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Sant Kabir Nagar News: असंतुलित खानपान लोगों का बिगाड़ रहा पाचन
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संतकबीरनगर। जिला अस्पताल के चिकित्सालय में पेट से संबंधित रोगियों की संख्या बढ़ी हुई है। यहां ओपीडी में कब्ज की समस्या लेकर आने वाले मरीजों की संख्या ज्यादा है। डॉक्टरों का कहना है कि 40 वर्ष से अधिक उम्र वाले कब्ज के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। इसकी मुख्य वजह असंतुलित खान पान बताई जा रही है। ऐसे लोगों को संतुलित खानपान की सलाह दी जा रही है।
जिला अस्पताल के फिजिशियन डाॅ. कुमार सिद्वार्थ ने बताया कि 40 प्रतिशत मरीज पेट दर्द, कब्ज और बदहजमी के पाए गए। इनकी उम्र 40 से 60 के बीच रही है। दरअसल इस उम्र में आंत की चाल कम हो जाती है। व्यक्ति को संतुलित खान पान ही स्वस्थ रख सकता है। अक्सर पेट से संबंधित बीमारी उन्हीं को हो रही है जो ज्यादातर फास्टफूड, तेल, मसाला युक्त आहार का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ लोग तो होटल पर ही दोनों वक्त निर्भर रहते हैं। जिन्हें खाने में तेल, मसाला युक्त भोजन ज्यादा मिलता है। मिलावटी खाद्य पदार्थ का भी सेवन अनजाने में लोग कर रहे हैं। इस वजह से लिवर पर इसका असर पड़ रहा है। मरीजों में फैटी लिवर की समस्या ज्यादातर देखने को मिल रही है। उन्हें दवा देने के साथ परहेज भी बताया जा रहा है।
निजात के लिए बरतें सावधानी
डॉ. कुमार सिद्धार्थ बताते हैं कि कब्ज एवं बदहजमी की समस्या से नैचुरल निजात पाने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतनी पड़ेगी। खाने के साथ गुनगुना पानी का सेवन अवश्य किया जाए। खाने में फाइबर युक्त खाद्य सामग्री का उपयोग ज्यादा करें। फल और सलाद का सेवन नियमित किया जाए। संतुलित एवं ताजा भोजन लें। खाने में साग, हरी सब्जी का इस्तेमाल करें। तला-भुना चीज से परहेज करें। रात में खाने के बाद कुछ देर पैदल चले। सुबह भी टहलना एवं मेहनत करना जरूरी है। शुगर और बीपी के मरीज नियमित रूप से दवा लेने के साथ यह सावधानियां बरतें।
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जिला अस्पताल के फिजिशियन डाॅ. कुमार सिद्वार्थ ने बताया कि 40 प्रतिशत मरीज पेट दर्द, कब्ज और बदहजमी के पाए गए। इनकी उम्र 40 से 60 के बीच रही है। दरअसल इस उम्र में आंत की चाल कम हो जाती है। व्यक्ति को संतुलित खान पान ही स्वस्थ रख सकता है। अक्सर पेट से संबंधित बीमारी उन्हीं को हो रही है जो ज्यादातर फास्टफूड, तेल, मसाला युक्त आहार का इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ लोग तो होटल पर ही दोनों वक्त निर्भर रहते हैं। जिन्हें खाने में तेल, मसाला युक्त भोजन ज्यादा मिलता है। मिलावटी खाद्य पदार्थ का भी सेवन अनजाने में लोग कर रहे हैं। इस वजह से लिवर पर इसका असर पड़ रहा है। मरीजों में फैटी लिवर की समस्या ज्यादातर देखने को मिल रही है। उन्हें दवा देने के साथ परहेज भी बताया जा रहा है।
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निजात के लिए बरतें सावधानी
डॉ. कुमार सिद्धार्थ बताते हैं कि कब्ज एवं बदहजमी की समस्या से नैचुरल निजात पाने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतनी पड़ेगी। खाने के साथ गुनगुना पानी का सेवन अवश्य किया जाए। खाने में फाइबर युक्त खाद्य सामग्री का उपयोग ज्यादा करें। फल और सलाद का सेवन नियमित किया जाए। संतुलित एवं ताजा भोजन लें। खाने में साग, हरी सब्जी का इस्तेमाल करें। तला-भुना चीज से परहेज करें। रात में खाने के बाद कुछ देर पैदल चले। सुबह भी टहलना एवं मेहनत करना जरूरी है। शुगर और बीपी के मरीज नियमित रूप से दवा लेने के साथ यह सावधानियां बरतें।