Dev Diwali: काशी में दिखा देवलोक का नजारा, सीएम योगी बोले- यह देश और दुनिया का स्पिरिचुअल इवेंट बन गया
Dev Diwali 2023 varanasi Live: देव दिवाली के लिए प्रदेश के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नमो घाट पर दीया जलाकर विश्वविख्यात काशी की देव दीपावली का उद्घाटन किया।
विस्तार
देव दीपावली पर जगमगाये घाट
देव दीपावली पर घाटों पर दीये अलौकिक छटा बिखेर रहे हैं। जिसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गये। शूलटंकेश्वर घाट पर बीना पब्लिक स्कूल लठिया के छात्र छात्राओं ने दीपदान किया। दीपदान के बाद मां गंगा की भव्य आरती की। प्राचीन शिव धाम मंदिर दरेखू बाणासुर मंदिर नरउर, मोहनसराय तालाब, भगवती माता मंदिर अखरी पर लोगों ने दीपदान किया। वहीं देव दीपावली पर लोगों ने अपने घरों व मंदिरों को दीयों से आकर्षक ढंग से सजाया। मानों धरती पर तारे जगमगा रहे हों।
देव दीपावली के अवसर पर सोमवार को कर्दमेश्वर महादेव के प्रांगण में श्री कर्दमेश्वर महादेव देव दीपावली समिति ने 51 हजार दीपों से बिंदु सरोवर को जगमगाया। देव दीपावली महोत्सव 2023 में श्री कर्दमेश्वर महादेव देव दीपावली समिति द्वारा पंचक्रोशी मार्ग के प्रथम पड़ाव कन्दवा में स्थित अतिप्राचीन धार्मिक स्थल श्री कर्दमेंश्वर महोदव मन्दिर स्थित बिन्दु सरोवर पर 27 नवम्बर को सायं साढ़े पांच बजे देव दीपावली महोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।यहां पर। 51 हजार दीपों को 780 लीटर सरसो के तेल से सैकड़ों कार्यकर्ताओ ने सरोवर के चारो तरफ जय श्रीराम,स्वस्तिक, शिव पार्वती व अन्य लोगो के प्रतिरूप दियो से सजाएं थे।
देव दीपावली महोत्सव के अवसर पर 51 हजार दीपों से सुसज्जित जगगग घाट पर देव आराधना के साथ आसमानी अतिशबाजी का आयोजन किया गया। इस पावन अवसर पर धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम के अर्न्तगत मशहूर गीतकारों द्वारा गीत, गजल, भजन, पारम्परिक गीत प्रस्तुती के साथ भक्ति एवं प्रादेशिक गीतों पर आधारित सामूहिक नृत्य व नृत्यनाटिका का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम में एमएलसी हंशराज विश्वकर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, रोहनिया विधायक सुनील पटेल के अलावा पूर्व विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह शामिल रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती सुशीला पटेल समिति संरक्षक डा. प्रेम कुमार शर्मा,राजेन्द्र पटेल पार्षद, कन्दवा प,समिति अध्यक्ष गोपाल जी पटेल पूर्व प्रधान, कन्दवा समिति निदेशक राजेश कुमार सिंह व जितेन्द्र कुमार केशरी ने बताया कि इस बार देव दीपावली काफी आकर्षक रही।
पंचक्रोशी मार्ग पर स्थित रामेश्वर वरुणा घाट सोमवार को गोधूलि बेला में 51 सौ दियो ,बिजली झालरों से जगमगा उठा। राधा -कृष्ण मंदिर के महंत राममूर्ति दास उर्फ मद्रासी बाबा ,रामेश्वर मन्दिर के पुजारी आचार्य पं0 अनूप त्रिपाठी व् धीरज मिश्र, आदर्श तिवारी ,नव युवा समिति के नेतृत्व में 11 वेद बाल ब्राह्मणों व् आचार्यो द्वारा मन्त्रोच्चार व् शंख ,घड़ी -घण्ट व् डमरू नगाड़ा ध्वनि सहित वरुणा की जय-जयकार से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया।
22 लाख दीपों से जगमग हुई काशी
देव दीपावली पर काशी नगरी में लगभग 22 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए गए। काशी के अर्धचंद्राकार घाटों पर ही 12 लाख से अधिक दीप जलाए गए। इनमे एक लाख दीप गाय के गोबर से बने थे। दीप पश्चिमी तट घाटों पर और पूर्वी तट की रेत पर जलाये गए थे। काशी के कुंडों, सरोवरों, गंगा-गोमती तट पर स्थित मार्कण्डेय महादेव, वरुणा नदी के शास्त्री घाट आदि स्थानों को लाखों दीयों से जगमग किया गया। देव दीपावली पर सरकार की ओर से 12 लाख ( एक लाख गोबर के दीप), स्वयंसेवी संस्था और जन सहभागिता से कुल 21 लाख से अधिक दीपों से काशी रोशन हुई।
