{"_id":"6914ce14e0521313f604dc66","slug":"government-money-will-be-recovered-from-sugarcane-inspector-and-clerk-sultanpur-news-c-103-1-slko1043-144284-2025-11-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Sultanpur News: गन्ना निरीक्षक व क्लर्क से होगी सरकारी धन की वसूली","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Sultanpur News: गन्ना निरीक्षक व क्लर्क से होगी सरकारी धन की वसूली
विज्ञापन
विज्ञापन
सुल्तानपुर। गन्ना विकास परिषद के 39.91 लाख रुपये हजम करने वाले आरोपियों से अब रिकवरी की तैयारी में विभाग जुटा है। धनराशि में चेक, वाउचर व अन्य अभिलेखों का मिलान कर दोनों आरोपियों की देनदारी तय की जा रही है। जल्द ही उनसे सरकारी धनराशि की वसूली की जाएगी।
गन्ना विकास परिषद में वर्ष 2017-18 से 2022-23 के बीच तत्कालीन एससीडीआई (सीनियर केन डवलपमेंट इंस्पेक्टर) अमेठी के कोरारी हीरशाह निवासी अतुल प्रकाश व लेखा लिपिक आजमगढ़ जिले के खानजहांपुर फूलपुर निवासी सुधांशु रंजन त्रिपाठी ने मिलीभगत करके 39.91 लाख रुपये का सरकारी धन हजम कर लिया था। जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद विभागीय स्तर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ जिला गन्ना अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार को कोतवाली नगर में केस दर्ज कराया।
जांच में 2016-17 से 2020-21 की कैशबुक व वाउचर, 2016-17 से जांच होने तक की वेतन बिल पंजिका, 2016-17 से अग्रिम भुगतान का विवरण, एफडीआर पंजिका को साक्ष्य के रूप में रखा गया है। अन्य अभिलेखों की जांच भी कराई गई है। जिला गन्ना अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। देनदारी तय होने पर दोनों कर्मचारियों से सरकारी धन की वसूली की जाएगी।
Trending Videos
गन्ना विकास परिषद में वर्ष 2017-18 से 2022-23 के बीच तत्कालीन एससीडीआई (सीनियर केन डवलपमेंट इंस्पेक्टर) अमेठी के कोरारी हीरशाह निवासी अतुल प्रकाश व लेखा लिपिक आजमगढ़ जिले के खानजहांपुर फूलपुर निवासी सुधांशु रंजन त्रिपाठी ने मिलीभगत करके 39.91 लाख रुपये का सरकारी धन हजम कर लिया था। जांच में आरोप सिद्ध होने के बाद विभागीय स्तर पर दोनों आरोपियों के खिलाफ जिला गन्ना अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने सोमवार को कोतवाली नगर में केस दर्ज कराया।
विज्ञापन
विज्ञापन
जांच में 2016-17 से 2020-21 की कैशबुक व वाउचर, 2016-17 से जांच होने तक की वेतन बिल पंजिका, 2016-17 से अग्रिम भुगतान का विवरण, एफडीआर पंजिका को साक्ष्य के रूप में रखा गया है। अन्य अभिलेखों की जांच भी कराई गई है। जिला गन्ना अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विभागीय स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। देनदारी तय होने पर दोनों कर्मचारियों से सरकारी धन की वसूली की जाएगी।