Diwali 2025: मिलावट का खेल हुआ तेज, काजू की बर्फी में मूंगफली, चांदी के वरक में एल्युमिनियम की मिलावट
त्योहार आते ही खाद्य पदार्थों में मिलावट शुरू हो गया है। सोनभद्र में काजू की बर्फी में मूंगफली तो चांदी के वरक में एल्युमिनियम की मिलावट का मामला सामने आया है।

विस्तार
दीपावली पर खाद्य पदार्थों में मिलावट का खेल तेज हो गया है। काजू की बर्फी में मूंगफली मिलाकर बेची जा रही है तो चांदी की जगह मिठाइयों पर एल्युमिनियम के वरक लगाने के मामले सामने आ रहे हैं। 240 नमूनों में 125 गुणवत्ता पर खरे नहीं उतरे। हर दूसरा नमूना जांच में फेल हुआ है। खोवा, बर्फी, दूध, पनीर के नमूनों की यह रिपोर्ट तीन से चार महीने बाद आई है, तब तक लोग इनका सेवन कर चुके हैं।

वित्तीय वर्ष 2024-25 में 177 जगहों पर जांच कर 187 नमूने उठाए गए थे। वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक इसमें से 138 की रिपोर्ट प्राप्त हुई, जिसमें 74 नमूने अधोमानक (सब स्टैंडर्ड) और तीन असुरक्षित पाए गए। इसमें खोवा के 37 में 30, पनीर के 15 में 14, बटर का एक में एक, दूध से निर्मित मिठाई के 10 नमूनों में चार, सरसों तेल के तीन में एक, रिफाइंड के पांच में दो, डिब्बाबंद-सूखे फल के पांच में दो, मसालों के पांच में से दो अधोमानक, दो असुरक्षित, अनाज के चार में एक, दाल के तीन में दो, बोतलबंद पानी के चार में एक, दूध के साथ अन्य वस्तुएं मिलाकर बनाई गई मिठाइयों के 14 में पांच, नमकीन के नौ में तीन, अन्य खाद्य पदार्थों के नौ में दो नमूने फेल पाए गए।
पान मसाला का एक नमूना असुरक्षित मिला। इसी तरह अप्रैल से सितंबर के बीच 135 नमूने जांच के लिए भेजे गए। उसमें 102 की रिपोर्ट प्राप्त हुए जिसमें 46 अधोमानक, एक नमूना असुरक्षित और एक की गुणवत्ता के बारे में गलत जानकारी दिए जाने की बात सामने आई।
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ऐसे पकड़ें मिलावट, इन चीजों को लेकर बरतें सावधानी
- जब भी कोई पैक्ड सामग्री खरीदें उसके निर्माण और एक्सपायर की तिथि पर नजर जरूर डालें।
- दूध में अगर पानी मिला है तो शीशे के चिकने बोर्ड को थोड़ा टेढ़ा पकड़ते हुए उस पर दूध की कुछ बूंदें डालें। दूध सही होगा तो बूंदें धीरे-धीरे निशान छोड़ते हुए जाएंगी। पानी होगा तो तेजी से नीचे जाएंगी। निशान भी नहीं दिखेगा।
- दूध में डिटर्जेंट या यूरिया की मिलावट जांचने के लिए शीशे के गिलास में 10 मिलीलीटर दूध लें। उसमें उतना ही पानी मिलाएं। इसे ढककर जोर से हिलाएं। अगर इस पर झाग की परत ज्यादा मोटी तो इसमें यूरिया या साबुन की मिलावट है।
- मिठाइयों पर चांदी के वरक असली है या नकली इसकी जांच के लिए चांदी के वरक को अपनी दो उंगलियों के बीच दबाइए। अगर चांदी का वरक होगा तो पाउडर बन जाएगा। अल्युमिनियम का होगा तो छोटे-छोटे टुकड़े बनेंगे।
- आधा चम्मच घी शीशे की कटोरी में डालें और उसमें तीन बूंद आयोडीन की डालें। अगर दूध कर दंग बूंद पड़ते ही सुनहले से नीला हो जा रहा है तो उसमें उबला हुआ आलू या शकरकंद मिला हुआ है।
- अरहर की दाल को पानी भरे शीशे की गिलास में डालकर चम्मच से मिलाएं। कुछ देर बाद पानी का रंग हल्का पीला हो गया तो मिलावट है।
- स्टील के चक्कर में हींग को लौ के उपर रखें। अगर हींग असली है तो वह कपूर की तरह जलने लगेगी।
- काली मिर्च पानी में डालने पर नीचे बैठ जानी चाहिए। वहीं लाल मिर्च पानी में डालने पर रंग छोड़ता तो गड़बड़ है।
(नोट: खाद्य सुरक्षा विभाग के अनुसार)
क्या बोले अधिकारी
- कई चीजों में केमिकल की मिलावट होती है, जिसे आसानी से नहीं पकड़ा जा सकता। फिर भी जागरूक रहें तो खराब सामग्री खरीदने से बचा जा सकता है। जांच के लिए टीमें बनाई गई हैं, जो लगातार अभियान चला रही हैं। -योगेश त्रिवेदी, सहायक आयुक्त खाद्य द्वितीय