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Saharanpur News: महिला चिकित्सक का नकाब हटाने का कृत्य निंदनीय
संवाद न्यूज एजेंसी, सहारनपुर
Updated Wed, 17 Dec 2025 12:27 AM IST
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देवबंद(सहारनपुर)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला चिकित्सक के चेहरे से नकाब हटाए जाने की घटना को बेहद शर्मनाक और निंदनीय करार दिया। उन्होंने इस कृत्य के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से देश की महिलाओं से माफी मांगने की मांग की है।
दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान महिला के चेहरे से नकाब हटाना बेहद शर्मनाक और घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ एक महिला तक सीमित तक नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की महिलाओं की इज्जत, निजता और सम्मान पर सीधा हमला है। कहा कि किसी भी महिला के पहनावे में जबरदस्ती दखल देना वो भी सार्वजनिक मंच से न इंसानियत के उसूलों के मुताबिक है और न ही लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप।
कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि एक महिला का लिबास उसकी निजी पसंद और उसका सांविधानिक अधिकार है। नकाब, बुर्का, साड़ी या कोई भी अन्य पहनावा उस पर हाथ डालना और महिला की सहमति के बिना उसकी निजता को तोड़ना सरासर गलत है।
मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि देश का संविधान सभी को अपने धर्म की मान्यताओं का पालन करने की स्वतंत्रता देता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कार्य गैर सांविधानिक है। उन्होंने कहा कि इस कृत्य के लिए मुख्यमंत्री को देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
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दावतुल मुसलीमीन के संरक्षक व प्रसिद्ध आलिम मौलाना कारी इस्हाक गोरा ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान महिला के चेहरे से नकाब हटाना बेहद शर्मनाक और घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि यह मामला सिर्फ एक महिला तक सीमित तक नहीं है, बल्कि यह पूरे देश की महिलाओं की इज्जत, निजता और सम्मान पर सीधा हमला है। कहा कि किसी भी महिला के पहनावे में जबरदस्ती दखल देना वो भी सार्वजनिक मंच से न इंसानियत के उसूलों के मुताबिक है और न ही लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप।
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कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि एक महिला का लिबास उसकी निजी पसंद और उसका सांविधानिक अधिकार है। नकाब, बुर्का, साड़ी या कोई भी अन्य पहनावा उस पर हाथ डालना और महिला की सहमति के बिना उसकी निजता को तोड़ना सरासर गलत है।
मदरसा जामिया शेखुल हिंद के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती असद कासमी ने घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि देश का संविधान सभी को अपने धर्म की मान्यताओं का पालन करने की स्वतंत्रता देता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कार्य गैर सांविधानिक है। उन्होंने कहा कि इस कृत्य के लिए मुख्यमंत्री को देश की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
