{"_id":"68fe65cd63e4cde1f405a256","slug":"cultural-news-shamli-news-c-26-1-aur1003-152260-2025-10-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Shamli News: गोशालाओं में गोवंश पड़े बीमार, नहीं मिल रहा चारा व उपचार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Shamli News: गोशालाओं में गोवंश पड़े बीमार, नहीं मिल रहा चारा व उपचार
विज्ञापन
बनत गौशाला में चारा खाते गौवंश । संवाद
विज्ञापन
शामली। सरकार भले ही गोशालाओं में व्यवस्थाओं की बात करती हो, लेकिन हकीकत में कुछ गोशालाओं का बुरा हाल है।
शनिवार को कैराना क्षेत्र के गांव जंधेड़ी में खराब व्यवस्थाओं को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इसके बाद अधिकारियों ने ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित करने के साथ ही केयर टेकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
रविवार को जिले की अन्य कई गोशालाओं की पड़ताल की गई तो कई स्थानों पर अनियमितताएं मिलीं। कहीं हरे चारे के स्थान पर सूखा भूसा पाया गया तो कहीं पर गोवंश जमीन पर बीमार पड़े हुए हैं। किसी की दीवार टूटी पड़ी है। कुछ गोशालाओं में व्यवस्था ठीक भी मिली।
गांव नंगली जमालपुर की गोशाला : गांव नंगली जमालपुर स्थित गोशाला में गोवंशों के खाने के लिए मौके पर हरे चारे के स्थान पर सूखा भूसा मिला। वहीं मौके पर दो पशु बीमार मरणासन्न हालत में मिले। गोशाला में मिले अभिषेक ने बताया कि गोशाला में लगभग 200 गोवंश हैं। हरे चारे के बारे में पूछा तो बताया कि हरा चारा शाम के समय आता है।
गांव झाल स्थित गोशाला : झाल गांव स्थित गोशाला में मौके पर एक गोवंश बीमार हालत में पड़ा मिला। उसे बैठाने के लिए पेट के नीचे ईंटें लगा रखी थीं। गोशाला में 75 गोवंश पंजीकृत मिले। किसी भी पशु के गले में कोई रस्सी नहीं थी। सभी खुली अवस्था में अलग-अलग घूम रहे थे। हरे चारे में बाजरा मिला। सफाई व्यवस्था कुछ हद तक ठीक मिली। मौके पर तीन सदस्य हरा चारा डालते मिले। बिल्लू ने बताया कि पशु चिकित्सक चार दिन पहले आए थे। वहीं बांधने की उचित व्यवस्था नहीं है। दूसरे पशु ने बीमार हुए पशु के पेट में टक्कर मार दी थी। किसी भी गोवंश के गले में रस्सी न होने से आज तक उन्हें नहलाया भी नहीं गया है।
कस्बा बनत स्थित गोशाला : बनत स्थित गोशाला में मौके पर केयर टेकर दीपेंद्र मिला। पशुओं के हरे चारे के लिए गन्ना काटा गया था। पशुओं के सामने हरा चारा डालना शुरू कर रखा था। पीने के पानी के लिए उचित व्यवस्था मिली। सफाई कार्य भी चलता मिला। गोशाला में 300 पंजीकृत गोवंश बताए गए। यह जनपद की सबसे बड़ी गोशाला है।
कुड़ाना रोड स्थित गोशाला : कुड़ाना रोड स्थित जिला पंचायत द्वारा संचालित गोशाला में 53 गोवंश पंजीकृत मिले। सफाई व हरे चारे की उचित व्यवस्था मिली। कोई भी पशु बीमार नहीं मिला। डाॅक्टर गोवंशों की जांच करते हुए मिले।
शनिवार को कैराना क्षेत्र के गांव जंधेड़ी में खराब व्यवस्थाओं को लेकर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। इसके बाद अधिकारियों ने ग्राम पंचायत अधिकारी को निलंबित करने के साथ ही केयर टेकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
रविवार को जिले की अन्य कई गोशालाओं की पड़ताल की गई तो कई स्थानों पर अनियमितताएं मिलीं। कहीं हरे चारे के स्थान पर सूखा भूसा पाया गया तो कहीं पर गोवंश जमीन पर बीमार पड़े हुए हैं। किसी की दीवार टूटी पड़ी है। कुछ गोशालाओं में व्यवस्था ठीक भी मिली।
विज्ञापन
विज्ञापन
गांव नंगली जमालपुर की गोशाला : गांव नंगली जमालपुर स्थित गोशाला में गोवंशों के खाने के लिए मौके पर हरे चारे के स्थान पर सूखा भूसा मिला। वहीं मौके पर दो पशु बीमार मरणासन्न हालत में मिले। गोशाला में मिले अभिषेक ने बताया कि गोशाला में लगभग 200 गोवंश हैं। हरे चारे के बारे में पूछा तो बताया कि हरा चारा शाम के समय आता है।
गांव झाल स्थित गोशाला : झाल गांव स्थित गोशाला में मौके पर एक गोवंश बीमार हालत में पड़ा मिला। उसे बैठाने के लिए पेट के नीचे ईंटें लगा रखी थीं। गोशाला में 75 गोवंश पंजीकृत मिले। किसी भी पशु के गले में कोई रस्सी नहीं थी। सभी खुली अवस्था में अलग-अलग घूम रहे थे। हरे चारे में बाजरा मिला। सफाई व्यवस्था कुछ हद तक ठीक मिली। मौके पर तीन सदस्य हरा चारा डालते मिले। बिल्लू ने बताया कि पशु चिकित्सक चार दिन पहले आए थे। वहीं बांधने की उचित व्यवस्था नहीं है। दूसरे पशु ने बीमार हुए पशु के पेट में टक्कर मार दी थी। किसी भी गोवंश के गले में रस्सी न होने से आज तक उन्हें नहलाया भी नहीं गया है।
कस्बा बनत स्थित गोशाला : बनत स्थित गोशाला में मौके पर केयर टेकर दीपेंद्र मिला। पशुओं के हरे चारे के लिए गन्ना काटा गया था। पशुओं के सामने हरा चारा डालना शुरू कर रखा था। पीने के पानी के लिए उचित व्यवस्था मिली। सफाई कार्य भी चलता मिला। गोशाला में 300 पंजीकृत गोवंश बताए गए। यह जनपद की सबसे बड़ी गोशाला है।
कुड़ाना रोड स्थित गोशाला : कुड़ाना रोड स्थित जिला पंचायत द्वारा संचालित गोशाला में 53 गोवंश पंजीकृत मिले। सफाई व हरे चारे की उचित व्यवस्था मिली। कोई भी पशु बीमार नहीं मिला। डाॅक्टर गोवंशों की जांच करते हुए मिले।