सोनभद्र। कलेक्ट्रेट सभागार में शुक्रवार को आयोजित संगोष्ठी में समर्थ उत्तर प्रदेश-विकसित उत्तर प्रदेश 2047 विजन डाक्यूमेंट के निर्माण के लिए विभिन्न वर्गों के साथ संवाद हुआ। इसमें अधिकारियों, उद्यमियों, समाजसेवियों व बुद्धिजीवियों ने ने अपने सुझाव रखे।
शासन की ओर से नामित सेवानिवृत्त आईपीएस रामकृष्ण चतुर्वेदी, टीडी कॉलेज जौनपुर के डॉ. रजनीश सिंह, आचार्य नरेंद्र देव कृषि विवि के प्राध्यापक डॉ. राकेश बाबू गौतम ने सभी वर्गों से संवाद कर फीडबैक लिया। डीएम बद्रीनाथ सिंह ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट 2047 के निर्माण में 12 सेक्टर कृषि, पशुधन संरक्षण, औद्योगिक विकास, आईटी, पर्यटन, नगर व ग्राम्य विकास, अवस्थापना, संतुलित विकास, समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा और सुशासन को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने अपील की कि हर परिवार से कम से कम एक सुझाव पोर्टल या क्यूआर कोड के माध्यम से जरूर भेजें। डीएम ने कहा कि जब भी सरकार नीतियां बनाएगी तो जनपदवासियों के सुझावों को प्रमुखता दी जाएगी। पर्यटन स्थलों के लिए गाइड की व्यवस्था और तकनीकी खेती के विस्तार पर भी बल दिया गया। कार्यक्रम में किसानों से कृषि शिक्षा, सिंचाई, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन और नवीकरणीय ऊर्जा पर सुझाव लिए गए।
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश के लिए मछली पालन, मशरूम व नगदी फसलों की खेती तथा युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया गया। कार्यक्रम में एसपी अशोक कुमार मीणा, सीडीओ जागृति अवस्थी, डीडीओ हेमंत कुमार सिंह, डीपीआरओ नमिता शरण, पर्यटन अधिकारी राजेश भारती आदि मौजूद रहे।