अनधिकृत वेंडरों को पकड़ती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
इसके अलावा वाणिज्य विभाग के कर्मचारी भी सक्रिय रहते हैं। उसके बावजूद अनधिकृत वेंडरिंग नहीं रुक रही है। अब रेलवे ने अनधिकृत वेंडरिंग पर लगाने के लिए अधिकृत वेंडरों को क्यूआर कोड पहचान पत्र देने का निर्णय लिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही अधिकृत वेंडरों के पास क्यूआर कोड आधारित पहचान पत्र मिलेंगे। इसमें वेंडरों का पूरा ब्योरा होगा। कोड स्कैन करते हुए ही उसकी सारी कुंडली निकल आएगी।