धर्म व अध्यात्म के साथ राष्ट्रीयता का संदेश
देव दीपावली पर काशी के घाटों की श्रृंखला अलग-अलग रंग बिखेरती दिखी। कहीं लेज़र शो का आयोजन हुआ, तो गंगा पार रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो का देशी और विदेशी सैलानियों ने आनंद लिया। दशाश्वमेध घाट की महाआरती में राम भक्ति और राष्ट्रवाद के साथ आध्यात्मिकता व सामाजिकता की भी झलक दिखी। दशाश्वमेध घाट की महाआरती रामलला को समर्पित रही। भक्तों को यहां रामलला व राम मंदिर की झलक देखने को मिली। दशाश्वमेध घाट पर अमर जवान ज्योति की अनुकृति बनाकर देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। भारत के अमर वीर योद्धाओं को 'भगीरथ शौर्य सम्मान' से सम्मानित भी किया गया। 21 अर्चक व 51 देव कन्याएं ऋधि सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की पूजा और आरती की, यह नारी शक्ति का संदेश भी देती रही।
देवदीपावली पर शहर से लेकर गंगा पार का वीरान क्षेत्र दीपों की रोशनी से जगमगता रहा। जहां रात आठ बजे के बाद लोग नहीं पहुचते थे वही देव दीपावली के कारण आधी रात तक रेती पर लोगों का आवागमन बना रहा।झालरो की रंगबिरंगी लाइट अलग ही छटा बिखेर रही थी,तो कतारबंद्ध सजे दीपो के साथ ही लाखों दीपोत्सव अपने आप में अनोखा रहा।
काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को जिस तरह उद्घाटन के समय सजाया गया था, वैसे ही देव दीपावली पर 11क्विंटल फूलों से सजाया गया। गंगा द्वार पर लेज़र शो के माध्यम से श्री काशी विश्वनाथ धाम पर आधरित काशी का महत्व और कॉरिडोर के निर्माण संबंधी जानकारी लेज़र शो के माध्यम से दिखाई गई।
गोधूलि बेला में भव्य देव दीपावली
धार्मिक,आध्यात्मिक और सांस्कृतिक नगरी काशी में सोमवार की गोधूलि बेला में भव्य देव दीपावली मनाई गई। सूर्यास्त के साथ ही उत्तरवाहिनी जाह्नवी के तट पर लाखों दीपों ने अद्भुत और अलौकिक छटा बिखेरी। काशी के धनुषाकार 85 घाटों पर मानो आकाशगंगा के सितारे उतर आए हों। पूरी काशी दीपों की रोशनी में नहाई दिख रही थी। सभी घाटों पर शंखनाद, भव्य महाआरती और घंट-घड़ियालों की ध्वनि से काशी की धरती पर देवताओं का स्वागत हुआ। काशी के चेत सिंह घाट पर लेजर शो और गंगा पार क्रैकर्स शो का अद्भुत नजारा दिखा। योगी सरकार देव दीपावली को दिव्य और भव्य बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेहमानों का स्वागत किया और इनके साथ क्रूज़ पर सवार होकर देव दीपावली की अद्भुत छटा भी देखी।
धर्म व अध्यात्म के साथ राष्ट्रीयता का संदेश
देव दीपावली पर काशी के घाटों की श्रृंखला अलग-अलग रंग बिखेरती दिखी। कहीं लेज़र शो का आयोजन हुआ, तो गंगा पार रेत पर ग्रीन एरियल फायर क्रैकर्स शो का देशी और विदेशी सैलानियों ने आनंद लिया। दशाश्वमेध घाट की महाआरती में राम भक्ति और राष्ट्रवाद के साथ आध्यात्मिकता व सामाजिकता की भी झलक दिखी। दशाश्वमेध घाट की महाआरती रामलला को समर्पित रही। भक्तों को यहां रामलला व राम मंदिर की झलक देखने को मिली। दशाश्वमेध घाट पर अमर जवान ज्योति की अनुकृति बनाकर देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। भारत के अमर वीर योद्धाओं को 'भगीरथ शौर्य सम्मान' से सम्मानित भी किया गया। 21 अर्चक व 51 देव कन्याएं ऋधि सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की पूजा और आरती की, यह नारी शक्ति का संदेश भी देती रही।