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Unnao News: कटरी पीपरखेड़ा में 25 लाख से होंगे दुर्घटना रोकने के उपाय
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फोटो-9-शुक्लागंज के कटरी पीपरखेड़ा मार्ग से निकलते वाहन सवार। संवाद
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उन्नाव। शुक्लागंज के प्रमुख दुर्घटना बहुल क्षेत्र (ब्लैक स्पॉट) कटरी पीपरखेड़ा में सुरक्षात्मक कार्यों के लिए 25 लाख रुपये मंजूर हुए हैं। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने टेंडर प्रक्रिया पूरी कराने की कवायद शुरू कर दी है।
हाईवे, एक्सप्रेसवे और राजमार्ग से घिरे जिले में अक्सर बड़े हादसे होते हैं। सड़क हादसों को रोकने के लिए अक्तूबर 2024 में डीएम गौरांग राठी ने एसडीएम, पीडब्ल्यूडी, यातायात और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमें बनाकर सभी प्रमुख मार्गों का सर्वे कराकर दुर्घटना बहुल स्थल चिह्नित कराए थे। सर्वे रिपोर्ट में तहसील व जिलों को जोड़ने वाले मार्गों पर छह चौराहे ऐसे मिले थे, जहां हर दूसरे-तीसरे दिन कोई न कोई हादसा होता है। इसके बाद पीडब्ल्यूडी ने इन स्थलों पर सुरक्षा के कार्य कराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था।
इसमें शुक्लागंज का कटरी पीपरखेड़ा ब्लैक स्पॉट भी शामिल था। अब इसके लिए 25 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन निर्माण खंड सुबोध कुमार ने बताया कि ब्लैक स्पॉट पर जल्द सुरक्षात्मक कार्य शुरू कराए जाएंगे।
इंसेट-1
क्या होता है ब्लैक स्पॉट
किसी सड़क या रास्ते पर एक ही जगह बार-बार हादसे होते हैं तो उन्हें ब्लैक स्पॉट कहा जाता है। सरकार की ओर से किसी सड़क, हाइवे, एक्सप्रेसवे पर यदि एक ही जगह पर तीन साल में पांच सड़क हादसे हो जाएं या किसी जगह पर तीन साल में दस मौत हो जाएं तो उसे दुर्घटना बहुल स्थान घोषित कर दिया जाता है।
ये होंगे सुधार
-मार्ग प्रकाश की व्यवस्था होगी। ब्रेकर, रिफ्लेक्टर, मार्ग संकेतक और सड़क पटरियों की भी मरम्मत कराई जाएगी।
-मोड़ पर साइनेज बोर्ड लगाने के साथ स्पीड पर प्रतिबंध लगाने के लिए कैमरे की मदद ली जाएगी।
-चौराहे का एक से दो मीटर तक चौड़ीकरण किया जाएगा।

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इसमें शुक्लागंज का कटरी पीपरखेड़ा ब्लैक स्पॉट भी शामिल था। अब इसके लिए 25 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। पीडब्ल्यूडी एक्सईएन निर्माण खंड सुबोध कुमार ने बताया कि ब्लैक स्पॉट पर जल्द सुरक्षात्मक कार्य शुरू कराए जाएंगे।
इंसेट-1
क्या होता है ब्लैक स्पॉट
किसी सड़क या रास्ते पर एक ही जगह बार-बार हादसे होते हैं तो उन्हें ब्लैक स्पॉट कहा जाता है। सरकार की ओर से किसी सड़क, हाइवे, एक्सप्रेसवे पर यदि एक ही जगह पर तीन साल में पांच सड़क हादसे हो जाएं या किसी जगह पर तीन साल में दस मौत हो जाएं तो उसे दुर्घटना बहुल स्थान घोषित कर दिया जाता है।
ये होंगे सुधार
-मार्ग प्रकाश की व्यवस्था होगी। ब्रेकर, रिफ्लेक्टर, मार्ग संकेतक और सड़क पटरियों की भी मरम्मत कराई जाएगी।
-मोड़ पर साइनेज बोर्ड लगाने के साथ स्पीड पर प्रतिबंध लगाने के लिए कैमरे की मदद ली जाएगी।
-चौराहे का एक से दो मीटर तक चौड़ीकरण किया जाएगा।