यूरिया की कालाबाजारी करने वालों पर कसा शिकंजा, छह सचिव और दुकानदारों पर केस दर्ज कराने के आदेश
- कृषि अधिकारी ने सचिवों और दुकानदारों के खिलाफ तहरीर दी

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सोनभद्र जिले में यूरिया की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है। सोमवार को डीएम एस. राजलिंगम ने उर्वरक वितरण में गड़बड़ी करने के आरोप में छह साधन सहकारी समितियों के सचिव एवं दो दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दिया। जिला कृषि अधिकारी ने थानों में तहरीर दे दी है।

जिला प्रशासन ने यूरिया की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दिया है। पिछले दिनों एडीएम की अध्यक्षता में कृषि विभाग की टीम ने साधन सहकारी समितियों से सबसे अधिक खाद लेने वाले 29 किसानों की जांच की तो यूरि के वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी किए जाने का मामला उजागर हुआ। जांच टीम ने यूरिया वितरण में गडबड़ी करने वाले सचिवों और दो दुकानदारों के खिलाफ डीएम को रिपोर्ट सौंपा था।
जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय ने बताया कि यूरिया के वितरण में गड़बड़ी करने वाले केकराही साधन सहकारी समिति पापी के सचिव प्रेमचंद्र, केकराही किसान सेवा सहकारी समिति कीमर के सचिव प्रवीण कुमार के खिलाफ करमा थाने, रामपुर उर्फ तरावा साधन सहकारी समिति के सचिव उमेश कुमार के खिलाफ पन्नूगंज थाने में तहरीर दी गई है।
वहीं साधन सहकारी समिति अरौली के सचिव प्रदीप कुमार, साधन सहकारी समिति दुरावल खुर्द की सचिव पूजा के खिलाफ राबट्र्सगंज कोतवाली, सिरसाई साधन सहकारी समिति के सचिव राहुल कुमार के खिलाफ घोरावल कोतवाली में पटेल खाद भंडार कोहरवल के प्रोपाइटर अमरनाथ और आईएफएफडीसी पगिया के संचालक विकास के खिलाफ करमा थाने में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दे दी गई है।
यूरिया के वितरण में गड़बड़ी करने वाले सचिवों और दुकानदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का आदेश दे दिया गया है। एसडीएम, तहसीलदार को भी उर्वरक की कालाबाजारी करने वालों को चिह्नित कर कार्रवाई करनेे के लिए निर्देशित किया गया है। किसानों को यूरिया की कमी न होने पाए इसके लिए प्रयास जारी है। - एस. राजलिंगम, जिलाधिकारी