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Air pollution in Varanasi: सुबह 8 बजे और शाम में 7 बजे सबसे ज्यादा खराब होती है बनारस की हवा, बरतें ये सावधानी

अमर उजाला नेटवर्क, वाराणसी। Published by: प्रगति चंद Updated Fri, 21 Nov 2025 06:05 PM IST
सार

Varanasi News: वाराणसी में मौसम के बदलाव के साथ शहर की हवा भी खराब होने लगी है। सुबह और शाम के समय एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के ऊपर तक पहुंच रहा है।

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Air pollution in Varanasi: air quality index reaching above 400
varanasi weather - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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बनारस की हवा ठंड बढ़ने के साथ ही खराब होने लगी है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार एक्यूआई 138 तो एक्यूआई डाट इन के अनुसार एक्यूआई 278 दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा खराब हवा तो शाम को सात बजे से सुबह आठ बजे तक रहती है। इस दौरान एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के ऊपर तक पहुंच रहा है।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार शहर का औसत एक्यूआई 138 है। सबसे अधिक प्रदूषित इलाका अर्दली बाजार रहा और एक्यूआई 140 दर्ज किया गया। इसमें पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 189, पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 158 रही। 
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भेलूपुर का एक्यूआई 139, बीएचयू का 139 और मलदहिया का 133 दर्ज किया गया। भेलूपुर में पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 168, पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 301, बीएचयू में पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 200, पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 303, मलदहिया में पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 174 और पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 247 रही।

एक्यूआई डाट इन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार औसत एक्यूआई 278 था। इसमें सबसे अधिक प्रदूषित इलाका अर्दली बाजार का रहा जहां का एक्यूआई 299 था। इसमें पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 243 और पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 224 थी। भेलूपुर का एक्यूआई 280 था। पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 261 व पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 205 रही। 

बीएचयू का एक्यूआई 279, पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 260 व पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 204, मलदहिया का एयर क्वालिटी इंडेक्स 267, पीएम 10 की अधिकतम मात्रा 269 व पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 192 था।

घर के बाहर व्यायाम से बचें 

स्वामी विवेकानंद भेलूपुर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. क्षितिज तिवारी ने बताया कि हवा में बढ़ते प्रदूषक तत्वों के कारण सांस के रोगियों, बच्चों और बुजुर्गों को दिक्कत हो सकती है। घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाकर ही निकलना चाहिए। इस तरह के मौसम में अस्थमा रोगियों की समस्या ज्यादा बढ़ सकती है। ऐसे में जितना हो सके प्रदूषित इलाकों में निकलने से परहेज करें।
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